नई दिल्ली: सुधा मूर्ति को उनके परिवार की उपस्थिति में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. इस दौरान उनके पति एनआर नारायण मूर्ति, जो इंफोसिस के संस्थापक हैं, बेटा रोहन मूर्ति और बेटी अक्षता मूर्ति मौजूद थीं, जिनकी शादी यूके के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक से हुई है और उनकी बहन डॉ सुनंदा कुलकर्णी भी मौजूद रहीं. जानकारी के लिए बता दें कि नारायण मूर्ति को साल 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
मूर्ति परिवार को विनम्र और समझदार परिवार माना जाता है और यह पद्म समारोह में अलग नहीं था. एक मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार यूके के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को शुरू में अपने परिवार के साथ बीच की पंक्तियों में बैठाया गया था, जिसमें न्यूनतम सुरक्षा थी. सरकारी अधिकारियों ने बाद में उन्हें अगली पंक्ति में जाने के लिए कहा और प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें विदेश मंत्री एस जयशंकर के बगल में बिठाया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुधा मूर्ति को सामाजिक कार्यों के लिए पद्म भूषण प्रदान किया. एक परोपकारी, प्रसिद्ध लेखिका और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष, उन्होंने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कला और संस्कृति, पशु कल्याण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कई परियोजनाएं शुरू की हैं.
पद्म भूषण प्राप्त करने के बाद, सुधा मूर्ति ने कहा कि 'मैं भारत के लोगों के लिए इस पुरस्कार की एहसानमंद हूं. मुझे आशा है कि मेरी आज की मान्यता युवा पीढ़ी को सामाजिक कल्याण को एक व्यवसाय के रूप में लेने के लिए प्रेरित करेगी. यह हमारे महान राष्ट्र के सतत विकास के लिए आवश्यक है. मुझे हमेशा लगता है कि कुछ लोगों की उदारता लाखों लोगों की उम्मीद होती है.'
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मूर्ति, जो दिसंबर 2021 तक इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष थीं, 25 से अधिक वर्षों से सामाजिक कारणों की यात्रा पर हैं. उनके नेतृत्व में, इंफोसिस फाउंडेशन ने शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, ग्रामीण विकास, निराश्रित देखभाल, कला और संस्कृति, मध्याह्न भोजन योजनाओं और जल परियोजनाओं पर ध्यान देने के साथ भारत भर के दूरदराज के क्षेत्रों में काम करने वाले समाज के वंचित सदस्यों की मदद करने वाली कई पहलों का समर्थन किया.