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US President Joe Biden: चीन हमारे लिए खतरा बना तो अमेरिका छोड़ेगा नहीं : बाइडेन

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Published : Feb 8, 2023, 10:29 AM IST

Updated : Feb 8, 2023, 10:34 AM IST

संदिग्ध गुब्बारे पर कार्रवाई के बाद चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रपति बाइडेन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि चीन अगर अमेरिका की संप्रभुता के लिए खतरा पैदा करता है, तो अमेरिका कार्रवाई करेगा. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर बताया है.

US President Joe Biden
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन

वाशिंगटन:संदिग्ध जासूसी गुब्बारे को लेकर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अगर अमेरिका की संप्रभुता के लिए चीन खतरा उत्पन्न करता है तो आत्मरक्षा में कदम उठाए जाएंगे. बाइडन ने मंगलवार रात अपने स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में कहा, मैं चीन के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जहां वह अमेरिकी हितों को आगे बढ़ा सकता है और दुनिया को फायदा पहुंचा सकता है.

हालांकि कोई संदेह न रखें, हमने पिछले सप्ताह ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर चीन हमारी संप्रभुता के लिए खतरे उत्पन्न करता है, तो हम अपने देश की रक्षा के लिए कार्रवाई करेंगे. अमेरिकी सेना ने पिछले हफ्ते अटलांटिक महासागर के ऊपर संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को गिरा दिया है. इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने मंगलवार को कहा कि वह इस मामले में दृढ़ता से अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करेगा.

अमेरिका ने चीन पर अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. बाइडन का इस बार का बयान एकता के इर्द-गिर्द घूमता रहा. उन्होंने कहा कि उनके दो साल के प्रशासन में निरंकुशता कम हुई है.

वार्षिक संबोधन के दौरान इस बार नजारा पिछले दो साल से अलग रहा, क्योंकि मध्यावधि चुनाव में प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन ने बहुमत हासिल कर लिया है. राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका जलवायु और वैश्विक स्वास्थ्य से लेकर खाद्य असुरक्षा, आतंकवाद और क्षेत्रीय आक्रामकता तक तमाम चुनौतियों का सामना करने के लिए फिर से दुनिया को एकजुट कर रहा है.

उन्होंने कहा कि सहयोगी बढ़ रहे हैं, अधिक कार्रवाई कर रहे हैं. प्रशांत और अटलांटिक में भागीदारों के बीच सेतु कायम हो रहे है. अमेरिका के खिलाफ जाने वाले लोगों को पता चल रहा है कि वे कितने गलत हैं. अमेरिका के खिलाफ जाना कभी सही नहीं होता.

कई बार चीन का जिक्र:उन्होंने कहा कि उनके राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने से पहले कहानी यह थी कि कैसे चीन अपनी ताकत बढ़ा रहा है और अमेरिका दुनिया में पिछड़ रहा है. बाइडन ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा कि अब ऐसा नहीं है. मैंने राष्ट्रपति शी (चिनफिंग) को स्पष्ट किया है कि हम प्रतिस्पर्धा चाहते हैं, संघर्ष नहीं.

उन्होंने कहा कि मुझे कोई खेद नहीं है कि हम अमेरिका को मजबूत बनाने के लिए निवेश कर रहे हैं. अमेरिकी नवाचार, उद्योगों में निवेश भविष्य को परिभाषित करेंगे और जहां चीन की सरकार हावी होना चाहती है. हमारी उन्नत प्रौद्योगिकी की रक्षा के लिए हमारे गठबंधनों में निवेश कर रहे हैं और हमारे सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि उनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ न हो पाए.

उन्होंने कहा कि स्थिरता की रक्षा करने और आक्रामकता को रोकने के लिए हमारी सेना का आधुनिकीकरण किया जा रहा है. आज हम चीन या दुनिया में किसी और के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए पिछले कई दशकों के मुकाबले काफी मजबूत स्थिति में हैं.

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अमेरिका की अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर:राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था पृथ्वी पर किसी भी देश की तुलना में बढ़ने के लिए बेहतर स्थिति में है. बाइडेन ने कहा कि कोविड़ महामारी ने हमारी आपूर्ति श्रृंखलाओं (supply chains) को बाधित कर दिया और यूक्रेन में पुतिन के क्रूर युद्ध ने ऊर्जा आपूर्ति के साथ-साथ खाद्य आपूर्ति को भी बाधित कर दिया. बाइडेन ने कहा कि फिर भी हम अभी पृथ्वी पर किसी भी देश की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं.

बाइडेन ने विपक्ष पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बंधक बनाने का आरोप लगाया है. तो वहीं, अपनी सरकार के कार्यों को जनता के बीच रखा है. उन्होंने कहा कि वो इसीलिए राष्ट्रपति के चुनाव में शामिल हुए थे, क्योंकि वो अमेरिकी अर्थ व्यवस्था में सुधार चाहते थे. जिसका फायदा लोगों को मिले. साथ ही अमेरिकियों को उनके ऊपर गर्व है.

बाइडेन ने कहा कि उन्होंने साल 2021 में अमेरिका की सत्ता संभाली थी, तब से अमेरिकी लोकतंत्र बेहतर स्थिति में है. उन्होने कहा कि दो साल पहले गृह युद्ध के बाद से अेरिकी लोकतंत्र खतरे में था और आज चोट लगने के बावजूद, हमारा लोकतंत्र अडिग और अखंड बना हुआ है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि 'हम एकमात्र देश हैं, जो हर संकट से मजबूत होकर उभरे हैं. दो साल पहले हमारी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही थी. आज हमने रिकॉर्ड 12 मिलियन नए रोजगार सृजित किए हैं. किसी भी राष्ट्रपति ने चार साल में इतनी नौकरियां पैदा की हैं, उससे ज्यादा नौकरियां दो साल में पैदा हुई हैं.'

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Feb 8, 2023, 10:34 AM IST

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