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उत्तर प्रदेश : अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, निशाने पर थे सीएम योगी समेत कई नेता

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Published : Jul 11, 2021, 1:24 PM IST

Updated : Jul 11, 2021, 6:43 PM IST

यूपी एटीएस ने रविवार को लखनऊ में काकोरी रिंग रोड पर एक मकान में छापा मारा. यहां से दो संदिग्ध आतंकी को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में पता चला कि उनके निशाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेता थे. आईबी, एटीएस और खुफिया टीम संदिग्धों से पूछताछ कर रही है. यूपी एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि दो आतंकियों को गिरफ्तार करने के अलावा हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है.

यूपी एटीएस
यूपी एटीएस

लखनऊ : यूपी एटीएस ने रविवार को लखनऊ के काकोरी इलाके में छापेमारी की. एटीएस ने काकोरी के दुबग्गा थाना क्षेत्र से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि दोनों संदिग्धों के कनेक्शन अलकायदा से हैं. संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर बताया गया है कि उनके निशाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, सुनील बंसल समेत कई नेता थे.

यूपी एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने काकोरी में आज के ऑपरेशन पर बताया कि यूपी एटीएस ने बताया कि एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है. टीम ने अलकायदा से जुड़े अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़े दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. हथियारों का जखीरा और विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है.

यूपी एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार का बयान.

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एटीएस ने अलकायदा समर्थित 'अंसार ग़ज़वतुल हिंद' के सक्रिय सदस्य लखनऊ के दुबग्गा निवासी मिनहाज अहमद तथा मणियांव के रहनेवाले मसीरुद्दीन को गिरफ्तार किया है. इन दोनों के पास से विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है.

उन्होंने बताया कि ये लोग अलकायदा के उत्तर प्रदेश मॉड्यूल के मुखिया उमर हलमंडी के निर्देश पर अपने साथियों की मदद से आगामी 15 अगस्त को उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों, खासकर लखनऊ के महत्वपूर्ण स्थानों, स्मारकों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में विस्फोट करने और मानव बम आदि द्वारा आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे. इसके लिए हथियार तथा विस्फोटक भी जमा किया गया था.

कुमार ने बताया कि इस गिरोह में लखनऊ तथा कानपुर के इनके अन्य साथी भी शामिल हैं. अन्य टीमों के द्वारा इन आतंकवादियों के अन्य सहयोगियों की तलाश के लिए विभिन्न स्थानों पर दबिश दी जा रही है.

अपर पुलिस महानिदेशक के मुताबिक पूछताछ के दौरान इन लोगों ने अपने सहयोगियों के घर से भाग जाने की बात बताई है. इस सिलसिले में एटीएस की टीम ने स्थानीय पुलिस से सहयोग लेकर सघन जांच शुरू की है.

उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में एटीएस थाने में मामला दर्ज कराया जा रहा है तथा इन दोनों व्यक्तियों को अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड पर लेकर उनके तथा उनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी प्राप्त की जाएगी.

आतंकियों के मंसूबे को लेकर जांच टीम ने दी जानकारी

एटीएस ने दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. जिस मकान से संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया, वह काकोरी रिंग रोड पर स्थित है. छापे के दौरान एटीएस ने एहतियात के तौर पर मकान के आसपास के घरों को खाली करा दिया था. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा.

उत्तर प्रदेश में दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

एटीएस ने मौके से दो प्रेशर कुकर बम, एक अर्ध निर्मित टाइम बम और 6-7 किलो विस्फोटक मिलने का दावा किया है.

कथित तौर पर दोनों संदिग्ध काकोरी इलाके के एक घर में छिपे हुए थे. एटीएस टीम को उनकी मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी और पिछले एक हफ्ते से वह उन पर नजर रख रही थी. आईजी एटीएस जी.के. गोस्वामी के नेतृत्व में बनी टीम ने उनके इलाके को घेर लिया और दोनों को एक घर से गिरफ्तार कर लिया.

उत्तर प्रदेश में दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

इस घर में वसीम नाम का एक किराएदार पिछले 15 साल से रहता था. घर में एक मोटर गैरेज भी है. एटीएस सूत्रों के मुताबिक, घर से दो प्रेशर कुकर बम, एक डेटोनेटर और 6 से 7 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है. बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर बुलाया गया है और आसपास के घरों को खाली करा लिया गया.

आईजी ने गिरफ्तार व्यक्तियों के नामों का खुलासा नहीं किया और कहा कि पूछताछ के बाद आगे के विवरण का खुलासा किया जाएगा.

भाजपा नेताओं को निशाना बनाने की थी योजना!
एटीएस सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों संदिग्ध आतंकियों ने लखनऊ में एक भाजपा सांसद और भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं को निशाना बनाने की योजना बनाई थी. विभिन्न एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा बलों की एक मजबूत टुकड़ी मौके पर पहुंच गई है.

राजधानी लखनऊ के दुबग्गा इलाके से जुड़ा एक तथ्य यह भी है कि तीन साल पहले आतंकी सैफुल्ला को पकड़ने के लिए ATS ने 11 घंटे तक सर्च अभियान चलाया था. इस दौरान दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई थी, जिसमें सैफुल्ला को मार गिराया गया था. सैफुल्ला को आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल का मेंबर बताया गया था. यह इलाका अब काफी संवेदनशील बनता जा रहा है. ऐसे में अब पुलिस की नजर इस इलाके में निवास करने वाले लोगों पर भी रहेगी. उत्तर प्रदेश के आसपास के इलाकों में पुलिस ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Jul 11, 2021, 6:43 PM IST

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