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फ्लू से 10 गुना अधिक घातक है कोरोना वायरस : अध्ययन

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Published : Mar 16, 2020, 12:14 PM IST

Updated : Mar 16, 2020, 4:44 PM IST

संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने पिछले सप्ताह सांसदों को बताया कि कोरोना वायरस की वास्तविक मृत्यु दर का अभी तक पता नहीं लगा है, लेकिन यह फ्लू से 10 गुना अधिक है, जो दुनिया भर में हर वर्ष हजारों लोगों को मारता है.

डिजाइन फोटो
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पेरिस : कोरोनो वायरस को लेकर दुनिया भर में अध्ययन किए जा रहे हैं, जिससे वायरस को लेकर नई जानकारियां सामने आ रही हैं. ऐसे ही एक अधय्यन से पता चला है कि कोरोना वायरस फ्लू से 10 गुना अधिक घातक है.

संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ ने पिछले सप्ताह सांसदों को बताया कि कोरोना वायरस की वास्तविक मृत्यु दर का अभी तक पता नहीं लगा है, लेकिन यह फ्लू से 10 गुना अधिक है, जो दुनियाभर में हर वर्ष हजारों लोगों को मारता है.

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अधिकतर लोगों को हल्की से मध्यम बीमारी हुई है, लेकिन वायरस उन लोगों के लिए अधिक गंभीर है, जो अधिक उम्र के हैं या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं.

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के पूर्व निदेशक हैं डॉ टॉम फ्रीडेन का, जो अब एक वैश्विक स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख हैं, कहना है कि यह एक बड़ी संख्या है, अमेरिका में कम से कम 60 प्रतिशत वयस्कों में से एक अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति का सामना कर रहा है. फ्रीडेन का कहना है कि कोरोना वायरस और उससे होने वाली बीमारी के बारे में अब भी बहुत कुछ है, जिसे हम नहीं जानते.

यह कैसे फैलता है
फ्रीडेन ने बताया कि कोरोना वायरस का सबसे अधिक असर संक्रमित व्यक्ति को खांसने से होता है. जिससे यह वायरस आस-पास के लोगों द्वारा सांस के साथ चला जाता है.अब तक यह पता नहीं चल सका है कि क्या यह दूषित सतहों को छूने से फैलता है. हालांकि अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में किए गए परीक्षणों से पता चला है कि दूषित सतहों को छूने से फैल सकता है. यह ही कारण है कि वह आपके हाथों को धोने और आपके चेहरे को छूने की सलाह नहीं देते.

उन्होंने बताया कि यह वायरस हवा में कई घंटों तक, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे तक और प्लास्टिक और स्टेनलेस स्टील पर दो से तीन दिन तक रह सकता है. इसलिए ब्लीच युक्त चीजों से सतहों को साफ करना चाहिए. हम अब भी इस वायरस के जीव विज्ञान के बारे में सीख रहे हैं.

जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजिस्ट जूली फिशर ने कहा कि यह जिम जाने के लोगों के लिए सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि वहां लोग एक दूसरों पर खांसते हैं या साझा सतहों या उपकरणों को दूषित करते हैं. वह सुझाव देती हैं कि अगर आपको खांसी या बुखार हो रहा है तो आप भीड़ में जाने से बचें.

यह कितनी जल्दी फैलता है?
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति औसतन दो या तीन अन्य लोगों को संक्रमित करता है. यह फ्लू से अधिक आसानी से फैलता है, लेकिन खसरा, तपेदिक या कुछ अन्य श्वसन रोगों से कम है. हालांकि अब तक यह पता नहीं चल सका है कि क्या यह बच्चों में आसानी से फैलता है, लेकिन उनमें से कम बीमारी का पता चला है. चीन में 1,099 रोगियों के एक अध्ययन में पाया गया कि 0.9% मामले 15 से कम थे.

लक्षण क्या हैं?
इससे ज्यादातर लोगों को बुखार और खांसी होती है, कभी-कभी थकान या सांस की तकलीफ भी होती है और यह लगभग दो सप्ताह के बाद ठीक हो जाता है. लगभग 15 प्रतिशत संक्रमित लोगों में ही गंभीर बीमारी होती है, जिसमें निमोनिया भी शामिल है, चीनी वैज्ञानिकों ने वहां 45,000 मामलों की सूचना दी. बीमारी के चलते ही लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू होते हैं और खराब होने लगते हैं. पिछले हफ्ते अमेरिका में सात अस्पताल में भर्ती 12 रोगियों पर एक रिपोर्ट जारी की गई इसमें अधिकतर को अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं थीं और बीमारी के दूसरे सप्ताह के दौरान उनकी हालत और खराब हो गई.

फ्रेडेन ने बताया चीन में, महिलाओं की तुलना में कोविड-19 के साथ थोड़ा अधिक पुरुषों का निदान किया गया है, क्योंकि लगभग 50 प्रतिशत चीनी पुरुष धूम्रपान करते हैं, लेकिन केवल 5% महिलाएं ऐसा करती हैं. रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों को बीमारी कम लगती है

कैसा महसूस होता है?
नेब्रास्का में अस्पताल में भर्ती कार्ल गोल्डमैन ने बताया कि कुछ क्रूज शिप यात्रियों ने सामान्य सर्दी या फ्लू के समान लक्षणों का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि 10 में आठ लोगों को ऐसी समस्या थी. हालांकि, एक चीनी स्नातकोत्तर छात्र ने अपने लक्षणों के बिगड़ने के बाद दो बार अस्पताल जाने का वर्णन किया और महसूस किया कि चलने के दौरान सिर भारी प्रतीत हो रहा था और वह सांस लेने में असमर्थ था.

क्या है जांच
रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) नाक और गले की कम से कम दो स्वैब करने की सलाह देता है. नमूने प्रयोगशालाओं में भेजे जाते हैं, जहां जांच में लगभग चार से छह घंटे लगते हैं.

कब होता है वायरस खतरनाक ?
वायरस के लक्षणों सामने आने में औसतन पांच से छह दिन का समय लगता है, लेकिन इसमें दो सप्ताह भी लग सकते हैं. परीक्षणों में लक्षण दिखने से कुछ दिन पहले लोगों के गले और नाक में वायरस की उच्च मात्रा पाई गई है.

कितना खतरनाक है यह?
यह तब तक ज्ञात नहीं हो पाया है कि यह कितना खतरनाक हो सकता है, जब तक कि लोगों के बड़े समूहों का परीक्षण करने के लिए बड़े अध्ययन नहीं किए जाते हैं, इस बात को पता नहीं किया जा सकता. वैज्ञानिकों ने स्थान के आधार पर अब तक निदान किए गए मामलों के बीच कम से कम एक प्रतिशत और अधिक से अधिक चार प्रतिशत तक घातक दर का अनुमान लगाया है.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के डॉ. एंथनी फौसी ने पिछले हफ्ते कांग्रेस को बताया कि फ्लू संक्रमित लोगों में से 0.1% को मारता है, इसलिए यह लगभग 10 गुना अधिक घातक है.

उन्होंने बताया कि संक्रमित लोगों में अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों में मृत्यु दर अधिक रही है. यह हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए 10% से अधिक घातक है. उदाहरण के लिए, अमेरिका में, तीन करोड़ लोगों को मधुमेह है, सात करोड़ से अधिक मोटापे से ग्रस्त हैं और लगभग आठ करोड़ लोगों में उच्च रक्तचाप है.

क्या संक्रमित लोगों को यह दोबारा हो सकता है?
चीन की कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि कुछ लोग कोरोना वायरस से उबर गए थे. वह फिर से बीमार पड़ गए. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उनको नया संक्रमण,था या वही वायरस.

क्या यह गर्मियों में जा सकता है?
फौसी ने कहा कि पिछले हफ्ते एक पत्रिका के संपादक ने पॉडकास्ट में कहा था. 'फ्लू ने प्रत्येक वसंत को फीका कर दिया और नया वायरस भी ऐसा कर सकता है, मैं उम्मीद कर रहा हूं कि गर्म मौसम में हम इसमें एक गिरावट देखेंगे, जो हमें अपनी तैयारियों को गति देने का मौका देगा,'

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन प्रमुख डॉ. माइकल रेयान ने कहा, 'हमें यह मान लेना होगा कि वायरस फैलने की क्षमता रखता है, और कहना ठीक नही होगा कि यह सिर्फ इन्फ्लूएंजा की तरह गर्मियों में गायब हो जाएगा.'

Last Updated : Mar 16, 2020, 4:44 PM IST

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