दिल्ली

delhi

कोरोना कवच बीमा पॉलिसी हो रही है लोकप्रिय: बीमा कंपनियां

By

Published : Jul 20, 2020, 12:06 PM IST

पॉलिसी बाजार के स्वास्थ्य बीमा कारोबार के प्रमुख अमुत छाबड़ा ने कहा कि कोरोना कवच को बहुत अच्छा समर्थन मिला है, लोग इस योजना को खरीदने के इच्छुक है.

कोरोना कवच बीमा पॉलिसी हो रही है लोकप्रिय: बीमा कंपनियां
कोरोना कवच बीमा पॉलिसी हो रही है लोकप्रिय: बीमा कंपनियां

नई दिल्ली: कोरोना कवच स्वास्थ्य बीमा पालिसी बाजार में आने के साथ ही बेहद लोकप्रिय हो गयी है. कोविड-19 महामारी के फैलाव को देखते हुए करीब सभी साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के लिए यह उत्पाद दस जुलाई से पेश करना शुरू किया है.

इसका उद्येश्य है कि लोग इस महामारी के इलाज के लिए मुनासिब दर पर एक स्वास्थ्य बीमा संरक्षण ले सकें. इसमें साढ़े तीन महीने से साढ़े नौ महीने के लिए पॉलिसी बेची जा रही है. इसमें बीमित व्यक्ति के चिकित्सा खर्च की अधिकतम राशि पांच लाख रुपये रखी गयी है.

ये भी पढ़ें-2,426 कंपनियों ने बैंकों से 1.47 लाख करोड़ रुपये 'लूटे', क्या सरकार जांच कराएगी: राहुल

बीमा विनियामक इरडाई ने इसके लिए कंपनियों को मंजूरी दी है. पॉलिसी बाजार के स्वास्थ्य बीमा कारोबार के प्रमुख अमुत छाबड़ा ने कहा, 'इसके लिए बहुत अच्छा समर्थन मिला है, क्योंकि लोग इस योजना को खरीदने के इच्छुक है.'

उन्होंने बताया कि पॉलिसी बाजार की वेबसाइट पर कंपनियां हर रोज 300 से 500 तक यह पालिसी बेच रही हैं. यह पॉलिसी ज्यादातर युवा ले रहे है. उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी काफी मुनासिब दर पर है. इसे मासिक 208 रुपये तक के न्यूनतम प्रीमियम पर लिया जा सकता है, जो बेहद सस्ता है. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक और दिल्ली एनसीआर के लोगों ने इसमें अधिक रुचि दिखायी है.

एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अंडरराइटिंग एवं पुनर्बीमा कारोबार के प्रमुख सुब्रमणियम ब्रह्मजोसियुला ने कहा कि इसमें फेमिली फ्लोटर और पांच लाख के बीमा पर 2500 रुपये रोज के हॉस्पिटल डेली कैश जैसे विकल्प भी दिए गए हैं, जो इसे अधिक आकर्षक बना रहे हैं.

इफको टोक्यो जनरल इंश्योरेंस के कार्यकारी उपाध्यक्ष (अंडरराइटिंग) सुब्रत मंडल ने भी कहा कि कोविड-19 को लेकर यह उत्पाद जारी हुए अभी एक सप्ताह ही हुए हैं और लोग काफी आकर्षित हुए है. कोरोना कवच को व्यक्ति स्वयं के लिए और अपने जीवनसाथी, माता पिता, सास-स्वसुर और 25 साल से कम उम्र के आश्रित बच्चों के लिए खरीद सकता है.

(पीटीआई-भाषा)

ABOUT THE AUTHOR

...view details