मुंबई : शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा. निवेशकों की लिवाली जारी रहने से बीएसई सेंसेक्स 163 अंक की बढ़त के साथ पहली बार 60,000 के स्तर को पार कर एतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया. एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और एशियन पेंट्स की अगुवाई में यह तेजी आयी.
30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 163.11 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ अब तक के उच्चतम स्तर 60,048.47 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 30.25 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकार्ड 17,853.20 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स ने 1,000 अंक से 60,000 अंक के ऐतिहासिक स्तर तक पहुंचने में 31 साल से कुछ अधिक समय लिया. मानक सूचकांक 25 जुलाई, 1990 को 1,000 अंक पर था और यह करीब 25 साल में चार मार्च, 2015 को 30,000 के स्तर पर पहुंचा. उसके बाद 30,000 से 60,000 के स्तर पर पहुंचने में उसे छह साल से थोड़ा अधिक समय लगा. यह बाजार में जारी जोरदार तेजी को बताता है.
बीएसई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और प्रबंध निदेशक आशीष कुमार चौहान ने कहा, 'सेंसेक्स आज 60,000 अंक पर पहुंच गया. यह भारत की वृद्धि की संभावना को दर्शाता है. साथ ही जिस तरीके से भारत कोविड अवधि के दौरान एक विश्व नेता के रूप उभरा है, उसे भी अभिव्यक्त करता है... इसके अलावा दुनियाभर में सरकारों ने अर्थव्यवस्थाओं में मुद्रा प्रसार किया और वित्तीय नीतियों को उदार बनाया, उससे भी शेयर बाजारों में गतिविधियां बढ़ी हैं.'