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विपक्षी सांसदों के मणिपुर दौरे पर सत्ता पक्ष ने किया प्रहार, उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने किया पलटवार

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Published : Jul 30, 2023, 4:04 PM IST

मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही. इसे लेकर विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया हुआ है, जिसे लेकर सत्तापक्ष लगातार हमला कर रहा है. अब शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने उनकी आलोचना का जवाब दिया है.

Uddhav Thackeray faction MP Sanjay Raut
उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत

उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत

मुंबई: मणिपुर में बीती 3 मई से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. इसी के चलते तमाम विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर पहुंचा है. प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर के लोगों से बातचीत की. अब इस प्रतिनिधिमंडल की सत्ता पक्ष द्वारा आलोचना हो रही है. उधर, शनिवार को ठाणे में ठाकरे गुट की हिंदी भाषियों की बैठक हुई. इस सभा को लेकर बीजेपी ने उद्धव ठाकरे की आलोचना की है.

इस पर ठाकरे ग्रुप के सांसद संजय राउत ने कड़ा जवाब दिया है. मणिपुर हिंसा को लेकर मुंबई स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए सांसद संजय राउत ने कहा कि मणिपुर में दो सौ से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं. कुछ जन प्रतिनिधियों जैसे मंत्री और विधायकों के घर जला दिए गए हैं. महिलाओं की नग्न परेड निकाली गई. लेकिन इसके बाद भी अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां नहीं गए हैं. उन्होंने संसद में भी कोई टिप्पणी नहीं की. हम कई दिनों से कह रहे हैं.

उन्होंने कहा कि मणिपुर भी हमारे देश का हिस्सा है. वहां के लोग हमारे देश के नागरिक हैं. उनकी समस्याओं को जानना सरकार और प्रधानमंत्री का कर्तव्य है. यदि प्रधानमंत्री और सरकार के पास वहां जाने का समय नहीं है, तो विपक्षी दल के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम मणिपुर के लोगों से मिलें. देशभर में आदिवासी समुदाय के मार्च हुए. राउत ने आगे कहा कि देश के सभी विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर गया है.

इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को छोड़कर बाकी सभी दलों के नेता शामिल थे. तो इसमें राजनीतिकरण करने की क्या बात है? हमारा प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर गया है. प्रतिनिधिमंडल ने लोगों से चर्चा की. अगर हमारे देश के लोगों से बात करना, उनकी पीड़ा को समझना, उनकी पीड़ा को कम करना है तो प्रधानमंत्री इसे दिखावा बता रहे हैं. सोचिए इससे हमारे देश की राजनीति कितनी निचले स्तर पर चली गई है. पूरे देश में इस सरकार के खिलाफ नाराजगी का माहौल है.

राउत ने कहा कि देश भर में आदिवासी समुदाय के मार्च हुए हैं. महाराष्ट्र में भी तीन जगहों पर आदिवासी समुदाय के मार्च निकाले गए. इसीलिए भाजपा के लोग इतने निचले स्तर पर जाकर मणिपुर की आलोचना कर रहे हैं. यह पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान है. गद्दारों का नाम लेना उनकी वफादारी का अपमान है. शनिवार को ठाणे के गडकरी रंगायन में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में ठाकरे समूह की हिंदी भाषा की बैठक हुई.

इसकी बीजेपी समेत शिंदे गुट ने भी आलोचना की है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद राउत ने कहा कि जिन लोगों ने प्रतिक्रिया दी है, उनका आनंद दिघे से कोई लेना-देना नहीं है. आनंद दिघे के अंतिम संस्कार में कौन शामिल हुआ था? इसे वीडियो में देखें. आनंद दिघे का नाम देशद्रोहियों के साथ न जोड़ें. यह उनका अपमान है. दिघे एक निष्ठावान शिवसैनिक थे. गद्दारों को उनके नाम से पुकारना उनकी वफ़ादारी का अपमान है.

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