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यहां रातों-रात चोरी हो गई सड़क, ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे थाने

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Published : Jun 29, 2021, 11:12 PM IST

मध्य प्रदेश के सीधी जिला मुख्यालय से कुछ दूर गांव मेंडरा के गांव वालों का कहना है कि उनके गांव में 1 किलीमीटर पहले पक्की और फिर सीसी सड़क बनाई गई थी, लेकिन अब सड़क चोरी हो गई है. गांव वालों का आरोप है कि उनकी सड़क को किसी ने चुरा लिया है.

सडक हुई चोरी
सडक हुई चोरी

सीधी (मध्य प्रदेश): एमपी सच में अजब-गजब है. मध्य प्रदेश के सीधी से सामने आया एक मामला आपको यही कहने पर मजबूर कर देगा. मामला सड़क के चोरी होने का है. जी हां, सही पढ़ा आपने मामला सड़क चोरी होने का ही है. मामला सीधी जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मेंडरा का है. जहां ग्रामीणों ने सड़क चोरी हो जाने को लेकर पुलिस थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर आवेदन भी दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि 10 लाख रुपए की लागत से उनके गांव में बनाई गई सड़क रातों-रात गायब हो गई है. रात में जहां सड़क बनी थी सुबह वहां कुछ भी नहीं था.
'सुबह तक थी सड़क, रात में हुई चोरी'

मेडरा गांव के उप सरपंच का कहना है कि रात तक उनके गांव में सड़क बनी हुई थी. उप सरपंच का दावा है कि सड़क बनाई भी ठीक गई थी. रात तक यह सड़क बिल्कुल ठीक लेकिन फिर अचानक सुबह होते ही रोड गायब हो गई. जहां सड़क बनाई गई थी वहां इसका कोई निशान तक नहीं था. ग्रामीणों का भी दावा है कि देर रात तक तो यह सड़क थी लेकिन अचानक से लगभग 1 किलोमीटर की सड़क चोरी हो गई. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि उनके गांव में साल 2017 में पहले मुरम वाली कच्ची सड़क बनी थी. इसके कुछ ही दिन 2017 में ही लगभग 4 से 5 महीने बाद उस सड़क को सीसी (कंक्रीट) वाली सड़क में बदल दिया गया, लेकिन अब वहां पर कोई सड़क तो दूर सड़क बनने का कोई निशान भी बाकी नहीं है.

सड़क हो गई चोरी!

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चोरों ने चुरा ली सड़क!

सड़क का गायब हो जाना पूरे गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है. गांव वालों को यह जानकारी मिली कि उनके गांव में 10 लाख रुपए की लागत से पहले सुदूर सड़क (कच्ची- मुरम वाली) का निर्माण हुआ था. जिसे बाद में 10 लाख रुपए की ही लागत से सीसी सड़क में बदल दिया गया. अब गांव वालों का दावा है कि वहां कोई सड़क है ही नहीं, जो सड़क बनी थी लगता है उसे चोरों ने चुरा लिया. गांव वालों ने जनपद पंचायत कार्यालय और पुलिस में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है.

पहली बार सुना ऐसा मामला-सीईओ

मेडरा गांव में सड़क की चोरी होने का मामला जब जनपद पंचायत मझौली पहुंचा तो पंचायत के सीईओ को भी पहली बार मामला सुनते ही हैरानी हुई. उन्होंने कहा कि ऐसा मामला उन्हें पहली बार सुनने को मिला है. हालांकि उनका कहना था कि गांव वालों ने सड़क की चोरी होने की जो शिकायत दर्ज कराई है उसे चोरी कहना ठीक नहीं होगा. उनका कहना है कि वे हाल ही में यहां नियुक्त हुए हैं और उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है वे जांच कराएंगे इसके बाद ही तथ्य सामने आएंगे. भाजपा नेता भी इस मामले में ग्रामीणों के साथ नजर आए. उनका कहना था कि मडेरा गांव उनके गांव के पास ही है जहां गांव वालों ने सड़क चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि भाजपा नेता का कहना है कि यह भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है. जिसकी जांच की जानी चाहिए. क्योंकि सड़क जमीन पर नहीं बल्कि कागजों पर बनाई गई है. स्थानीय बीजेपी नेता का कहना है कि यह पहली नजर में ही भ्रष्टाचार का मामला है. कच्ची सड़क बनने से लेकर पक्की बनने तक हर बार सड़क सिर्फ कागजों में ही बनी.

ईटीवी भारत ने की पड़ताल

ईटीवी भारत ने जब इस पूरे मामले की पड़ताल की तो जनपद पंचायत कार्यालय के अन्य अधिकारियों ने कैमरे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हालांकि ऑफ कैमरा लोग यह बात जरूर कहते नजर आए कि सड़क कभी बनी ही नही थी, लेकिन इसे बनाने के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ है. कागज पर ही कच्ची और फिर कुछ दिन बाद पक्की सड़क बना दी गई, लेकिन गांव वालों को सड़क कभी मिली ही नहीं थी. अब जब भ्रष्टाचार का मामला गांव वालों को पता चला तो वे अपने स्तर पर उनके गांव की सड़क चोरी होने की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे हैं. ग्रामीणों ने सड़क चोरी होने की शिकायत थाने में और संबंधित विभाग को दे दी है. ऐसे में देखने वाली बात यह है कि कागजों पर बनी इस सड़क को लेकर सामने आए भ्रष्टाचार पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है.

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