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शेयर बाजार : सेंसेक्स पहली बार 59,000 के पार, निफ्टी भी रिकॉर्ड ऊंचाई पर, रुपये में गिरावट

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Published : Sep 16, 2021, 5:19 PM IST

Updated : Sep 16, 2021, 7:36 PM IST

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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के संवेदी सूचकांक- सेंसेक्स में आज उछाल दर्ज की गई. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में भी तेजी देखी गई है. हालांकि, रुपये में गिरावट दर्ज की गई.

मुंबई : बीएसई सेंसेक्स गुरुवार के कारोबार में 417.96 अंक उछलकर अबतक के उच्चतम स्तर 59,141.16 पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी में 110.05 अंकों की मजबूती दर्ज की गई. गुरुवार को निफ्टी भी रिकार्ड 17,629.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह निफ्टी रिकार्ड ऊंचाई 17,644.60 अंक तक चला गया था. इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे फिसलकर 73.52 (अस्थायी) पर बंद हुआ.

दरअसल, देश के शेयर बाजारों में नये रिकार्ड बनाने का सिलसिला जारी है. सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में सुधारों को आगे बढ़ाने से गुरुवार को बाजार में खरीदारी का जोर रहा. रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक की अगुवाई में बीएसई सेंसेक्स 417.96 अंक उछलकर पहली बार 59,000 अंक के पार बंद हुआ.

सेंसेक्स के शेयरों में 7.34 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में इंडसइंड बैंक रहा. इसके अलावा, आईटीसी, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही. दूसरी तरफ, गिरावट वाले शेयरों में टीसीएस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक और डा. रेड्डीज शामिल हैं. इनमें 1.32 प्रतिशत तक की गिरावट आयी.

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'सुधारो के साथ देश के शेयर बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचे हैं. बाजार में बृहस्पतिवार को आयी तेजी का मुख्य कारण बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में जोरदार लिवाली रही. बैंक क्षेत्र में आने वाले दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है. इसका प्रमुख कारण अब तक बैंक क्षेत्र उसकी संपत्ति गुणवत्ता को लेकर मौजूदा तेजी में पूरी तरह शामिल नहीं हो पाया. लेकिन अब इस क्षेत्र के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है.' उन्होंने कहा, 'चीन में संपत्ति से जुड़े शेयरों में गिरावट के कारण एशियाई शेयर बाजारों में नरमी रही. हालांकि यूरोपीय बाजारों में तेजी का रुख रहा.'

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, 'राष्ट्रीय संपत्ति पुनर्गठन कंपनी (एनएआरसीएल) के परिचालन में आने से पहले ही बैंकों ने तेजड़ियों को उनके शास्त्रागार में काफी कुछ दे दिया है. इससे बाजार रिकार्ड 59,000 के ऊपर पहुंचा....'

क्षेत्रवार सूचकांकों में बीएसई बैंक सूचकांक सर्वाधिक 2.12 प्रतिशत मजबूत हुआ. उसके बाद ऊर्जा, वित्त, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले क्षेत्र, तेल एवं गैस सूचकांकों में तेजी रही. वहीं धातु, प्रौद्योगिकी, आईटी तथा मूल सामग्री से जुड़े सूचकांक नुकसान में रहें.

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 0.48 प्रतिशत मजबूत हुए. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सियोल, तोक्यो और हांगकांग नुकसान में रहें. हालांकि यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में तेजी का रुख रहा.

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 75.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे फिसलकर 73.52 पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 73.50 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहें. उन्होंने बुधवार को 232.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.

विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने से बृहस्पतिवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया दो पैसे की हानि दर्शाता 73.52 (अस्थायी) रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में तेजी के रुख और विदेशी निधियों के सतत निवेश बढ़ने से रुपये को समर्थन मिला लेकिन कच्चातेल कीमतों के दाम मजबूत होने से लाभ पर अंकुश लग गया.

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.51 रुपये प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित खुला. कारोबार के दौरान 73.52 रुपये के निचले और 73.34 के उच्च स्तर को छूने के बाद अंत में यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की हानि के साथ 73.52 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया. वहीं, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.07 प्रतिशत घटकर 75.41 डालर प्रति बैरल रह गया.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated :Sep 16, 2021, 7:36 PM IST

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