चामराजनगर :माता-पिता के विवाद के कारण अक्सर अबोध बच्चे पिसते हैं. इस संबंध में मशहूर शायर वसीम बरेलवी ने कहा है, 'जिन्हें आपस में टकराने से ही फुर्सत नहीं मिलती, उन्हीं शाखों के पत्ते लहलहाना भूल जाते हैं.' आम तौर पर लाखों रुपये के कर्ज के बोझ तले दबे कई लोग बिना किसी टेंशन के खुले आसमान में उड़ रहे हैं. लेकिन एक महिला अपने पति का छोटे से कर्ज का बोझ बर्दाश्त नहीं कर पाई और घर से बाहर चली गई.
चामराजनगर जिले के शिवकुमार और गुंडलुपेट तालुक की प्रेमा की शादी 9 साल पहले हुई थी. दंपती के दो बच्चे हैं. एक की उम्र 5 साल जबकि दूसरे की साढ़े 3 साल है. जानकारी के मुताबिक शिवकुमार पर 7,000 रुपये का कर्ज है. यह जानकर प्रेमा अपने पति और बच्चों को छोड़कर घर से निकल गई. अब वह मायके में रहती है.