दिल्ली

delhi

ChatGPT: ओपनएआई चैटजीपीटी को नहीं मिला फंड तो 2024 तक दिवालिया हो जाएगी कंपनी

By IANS

Published : Sep 27, 2023, 5:34 PM IST

ऑल्टमैन ने निजी तौर पर सैम ऑल्टमैन को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में प्रवेश करने का सुझाव दिया है. ChatGPT मेकर ओपनएआई को जल्द ही ज्यादा फंडिंग नहीं मिली तो वह 2024 के अंत तक दिवालिया घोषित हो सकती है.

ChatGPT
चैटजीपीटी

सैन फ्रांसिस्को: सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित ओपनएआई कथित तौर पर मौजूदा शेयरों की बिक्री के जरिए 80-90 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर फंड जुटा रहा है. द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, ChatGPT डेवलपर निवेशकों से एक शेयर सेल के बारे में बात कर रहा है, जिससे कंपनी का मूल्य 80 बिलियन डॉलर से 90 बिलियन डॉलर के बीच होगा, जो इस साल की शुरुआत में इसके स्तर का लगभग तीन गुना है.

ओपनएआई ChatGPT के पावरफुल वर्जन तक पहुंच के लिए व्यक्तियों से शुल्क लेकर आंशिक रूप से राजस्व उत्पन्न करता है. रिपोर्ट में कहा गया है, "कंपनी द्वारा नए शेयर जारी करने के बजाय कर्मचारियों को अपने मौजूदा शेयर बेचने की अनुमति दी जाएगी." अप्रैल में, ओपनएआई ने 29 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 300 मिलियन डॉलर से ज्यादा की शेयर सेल पूरी की.

ऑल्टमैन ने दिया सुझाव
ऑल्टमैन ने निजी तौर पर सुझाव दिया है कि ओपनएआई आर्टिफिशियल जर्नल इंटेलिजेंस (एजीआई) डेवलप करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आने वाले सालों में 100 अरब डॉलर तक जुटाने की कोशिश कर सकता है जो अपनी क्षमताओं में सुधार करने के लिए पर्याप्त एडवांस है. इस साल की शुरुआत में, माइक्रोसॉफ्ट ने एआई स्टार्टअप में लगभग 10 बिलियन डॉलर का निवेश किया था। टेक दिग्गज की ओपनएआई में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

ये भी पढ़ें-

पिछले महीने, ओपनएआई ने कहा था कि उसे 2023 में राजस्व 1 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर चैटजीपीटी मेकर ओपनएआई को जल्द ही ज्यादा फंडिंग नहीं मिली तो वह 2024 के अंत तक दिवालिया भी हो सकती है. इन्वेस्टोपेडिया की एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ओपनएआई, एंथ्रोपिक या इन्फ्लेक्शन जैसी किसी भी एआई लीडिंग कंपनी के लिए इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) मार्केट में प्रवेश करना बहुत जल्दी है.

रिपोर्ट में कहा गया है, "ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी आईपीओ को सफल होने में कम से कम 10 साल का ऑपरेशन और 100 मिलियन डॉलर का राजस्व लगता है।"

ABOUT THE AUTHOR

...view details