कानपुर :शहर के रमणीय स्थलों में शामिल जेके मंदिर में वर्षों बाद ड्रेस कोड को लागू कर दिया गया. श्री राधाकृष्ण टेंपल ट्रस्ट (JK temple in Kanpur) की ओर से बताया गया, कि हाफ पैंट, बरमूडा व घुटनों तक वाली पैंट, फटी जींस, स्कर्ट और क्राप ड्रेस पहनकर आने वालों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. मॉर्निंग वाकर्स पर भी यह नियम सख्ती से लागू होगा.
फटी जींस, हाफ पैंट, बरमूडा पहनकर आए तो नहीं मिलेगा प्रवेश, जेके मंदिर में ड्रेस कोड लागू
कानपुर के जेके मंदिर में भी अब ड्रेस कोड लागू (New Dress code implemented in JK temple) कर दिया गया है. मंदिर की ओर से सभी श्रद्धालुओं के साथ मार्निंग वाकर्स पर भी यह नियम सख्ती से लागू किया जाएगा.
Published : Oct 20, 2023, 12:45 PM IST
|Updated : Oct 20, 2023, 12:53 PM IST
दरअसल, भगवान राधा-कृष्ण के इस मंदिर में वैसे तो शाम को युवाओं का तांता लगता है. मगर, सुबह भी अच्छी संख्या में लोग घूमने व टहलने आते हैं. सफेद संगमरमर वाले मंदिर भवन को देख लोग जहां मोहित हो जाते हैं, वहीं मंदिर के अंदर ही हरियाली भी सभी को आकर्षित करती है और लोग दिन भर धूल-धुएं से जूझते हुए यहां सुबह और शाम को ताजी हवा में सांस लेना बेहतर समझते हैं. भगवान राधा-कृष्ण का यह मंदिर शहर के सर्वोदय नगर में स्थित है और यहां काकादेव, शास्त्री नगर, विजय नगर, गुमटी नं.5, लाजपत नगर समेत अन्य आसपास क्षेत्रों के अच्छी संख्या में लोग मंदिर पहुंचते हैं, हालांकि जब गुरुवार शाम को लोगों ने मंदिर परिसर में जगह-जगह ड्रेस कोड लागू होने के बोर्ड देखे तो एक पल के लिए आश्चर्यचकित रह गए, हालांकि ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा, कि अगर लोगों को मंदिर आना है तो उनका पहनावा शालीन होना चाहिए.
शादी के लिए लड़के-लड़कियों को दिखाने के होते हैं आयोजन :शहर में वैसे तो जहां भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्त आनंदेश्वर मंदिर पहुंचते हैं, तो वहीं पनकी स्थित हनुमान मंदिर में बजरंगबली के आगे पहुंच भक्त माथा टेकते हैं, जबकि शहर के राधा-कृष्ण मंदिर, जिसे जेके मंदिर भी कहा जाता है वहां भक्त दर्शन से पहले अपनी शादी पक्की करते हैं. शहर का यह एक ऐसा मंदिर है, जहां शादी से पहले लड़के व लड़की पक्ष के लोग पहुंचकर एक दूसरे से मुलाकात करते हैं. साथ ही दिखाई कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है.