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प्राण प्रतिष्ठा पर काशी में अनोखी पहल, मुस्लिम महिलाएं अयोध्या से राम ज्योति लाने के लिए रवाना

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 6, 2024, 7:46 AM IST

Updated : Jan 6, 2024, 12:06 PM IST

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर रामभक्तों का उत्साह चरम पर है. काशी में मुस्लिम समाज (Ramlala Pran Pratistha Muslim women) के लोग भी अपने घरों को राम नाम की ज्योति से रोशन करेंगे.

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वाराणसी :अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके लिए पूरे देश में तैयारियां चल रहीं हैं. काशी में भी उल्लास है. यहां इस खास दिन पर हर घर को रोशन करने की तैयारी है. काशी से अयोध्या को जोड़ने वाली गंगा-जमुनी तहजीब की बानगी देखने को मिलेगी. न सिर्फ हिन्दुओं के बल्कि मुस्लिमों के घरों में भी भगवान राम के नाम के दीप जलाए जाएंगे. काशी की दो मुस्लिम महिलाएं अयोध्या के राममंदिर से राम ज्योति लेकर काशी आएंगी. ये महिलाएं कई साल से भगवान राम की भक्त हैं. इनका नाम है डॉ. नाजनीन अंसारी और डॉ. नजमा परवीन. ये राम ज्योति गंगा-जमुनी तहजीब की नजीर बनेगी. ये महिलाएं राम ज्योति लाने के लिए अयोध्या रवाना हो चुकी हैं.

राम ज्योति लेने के लिए आज अयोध्या रवाना हुईं महिलाएं :अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां चल रहीं हैं. सरकार इस कार्यक्रम को भव्य तरीके से आयोजित करने की तैयारी में है. इसके साथ ही देशभर के लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह देखने देखने को मिल रहा है. लगभग 500 साल की लड़ाई के बाद राममंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. इसी बीच एक ऐसी खूबसूरत चीज देखने को मिलने वाली है, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. मुस्लिम महिला मंच की नेशनल सदस्य डॉ. नाजनीन अंसारी राम ज्योति लाने के लिए शनिवार (आज) को अयोध्या रवाना हो चुकी हैं. उनके साथ भारतीय आवाम पार्टी की नेशनल सदस्य डॉ. नजमा परवीन भी हैं.

महंत शंभू देवाचार्य से लेकर आएंगी राम ज्योति :मुस्लिम महिला मंच की नेशनल सदस्य डॉ. नाजनीन अंसारी जब अयोध्या पहुंचेंगी तब अयोध्या में साकेत भूषण श्रीराम पीठ के पीठाधीश्वर महंत शंभू देवाचार्य उन्हें राम ज्योति देंगे. डॉ. नाजनीन अयोध्या से रविवार को राम ज्योति लेकर काशी लौटेंगी. काशी आने के समय जौनपुर के केराकत में मुस्लिम परिवार उनका स्वागत करेंगे. इसके साथ ही रामपंथ के प्रवक्ता डॉ. कविंद्र नारायण के साथ सैकड़ों लोग चंदवक में रामज्योति का स्वागत करेंगे. इसके बाद लमही स्थित सुभाष भवन में रामज्योति पहुंचने पर 150 मुस्लिम इसी रामज्योति से अपने दीए जलाकर घर ले जाएंगे.

आज राम ज्योति लाने के लिए अयोध्या जाएगी मुस्लिम महिला.

संकट मोचन में किया हनुमान चालीसा का पाठ :मुस्लिम महिला मंच की नेशनल सदस्य डॉ. नाजनीन अंसारी और भारतीय आवाम पार्टी की नेशनल सदस्य डॉ. नजमा परवीन शुरू से ही राम मंदिर के पक्ष में बोलती रहीं हैं. इनका कहना है कि अयोध्या भगवान राम की थी और उन्हीं की रहेगी. इन दोनों ने ही विवादित ढांचे के पक्षकार रहे हाशिम अंसारी से जाकर अयोध्या में मुलाकात की थी. इस दौरान इन्होंने राम मंदिर के पक्ष में अपनी बात कही थी. इनकी राम भक्ति का एक वाकया और है. साल 2006 में संकट मोचन मंदिर में बम विस्फोट हुआ था. उस दौरान काशी में शांति और सौहार्द के लिए इन दोनों महिलाओं ने 70 मुस्लिम महिलाओं के साथ संकट मोचन मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया था.ये महिलाएं राम नवमी पर प्रति वर्ष भगवान राम की विशेष आरती भी करती हैं.

राम ज्योति के लिए मुस्लिम महिलाएं रवाना हो चुकी हैं.

राम ज्योति लाने के लिए मुस्लिम महिलाएं अयोध्या रवाना :मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी और डॉ. नजमा परवीन ने अयोध्या से रामज्योति लाने के लिए रवाना हो चुकी हैं. इससे पहले रामज्योति यात्रा आज वाराणसी के सुभाष भवन, लमही से अयोध्या के लिए निकली. यात्रा को मुख्य अतिथि पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास महाराज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यात्रा दल में नाजनीन अंसारी, डॉ. नजमा परवीन, ताजीम भारतवंशी, रोजा भारतवंशी, अफरोज खान शामिल हैं. नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में निकली रामज्योति यात्रा जौनपुर, अकबरपुर होते हुए अयोध्या पहुंचेगी, जहां साकेत भूषण श्रीराम मंदिर के पीठाधीश्वर महंत शम्भू देवाचार्य रामज्योति सौंपेंगे. श्रीराम मंदिर और हनुमान गढ़ी में दर्शन के बाद नाजनीन अंसारी रामज्योति लेकर रविवार को वापस सुभाष भवन पहुचेंगी. रामपंथ के पंथाचार्य डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि मुस्लिम बहनों का यह प्रयास हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच एक भावनात्मक रिश्ते को जन्म देगा. मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि भगवान श्रीराम सबके पूर्वज हैं.हिंसा, नफरत और आतंकवाद पर रामज्योति भारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शोध करने वाली डॉ. नजमा परवीन ने कहा कि भगवान राम के रास्ते पर चलना अब जरूरी हो गया है. हम अपने पूर्वजों और उनके दिए गए संस्कारों को भूलने पर हम जड़ से अलग हो जाएंगे.

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Last Updated : Jan 6, 2024, 12:06 PM IST

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