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Odisha Train Tragedy: रेल मंत्री बोले- हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई, हुए भावुक

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Published : Jun 5, 2023, 10:15 AM IST

Updated : Jun 5, 2023, 12:27 PM IST

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनका लक्ष्य ट्रेन हादसे के बाद लापता लोगों के परिवार के सदस्यों को जल्द से जल्द ढूंढना है. वैष्णव ने कहा हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है. तो वहीं, रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है.

Odisha Train Tragedy
ओडिशा ट्रेन हादसा

बालासोर:ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार दो जून को हुए भीषण तिहरे ट्रेन हादसे के 51 घंटे बाद रेल सेवा बहल हो गई है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि उनका लक्ष्य ट्रेन हादसे के बाद लापता लोगों के परिवार के सदस्यों को जल्द से जल्द ढूंढना है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्य उन्हें जल्द से जल्द ढूंढ सकें. वैष्णव ने कहा हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है. तो वहीं, रेलवे बोर्ड ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है.

वैष्णव ने पहली मालगाड़ी के सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की
बालासोर में भयानक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना के 51 घंटे बाद अप और डाउन दोनों लाइनों पर क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत के बाद सेवाएं फिर से शुरू हुईं, जिसमें कम से कम 275 लोगों की मौत हुई थी, और 1,000 से अधिक घायल हुए थे. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्होंने एक मालगाड़ी के चालक दल को भी हाथ हिलाया और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना की.

ट्रेन हादसे के 51 घंटे बाद रेल सेवा बहाल
रविवार को एएनआई से बात करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस आशय के निर्देश भेजे जाने के तुरंत बाद क्षतिग्रस्त पटरियों के पुनर्निर्माण का काम शुरू हो गया था. रेल पटरियों की मरम्मत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सलाह और निर्देश दिए थे. रेल मंत्री ने कहा कि ट्रेन हादसे के 51 घंटे बाद सेवा शुरू करने से पहले दोनों लाइनों का पुनर्निर्माण और परीक्षण किया गया था. इससे पहले वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुई.

ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में बालासोर जिले के बहनगा बाजार स्टेशन पर तीन अलग-अलग पटरियों पर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी शामिल थी. ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने रविवार को स्पष्ट किया कि भयानक दुर्घटना से मरने वालों की संख्या 288 से 275 तक संशोधित की गई थी, क्योंकि यह निर्धारित किया गया था कि कुछ शवों की दो बार गिनती की गई थी.

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मंत्रालय ने कहा कि क्षतिग्रस्त पटरियों की बहाली के लिए 1000 से अधिक श्रमिकों को सेवा में लगाया गया था, साथ ही 7 से अधिक पोकलेन मशीनें, दो दुर्घटना राहत ट्रेनें और 3-4 रेलवे और सड़क क्रेन भी इस उद्देश्य के लिए तैनात किया गया था.

(एएनआई)

Last Updated : Jun 5, 2023, 12:27 PM IST

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