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इमरान के खिलाफ 11 दल एकजुट, क्वेटा रैली में जमकर बरसे विपक्षी

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Published : Oct 25, 2020, 4:37 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 3:33 AM IST

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी खतरे में है. विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं. इमरान खान को बचाने वाली सेना भी विपक्षी दलों के निशाने पर है. बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में आज पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की तीसरी रैली ने इमरान खान की नींद उड़ा दी है.

Prime Minister Imran Khan
प्रधानमंत्री इमरान खान

कराची : अशांत दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में सुरक्षा खतरों के बावजूद पाकिस्तान के मुख्य विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री इमरान खान को अपदस्थ करने के राष्ट्रीय अभियान के तहत रविवार को अपनी तीसरी बड़ी सामूहिक रैली आयोजित की. 11 विपक्षी दलों का पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नामक यह गठबंधन 20 सितंबर को बनाया गया था. इससे पहले यह गठबंधन इस महीने गुजरांवाला और कराची में दो बार सफल शक्ति प्रदर्शन कर चुका है.

मोटरसाइकिल में एक आईईडी लगाया गया था

राष्ट्रीय आतंकवाद-निरोधक प्राधिकरण ने सुरक्षा के दौरान सुरक्षा अलर्ट जारी किया और चेतावनी दी कि उसे ‘पक्की सूचना’ मिली है कि क्वेटा और पेशावर में विपक्षी रैलियों को आतंकवादी निशाना बना सकते हैं. क्वेटा के अयूब स्टेडियम में जनसभा शुरू हुई तो रैली स्थल से 35-40 मिनट के सफर की दूरी पर स्थित हाजरगांजी में एक विस्फोट हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए. पुलिस के अनुसार एक मोटरसाइकिल में एक आईईडी लगाया गया था.

नवाज शरीफ ने 2018 के चुनावों में धांधली का लगाया आरोप

पीडीएम नेताओं ने विस्फोट से प्रभावित हुए बिना रैली जारी रखी. पीएमएल-एन अध्यक्ष और तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ ने लंदन से वीडियो लिंक के माध्यम से रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के मौजूदा हालात के लिए एक बार फिर सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को जिम्मेदार ठहराया. 70 वर्षीय शरीफ ने कहा कि जनरल बाजवा, आपको 2018 के चुनावों में हुई रिकॉर्ड धांधली पर और संसद में हुई खरीद-फरोख्त पर जवाब देना होगा. उन्होंने आईएसआई प्रमुख पर भी कई सालों से राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया.

मरियम ने इशारों में इमरान को कठपुतली बताया

शरीफ की बेटी और पार्टी उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने अपने भाषण में कहा कि पाकिस्तान और बलूचिस्तान के नसीब को बदलने का वक्त आ गया है. इमरान के ऊपर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग (इमरान) शासन करते हैं, वे आपके लिए (जनता) जवाबदेह नहीं हैं. उनकी डोर किसी और के (पाकिस्तानी सेना) हाथ में है. मरियम ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बलूचिस्तान के निवासी पर दर्ज फर्जी मुकदमे खारिज करने के फैसले की सराहना भी की. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने वीडियो लिंक के माध्यम से रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है, जहां न मीडिया स्वतंत्र है और न न्यायपालिका.

फजलुर रहमान ने सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों पर कब्जे से चेताया

फजलुर रहमान ने रविवार को सरकार विरोधी रैली में कहा कि किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वे छोटे प्रांतों के संसाधनों कर कब्जा कर सकते हैं. 18 वें संशोधन में बदलाव कर सकते हैं या राष्ट्रीय वित्त वर्ष पुरस्कार को कम कर सकते हैं. सिंध या बलूचिस्तान पर वहां के लोगों का अधिकार है. किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वे इन प्रांतों की संपत्ति पर कब्जा कर सकते हैं. रहमान ने अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में पाकिस्तान के अलग-थलग होने पर भी पाकिस्तान सरकार की खिंचाई की. रहमान ने कहा कि आज अफगानिस्तान भी आपके बारे में बात नहीं कर रहा है. एक समय था, जब यह चर्चा चल रही थी कि ईरान से भारत के लिए एक गैस पाइपलाइन पाकिस्तान से होकर जाएगी. आपने उन परियोजनाओं को धूल में बदल दिया है.

आतंकवादी हमले का अंदेशा पहले से था

विपक्ष की रैली को लेकर नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी ने इसी सप्ताह सुरक्षा चेतावनी जारी की थी. नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी ने कहा था कि क्वेटा और पेशावर में विपक्षी रैलियों में आतंकवादी हमले हो सकते हैं. बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता लियाकत अली शाहवानी ने भी शुक्रवार को मीडिया से कहा कि आतंकवादी खतरे की चेतावनी के कारण विपक्षी दलों को रैली को स्थगित कर देना चाहिए. इससे पहले, प्रांतीय सरकार ने क्वेटा में वाहनों में पीछे सवारी बैठाने पर प्रतिबंध लगा दिया था.

विपक्ष ने कहा, सुरक्षा नहीं दे सकते तो घर जाएं

पीडीएम के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख भी हैं. मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि प्रांतीय सरकार अगर कानून और व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ है तो उसे सत्ता छोड़ घर बैठना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह बलूचिस्तान सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रांत में जनसभा को पूरी सुरक्षा प्रदान करे. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने भी ऐसी ही भावना व्यक्त की थी.

Last Updated : Oct 26, 2020, 3:33 AM IST

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