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वाराणसी में G20 देशों की बैठक के दूसरे दिन बीजों के उत्पादन पर हुआ मंथन, हर किसी ने की भारत की सराहना

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Published : Apr 18, 2023, 6:06 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जी-20 की 100वीं बैठक चल रही है. तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम फॉर हेल्दी पीपल एंड प्लैनेट विषय पर मंथन हुआ.

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वाराणसी: जी-20 को लेकर वाराणसी में तीन दिवसीय बैठक का मंगलवार को दूसरा दिन था. कुल 200 बैठकों में से 100वीं बैठक वाराणसी में आयोजित की गई है. जिसमें जी-20 देशों की 34 संस्थाओं के कुल 80 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. बैठक में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह वाराणसी में ही हैं और आज की बैठक में भी शामिल हुए.

तीन दिवसीय जी-20 के कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की दूसरे दिन की बैठक में सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड फूड सिस्टम फॉर हेल्दी पीपल एंड प्लैनेट विषय पर मंथन हुआ. इसके पहले जी-20 देशों के प्रतिनिधियों ने वाराणसी में काशी भ्रमण किया. काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के साथ विश्वनाथ धाम की भव्यता को देखा. इसके अलावा मेहमानों ने गंगा घाटों पर भी भ्रमण किया और अब वह सारनाथ के लिए रवाना हो गए हैं. जहां लाइट एंड साउंड शो देखने के साथ ही सारनाथ का भी भ्रमण करेंगे.

कार्यक्रम के उद्घाटन में श्री अन्न और अन्य प्राचीन अनाजों के उत्पादन एवं पोषणीय लाभ के प्रति शोध एवं जागरूकता हेतु भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान पहल महर्षि पर चर्चा करने के लिए एक सत्र आयोजित किया गया था. दूसरे दिन मंगलवार की बैठक में कृषि अनुसंधान एवं विकास में डिजिटल कृषि और सतत् कृषि मूल्य श्रृंखला तथा सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. मैक्स कम्यूनिके पर भी चर्चा की गई. इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. हिमांशु पाठक ने की.

प्रथम सत्र में डिजिटल कृषि तथा ट्रेसबिलिटी पर आधारित फसल एवं खाद्य क्षति को कम करने के लिए डिजिटल तकनीक द्वारा समाधान, एग्री-टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम, बहुआयामी कृषि विस्तार और सलाहकार सेवाएं (ईएएस), प्रयोगशाला से भूमि और आउटरीच में सुधार के लिए भागीदारी, छोटे किसान और परिवारिक खेती, जी20- कृषि-अनुसंधान एवं विकास के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग, सार्वजनिक वस्तुओं के लिए सार्वजनिक-निजी कृषि-अनुसंधान एवं विकास, नवाचार सृजन के क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया.

इससे पहले जी 20 मैक्स के दूसरे दिन सुबह, एफएओ के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई. डॉ. पाठक ने बैठक में कहा कि किसानों तक कृषि संबंधी विस्तार सेवाओं को प्रभावी ढंग से पहुंचाने में सभी का सहयोग अति महत्वपूर्ण होगा. एफएओ के प्रतिनिधियों ने भी कृषि विस्तार सेवा में सहयोग बढ़ाने में गहरी दिलचस्पी दिखाई. इस बैठक में एफएओ के मुख्य वैज्ञानिक, डॉ. इश्महाने एलौफी तथा एफएओ के वरिष्ठ कृषि अधिकारी डॉ. सेलवाराजू रामास्वामी ने भाग लिया.

बैठक में प्रतिनिधियों ने बीज उत्पादन के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की सराहना की और कहा कि भारत की अन्य देशों के लिए बीज उत्पादन के क्षेत्र में बहुत बड़ी भूमिका होगी. इस बैठक में जी 20 के सदस्य देशों के 80 प्रतिनिधियों के अलावा आमंत्रित अतिथि देश, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और भारत द्वारा विशेष आमंत्रित सदस्य भाग ले रहे हैं. समापन दिवस 19 अप्रैल, 2023 तक एमएसीएस कम्यूनिक पर विचार-विमर्श होगा.

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