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उत्तराखंड: मसूरी में चोरों का आतंक, कुमाऊं कमिश्नर के भाई की कार समेत कई गाड़ियों से चोरी

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Published : Dec 5, 2022, 11:04 AM IST

उत्तराखंड में मसूरी जैसे शांत शहर में चोरों ने आतंक मचा रखा है. चोरों ने कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के भाई की गाड़ी समेत कई कारों के शीशे तोड़कर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है. चोरी की घटनाओं के बाद मसूरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग उठ रही है.

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मसूरी: बढ़ती चोरी की घटनाओं से मसूरी में पुलिस के प्रति लोगों में आक्रोश व्याप्त है. लोगों का कहना है कि मसूरी में लगातार चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं. मसूरी में पुलिस फोर्स की भारी कमी होने के कारण पुलिस ठीक से काम नहीं कर पा रही है. रात्रि की गश्त भी नहीं लगा पा रही है. देर रात को मसूरी के सिविल रोड, घंटाघर और हुसैनगंज में चोरों ने गाड़ियों के शीशे तोड़कर बहुमूल्य सामान, गाड़ियों के कागजात, म्यूजिक सिस्टम पर हाथ साफ कर दिया.

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के भाई की गाड़ी से चोरी: मसूरी के हुसैनगंज में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के घर के ऊपर उनके भाई दिवाकर रावत और उनके दोस्त लेफ्टिनेंट कर्नल प्रणय काला की गाड़ियों के शीशे तोड़कर बेशकीमती सामान पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया. गाड़ियों से कीमती कैमरा, लैपटॉप और अन्य सामान पर चोरों ने हाथ साफ कर लिया. वहीं दूसरी ओर सिविल रोड पर खड़ी गाड़ी के भी शीशे तोड़कर गाड़ी में रखे कपड़े, सामान, टूलकिट आदि चोर उड़ा ले गए.

मसूरी में सक्रिय है चोरों का गिरोह!: यह माना जा रहा है कि चोरों का बड़ा गिरोह मसूरी में सक्रिय हो गया है, जो लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. वहीं मसूरी में पुलिस फोर्स की भारी कमी के कारण पुलिस चोरों को पकड़ने में असफल साबित हो रही है. लोगों का कहना है कि नगर पालिका परिषद की लापरवाही के कारण कई सड़कों पर स्ट्रीट लाइट नहीं हैं. अंधेरे का फायदा उठाकर चोर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. वहीं सीसीटीवी भी कई जगह से नदारद हैं. जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, वह चालू हालत में नहीं हैं. ऐसे में पुलिस को इन सभी चीजों को लेकर पुख्ता व्यवस्था करनी चाहिए.
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मसूरी में सुरक्षा बलों की कमी: लोगों ने एसएसपी देहरादून से मांग की है कि मसूरी में पर्याप्त पुलिस फोर्स उपलब्ध कराई जाए. बता दें कि मसूरी के 60 किलोमीटर के क्षेत्र में सिर्फ मसूरी कोतवाल, एक एसएसआई, दो एसआई और कुछ कांस्टेबल और पीआरडी के जवान ही तैनात हैं. ये सुरक्षा की दृष्टि से बहुत कम है. मसूरी जैसे पर्यटक स्थल पर चोरी की घटनाओं के कारण मसूरी के पर्यटन व्यवसाय पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा.

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