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अक्टूबर-दिसंबर तक होगी रोजगार की भरमार, कंपनियां करेंगी नई भर्तियां: सर्वे

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Published : Sep 13, 2022, 2:15 PM IST

रोजगार परिदृश्य
रोजगार परिदृश्य ()

देश में रोजगार की भरमार आने वाली है. नई नियुक्तियों का परिदृश्य मजबूत नजर आ रहा है. ऐसा इसलिए क्यों कि मैनपावरग्रुप द्वारा जारी रोजगार परिदृश्य के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर 2022 के बीच श्रम बाजार की धारणा मजबूत दिखाई दे रही है. इस सर्वे में 41 देशों और क्षेत्रों के सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के 40,600 नियोक्ताओं की राय ली गई है.

नयी दिल्ली: देश में नई नियुक्तियों का परिदृश्य (New Recruitment Scenario) काफी मजबूत नजर आ रहा है. भू-राजनीतिक तनाव के बीच विकासशील देशों के लिए वृद्धि के अवसरों की संभावनाओं के मद्देनजर करीब 54 प्रतिशत कंपनियों ने अगले तीन माह में नई नियुक्तियों की योजना बनाई है. मैनपावरग्रुप (Manpowergroup) द्वारा मंगलवार को जारी रोजगार परिदृश्य सर्वे (Employment Outlook Survey) के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर 2022 के लिए श्रम बाजार की धारणा मजबूत दिखाई दे रही है. इस सर्वे में 41 देशों और क्षेत्रों के सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के 40,600 नियोक्ताओं की राय ली गई है.

इस सर्वे के अनुसार भारत में 64 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगी. वहीं 10 प्रतिशत कंपनियों ने कर्मचारियों की संख्या कम करने की बात कही है. इसके अलावा 24 प्रतिशत कंपनियों का कहना था कि उनकी कर्मचारियों की संख्या में किसी तरह का बदलाव करने की कोई योजना नहीं है. इस तरह मौसमी रूप से समायोजित शुद्ध रोजगार परिदृश्य 54 प्रतिशत (Employers in India will make new Appointments) बैठता है. आपको बता दें कि नियुक्तियों की संख्या के मामले में ब्राजील के बाद भारत दूसरे स्थान पर है. ब्राजील में 56 प्रतिशत नियोक्ताओं ने नई नियुक्तियां करने की बात कही है.

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सर्वे में कहा गया है कि पिछले साल की समान अवधि से तुलना की जाए, तो नियुक्तियों की धारणा में 10 प्रतिशत अंक का सुधार हुआ है. वहीं पिछली तिमाही की तुलना में इसमें तीन प्रतिशत का सुधार है. मैनपावरग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा कि ‘भारत की बुनियाद मजबूत है. लघु अवधि के झटकों के बावजूद वृद्धि को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश में बढ़ोतरी और बढ़ता निर्यात मध्यम से दीर्घावधि में इन झटकों के असर को कम करेगा.’

(पीटीआई-भाषा)

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