नई दिल्ली : संसद का शीतकालीन सत्र बहुत ही हंगामेदार रहा है, खासकर जिस दिन लोकसभा में दो युवक गैलरी से कूदे, उसके बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है. विपक्ष की मांग है कि पूरे मामले पर गृह मंत्री अमित शाह या फिर प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी खुद बयान दें. हालांकि, सरकार ने साफ कर दिया है कि इस मामले पर जांच जारी है और उससे पहले कोई भी बयान देना उचित नहीं होगा. वहीं, मंगलवार को विपक्षी गुट पूरे सत्र के बायकॉट का एलान कर सकता है.
इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है. सोमवार को भी दोनों सदनों में इस मुद्दे पर नोकझोंक होती रही. लोकसभा स्पीकर ने आज 33 सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए समय के लिए निलंबित कर दिया. निलंबित होने वाले सांसदों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि संसद में 'बुलडोजर' चलवाया जा रहा है और विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है.
शिवसेना सांसद (उद्धव गुट) प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार जो कर रही है, वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार लोगों का मत जीतकर आई है, वह सुरक्षा के मुद्दे पर चुनाव जीती है, लेकिन आज देश के सबसे सुरक्षित भवन भी सुरक्षित नहीं है, और विपक्ष जब इस मुद्दे को उठाता है, तो आप उसे निलंबित कर देते हैं.
विपक्ष के कौन-कौन से सांसद आज निलंबित हुए हैं, उनकी यह सूची है.
क्या कहा ममता बनर्जी ने - प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार डर गई है और अगर इसी तरह विपक्ष के सांसद सस्पेंड होते रहे तो संसद में लोगों की आवाज उठाएगा कौन. बेहतर हो वो पूरी संसद ही सस्पेंड कर दें...खुलेआम लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाया जा रहा है. ममता बनर्जी विपक्षी गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली में हैं और बंगाल की कुछ मांगों को लेकर प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात भी होनी है. नाराज ममता ने ये भी कहा कि अगर सरकार के पास संख्या बल है तो वे हमें निष्कासित क्यों कर रहे हैं. बिल तो वे पास करा ही सकते हैं, फिर इतनी बड़ी संख्या में निष्कासन क्यों किया जा रहा है.
भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि ये सभी सांसद जो निष्कासित किए गए हैं, वे लगातार सदन की कार्यवाही बाधित कर रहे थे.
सदन में स्पीकर द्वारा बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने तख्तियां लहराईं. भाजपा सांसद ने कहा कि टीएमसी के कल्याण बनर्जी, सौगत राय, प्रतिमा मंडल, डीएमके सांसद टीआर बालू और ए राजा, इसी तरह से आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन समेत 33 सांसदों को शीतकालीन सत्र की बाकी अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. हालांकि, इसके पहले सरकार ने दूरसंचार विधेयक 2023 को ध्वनिमत से पारित करवा लिया. लोकसभा के तीन सांसद विजय वसंत, अब्दुल खालिक और के. जयकुमार का मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया. जब तक इस समिति से रिपोर्ट नहीं आ जाती है, तब तक ये सांसद भी निलंबित रहेंगे.
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