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Two ULFA (I) cadre surrender: अरुणाचल में दो उल्फा (आई) के सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 3, 2023, 11:25 AM IST

आत्मसमर्पण करने वाले दोनों कैडर कई वर्षों से उग्रवादी संगठन से जुड़े थे. आत्मसमर्पण करने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है.

Etv BharatTwo ULFA (Independent) cadre surrender in Arunachal's Tirap
Etv Bharatअरुणाचल में दो उल्फा (आई) कैडरों ने आत्मसमर्पण किया

तिनसुकिया: यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (ULFA-I) के दो सदस्यों ने आज असम ते पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश के तिराप में आत्मसमर्पण कर दिया. यह पता चला है कि उल्फा (आई) के सदस्य म्यांमार में शिविर से भाग गए और अरुणाचल प्रदेश के तिराप में असम राइफल्स नंबर 6 समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाले दो उल्फा (आई) सदस्यों की पहचान क्रमशः मंजीत गोगोई उर्फ नीलोत्पल असोम और रोहिणी गोगोई उर्फ उपेन असोम के रूप में की गई है.

मंजीत गोगोई गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ का रहने वाला है और रोहिणी गोगोई डिब्रूगढ़ जिले के मोरन की मूल निवासी है. दोनों के अनुसार 38 वर्षीय मंजीत गोगोई 25 मई 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुए था जबकि 33 वर्षीय रोहिणी गोगोई 17 मई 2022 को विद्रोही समूह में शामिल हुए था. इससे पहले प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन में चल रही नई भर्ती प्रक्रिया की खबरों के बीच लगभग नौ वर्षों के सशस्त्र संघर्ष के बाद उल्फा आई के एक सदस्य सोनसन मोरन उर्फ ​​चंदन असोम ने 27 सितंबर को तिनसुकिया पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था.

चंदन असोम के तिनसुकिया जिला के काकोपाथर का रहने वाला है. चंदन असोम 2015 में उल्फा (आई) में शामिल हो गया था और आत्मसमर्पण करने पर उसे तिनसुकिया पुलिस अरुणाचल प्रदेश के मेयो से लेकर आई. यह ज्ञात नहीं है कि चंदन असोम ने आत्मसमर्पण के समय कोई हथियार जमा किया था या नहीं. चंदन असोम ने समूह छोड़ने का कारण सामान्य जीवन जीने की अपनी इच्छा बताई.

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अब यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि एक के बाद एक उल्फा (आई) सदस्यों ने पुलिस या असम राइफल्स के सामने आत्मसमर्पण करना क्यों शुरू कर दिया है क्योंकि दोनों दलों ने घटनाक्रम के बारे में चुप्पी साध रखी है, लेकिन यह अनुमान है कि उग्रवादियों द्वारा इस तरह लगातार आत्मसमर्पण किया जाएगा. इससे उग्रवादियों पर प्रभाव पड़ेगा.

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