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राम मंदिर बना रहे लोगों ने ही नकार दिया बजरंग दल का योगदान, साईं बाबा न संत न भगवान : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

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Published : May 6, 2023, 10:06 PM IST

Updated : May 6, 2023, 10:34 PM IST

बजरंग दल को लेकर छत्तीसगढ़ में चल रही गहमागहमी के बीच अब ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का बड़ा बयान आया है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बजरंग दल के आचरण और राममंदिर आंदोलन में उनके योगदान को लेकर सवाल खड़े किए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने धर्मांतरण के मुद्दे को राजनीति से प्रेरित बताया.

Swami Avimukteshwaranand Saraswati
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

भिलाई:ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शनिवार को निजी कार्यक्रम के तहत भिलाई पहुंचे. नेहरू नगर में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्मांतरण के साथ ही बजरंग दल को लेकर मीडिया के सवालों के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने बजरंद दल के कार्यों और उसके सदस्यों के आचरण पर खुलकर बातचीत की. राममंदिर आंदोलन के समय बने इस दल के योगदान को उनके लोगों की ओर से ही नकार दिए जाने का भी आरोप लगाया.

साईं बाबा न भगवान हैं न गुरू: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि" साईं बाबा न तो भगवान हैं और न ही गुरु हैं. साईं बाबा कोई संत भी नहीं है. इसके बाद भी अगर लोग उन्हें पूजते हैं तो यह श्रद्धा का विषय है. "

गौ हत्या नहीं होनी चाहिए: शंकराचार्य यहीं अविमुक्तेश्वरानंद नहीं रूके. उन्होंने कहा कि" देश में गाय की रक्षा होनी चाहिए. गाय की रक्षा के लिए सभी को काम करना चाहिए. इस्लाम में भी ऐसा कहा गया है कि आप जिसका दूध पीते हैं. उसे नहीं काटें. इसके बाद भी गौ हत्या हो रही है. जो दुख का विषय है."

राजनीतिक कारणों से हो रहा धर्म परिवर्तन:स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्मांतरण के पीछे धार्मिक की बजाय राजनीतिक को कारण बताया. साथ ही सनातन धर्म की रक्षा के लिए अब आगे आने और जरूरत पड़ने पर जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही.

"कई धर्म वाले हैं जो चाहते हैं कि विश्व में राज करें. जो धर्मांतरण का विरोध हो रहा है वह भी धार्मिक कारण से नहीं हो रहा है वह भी एक राजनीति कारण से किया जा रहा है. किसी की धर्मांतरण करके राजनीति सफल हो रही है और किसी की धर्मांतरण का विरोध करके. सब राजनीति के लिए हो रहा है, धर्म के लिए नहीं.": स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (शंकराचार्य, ज्योतिषपीठ)

संस्था जैसा कार्य करेगी, वैसी बनेगी छवि:बजरंग दल को लेकर बयानबाजी और राजनीति पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का मानना है कि संस्था ने जैसा काम किया होगा, वैसी ही उसकी छवि समाज में बनी है और उसी के आधार पर चीजें चल रही हैं.

"धर्म फुटबॉल हो गया है. कोई इधर से किक मारता है तो कोई उधर से किक मारता है. बजरंग दल जिस संस्था का नाम है, संस्था का नाम बजरंग दल रख देने से कोई बजरंग बली नहीं हो जाता. संस्था जैसा आचरण करेगी वैसा ही उसकी छवि बनेगी. बजरंग दल के लोगों ने ऐसा कोई कार्य किया होगा, इसलिए समाज में इतनी बातें चल रही है और उसी हिसाब से उनकी छवि है.":स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (शंकराचार्य, ज्योतिषपीठ)

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विनय कटियार की उपेक्षा पर पूछे सवाल:राम जन्मभूमि आंदोलन के समाय गांव गांव में बजरंग दल का गठन किया गया. इसका अध्यक्ष विनय कटियार को बनाया गया. अब राम मंदिर बनने के दौरान विनय कटियार की उपेक्षा पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सवाल उठाए.

"हम पूछना चाहते हैं कि विनय कटियार की उपेक्षा क्यों. इसका मतलब यह है कि जो लोग मंदिर बना रहे हैं उन्हीं लोगों ने उनके योगदान को नकार दिया है.": स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (शंकराचार्य, ज्योतिषपीठ)

सीएम भूपेश बघेल की तारीफ की: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने सीएम भूपेश बघेल की तारीफ की है. "भूपेश बघेल सीएम के तौर पर छत्तीसगढ़ में अच्छा काम कर रहे हैं."

Last Updated : May 6, 2023, 10:34 PM IST

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