दिल्ली

delhi

PK पर राजस्थान के मंत्री का तंज, कहा- पार्टी को 'चाणक्य' की जरूरत, 'व्यापारी' की नहीं

By

Published : Apr 27, 2022, 12:26 PM IST

Updated : Apr 27, 2022, 12:57 PM IST

कांग्रेस में एंट्री के मुद्दे पर राजस्थान के मंत्री सुभाष गर्ग ने प्रशांत किशोर (PK) पर तंज कसा है. सीएम अशोक गहलोत के करीबी मंत्री ने इशारों-इशारों में ट्वीट कर कहा है कि पार्टी को चाणक्य की जरूरत है, न कि व्यापारी की. क्या हैं इसके मायने, यहां समझिए...

subhash-garg-sarcasm on-prashant-kishor
PK पर राजस्थान के मंत्री का तंज

जयपुर : राजस्थान में इन दिनों कांग्रेस की राजनीति में फिर हलचल तेज है. चाहे सचिन पायलट हों या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, दोनों ही इस समय राजनीति के केंद्र में बने हुए हैं. इस बीच राजस्थान के मंत्री सुभाष गर्ग ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया है. सुभाष गर्ग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी में प्रशांत किशोर की भूमिका पर सवाल उठाए हैं.

हालांकि, उन्होंने न तो अपने ट्वीट में किसी पार्टी का नाम लिया है न ही उन्होंने किसी व्यक्ति का, लेकिन उनके ट्वीट की भाषा साफ तौर पर पीके की ओर ही इशारा कर रही है. मंत्री सुभाष गर्ग ने अपने ट्वीट में लिखा है कि किसी संगठन को मजबूत व ताकतवर केवल नेतृत्व व कार्यकर्ता ही बना सकते हैं, कोई सलाहकार व सेवा प्रदाता नहीं. नेतृत्व को चाणक्य की जरूरत है, न कि व्यापारी की.

कांग्रेस से लेना देना नहीं, लेकिन मुख्यमंत्री के करीबी हैं इसलिए जोड़ा जा रहा पीके से : वैसे तो मंत्री सुभाष गर्ग ने अपने ट्वीट में न किसी पार्टी का नाम लिया है न ही किसी नेता का और खुद सुभाष गर्ग कांग्रेस पार्टी के नहीं होकर आरएलडी कोटे से मंत्री बने हैं. ऐसे में उनका सीधे तौर पर यह ट्वीट किस से जुड़ा है, यह कहा नहीं जा सकता. लेकिन क्योंकि सुभाष गर्ग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे नजदीकी मंत्रियों में से एक हैं, ऐसे में सुभाष गर्ग के इस ट्वीट को पीके के साथ जोड़कर देखा जा रहा है.

पढ़ें :पीके पर सीएम गहलोत बोले, बड़ा नाम हो गया...ऐसी एजेंसियों की राय सभी लेते हैं, कटारिया पर दिया ये जवाब

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी अपने बयान में यह कह चुके हैं कि (Gehlot Comments on Prashant Kishore) पार्टियां पहले भी प्रोफेशनल को साथ लेती रही हैं और पीके क्योंकि अब ब्रांड बन गए हैं, इसलिए उनका नाम आने पर चर्चा ज्यादा होती है. जबकि पार्टियों के लिए यह नई बात नहीं है.

Last Updated :Apr 27, 2022, 12:57 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details