मुंबई : बीएसई सेंसेक्स गुरुवार के कारोबार में 417.96 अंक उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 59,141.16 पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी में 110.05 अंकों की मजबूती दर्ज की गई. गुरुवार को निफ्टी भी रिकार्ड 17,629.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह निफ्टी रिकार्ड ऊंचाई 17,644.60 अंक तक चला गया था. इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे फिसलकर 73.52 (अस्थायी) पर बंद हुआ.
दरअसल, देश के शेयर बाजारों में नये रिकार्ड बनाने का सिलसिला जारी है. सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाने से गुरुवार को बाजार में खरीदारी का जोर रहा. रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक की अगुवाई में बीएसई सेंसेक्स 417.96 अंक उछलकर पहली बार 59,000 अंक के पार बंद हुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में 7.34 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में इंडसइंड बैंक रहा. इसके अलावा, आईटीसी, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही. दूसरी तरफ, गिरावट वाले शेयरों में टीसीएस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक और डा. रेड्डीज शामिल हैं. इनमें 1.32 प्रतिशत तक की गिरावट आयी.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'सुधारो के साथ देश के शेयर बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचे हैं. बाजार में बृहस्पतिवार को आयी तेजी का मुख्य कारण बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में जोरदार लिवाली रही. बैंक क्षेत्र में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है. इसका प्रमुख कारण अब तक बैंक क्षेत्र उसकी संपत्ति गुणवत्ता को लेकर मौजूदा तेजी में पूरी तरह शामिल नहीं हो पाया. लेकिन अब इस क्षेत्र के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है.' उन्होंने कहा, 'चीन में संपत्ति से जुड़े शेयरों में गिरावट के कारण एशियाई शेयर बाजारों में नरमी रही. हालांकि यूरोपीय बाजारों में तेजी का रुख रहा.'
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, 'राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी (एनएआरसीएल) के परिचालन में आने से पहले ही बैंकों ने तेजड़ियों को उनके शास्त्रागार में काफी कुछ दे दिया है. इससे बाजार रिकार्ड 59,000 के ऊपर पहुंचा....'
क्षेत्रवार सूचकांकों में बीएसई बैंक सूचकांक सर्वाधिक 2.12 प्रतिशत मजबूत हुआ. उसके बाद ऊर्जा, वित्त, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले क्षेत्र, तेल एवं गैस सूचकांकों में तेजी रही. वहीं धातु, प्रौद्योगिकी, आईटी तथा मूल सामग्री से जुड़े सूचकांक नुकसान में रहें.