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ताइवान के मुद्दे पर जिनपिंग की बाइडेन को खरी-खरी, कहा- शांति की बातें ठीक है, लेकिन...

By ANI

Published : Nov 16, 2023, 9:19 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शिखर वार्ता हुई. दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई. जिसमें खासतौर से ताइवान और मध्यपूर्व की स्थिति पर चर्चा हुई. summit between Biden and Xi Jinping, China america relation, US china summit, Us China On Taiwan Issue, Middle East, US China Summit, United States and china

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जो बाइडेन और शी जिनपिंग

अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति ने कामकाजी संबंध स्थापित करने के लिए सैन फ्रांसिस्को के पास मुलाकात की

सैन फ्रांसिस्को : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार (स्थानीय समय) को यूएस-चीन शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ चर्चा की. एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बाइडेन ने मध्य पूर्व की स्थिति पर जोर दिया. सीएनएन के मामलों पर जोर दिया. चीनी राज्य मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, शी ने बाइडेन से कहा कि अमेरिका को 'ताइवान की स्वतंत्रता' का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करना चाहिए. इसके साथ ही शी ने कहा कि अमेरिका को ताइवान के साथ संबंधों में इसका ख्याल भी रखना चाहिए.

चीनी राज्य मीडिया शिन्हुआ ने शी के हवाले से कहा कि चीन अंततः पुनर्एकीकरण हासिल करेगा और वह ऐसा अनिवार्य रूप से करेगा. रिपोर्ट के अनुसार शी ने ताइवान पर अमेरिकी रुख को अमेरिका-चीन संबंधों का सबसे महत्वपूर्ण और खतरनाक मुद्दा बताया. रिपोर्ट के मुताबिक शी ने बाइडेन के समक्ष स्पष्ट किया कि ताइवान का शांतिपूर्ण पुनर्मिलन चीन की प्राथमिकता है. उन्होंने बाइडेन से यह भी कहा कि किन परिस्थितियों में वह बल प्रयोग के लिए बाध्य होंगे. इस दौरान बाइडेन ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अमेरिकी प्रतिबद्धता दोहराई.

बैठक के बाद जो बाइडेन और शी जिनपिंग को टहलते हुए देखा गया.

सीएनएन ने अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा अपनी रिपोर्ट में कहा कि राष्ट्रपति शी ने स्पष्ट किया कि शांति की बातें ठीक है, लेकिन कुछ बिंदु पर हमें अधिक व्यापक समाधान की ओर बढ़ने की जरूरत है. जनवरी में ताइवान के आगामी मतदान के संबंध में, अमेरिका ने अनुरोध किया कि चीन द्वीप की चुनावी प्रक्रिया का सम्मान करे. ताइवान के आसपास चीन के पर्याप्त सैन्य निर्माण के बारे में चल रही चिंताओं के बावजूद, अधिकारियों ने इस धारणा के साथ बैठक छोड़ दी कि शी बड़े पैमाने पर आक्रमण नहीं करने जा रहे हैं.

वार्ता के दौरान, बाइडेन ने शी से आगे तनाव को हतोत्साहित करने के लिए ईरान के साथ चीन के प्रभाव का लाभ उठाने का भी आग्रह किया. इस दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने बताया कि वे पहले ही इस मामले पर ईरान की सरकार के साथ चर्चा कर चुके हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में ईरान की गंभीरता को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया. सीएनएन के अनुसार, बाइडेन ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमास को व्यापक फिलिस्तीनी मुद्दे से अलग माना जाना चाहिए. पूरी बातचीत के दौरान, अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि शी ने अमेरिका में चीन के बारे में कुछ बहसों के बारे में स्पष्ट रूप से गहरी जानकारी प्रकट की है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह उन चर्चाओं के प्रति काफी संवेदनशील हैं.

शिखर सम्मेलन के बाद, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि बाइडेन और शी फेंटेनाइल उत्पादन पर बातचीत करने और सैन्य संचार बहाल करने पर सहमत हुए. हालांकि इस बारे में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आयी है. चीन ने अमेरिका के लिए चुनौती बन गई शक्तिशाली मादक पदार्थ फेंटेनल के लिए जरूरी रसायन बनाने वाली कंपनियों पर कार्रवाई करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जतायी है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका इन प्रतिबद्धताओं पर चीन के रूख की बारीकी से निगरानी करेगा.

जो बाइडेन और शी जिनपिंग

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने तनावपूर्ण संबंधों के बीच कामकाजी संबंध स्थापित करने के लिए उत्तरी कैलिफोर्निया में एक सुरम्य हवेली में मुलाकात की. अपने-अपने प्रतिनिधिमंडलों के साथ एक लंबी मेज पर बैठे दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का सामना करते हुए इस बात पर जोर दिया कि टकराव से बचना और इसके बजाय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करना दोनों देशों के हित में है.

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रतिस्पर्धा संघर्ष में न बदल जाए. हमें इसे जिम्मेदारी से प्रबंधित भी करना होगा. संयुक्त राज्य अमेरिका यही चाहता है और हम यही करना चाहते हैं. मेरा यह भी मानना ​​है कि दुनिया हम दोनों के लिए स्पष्ट आदान-प्रदान चाहती है.

हमारे लोगों और दुनिया के प्रति हमारी भी जिम्मेदारी है कि जब हम ऐसा करना अपने हित में देखें तो साथ मिलकर काम करें. जलवायु परिवर्तन से लेकर नशीले पदार्थों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक हमारे सामने मौजूद गंभीर वैश्विक चुनौतियां हमारे संयुक्त प्रयासों की मांग करती हैं.

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शी ने संभावित सैन्य गलत अनुमानों को संबोधित करने वाले तंत्र पर भी सहमति व्यक्त की. उन्होंने दोनों पक्षों के लिए अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए मंच स्थापित किए जाने के महत्व पर जोर दिया. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, चुनौतियों के बावजूद, शिखर सम्मेलन सकारात्मक रूप से संपन्न हुआ. बाइडेन ने कहा कि बातचीत अच्छी रही.

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