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लोहरदगा-गुमला सीमा क्षेत्र में नक्सलियों का तांडव, करोड़ों के वाहन और मशीनों को फूंका

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Published : Jan 8, 2022, 7:40 AM IST

लोहरदगा-गुमला सीमा क्षेत्र में नक्सलियों का तांडव. गुमला-लोहरदगा जिले के सीमावर्ती गुरदरी थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने एक दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. इस हमले को 15 लाख के इनामी रविंद्र गया गंझू के दस्ते ने अंजाम दिया है. इस हमले के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.

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लोहरदगा:झारखंड केलोहरदगा जिला (Lohardaga district in jharkhand) स्थित सीमावर्ती क्षेत्र में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने उत्पात मचाया है. हार्डकोर नक्सली और मोस्ट वांटेड रविंद्र गंझू के दस्ताने एक दर्जन वाहनों को फूंक डाला है. यह घटना माइंस एरिया की है. सूचना मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच और आगे की कार्रवाई में जुट गई है. क्षेत्र में दहशत का माहौल है. घटना के बाद सभी वाहन चालक मौके से फरार हो गए हैं.


लोहरदगा-गुमला जिले के सीमावर्ती गुरदरी थाना क्षेत्र के कुजाम माइंस में नक्सलियों ने शुक्रवार शाम 7.30 बजे जमकर उत्पात मचाया है. लोहरदगा-गुमला जिले के सीमावर्ती गुरदारी थाना क्षेत्र के कुजाम माइंस में चार नंबर खंता में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के हथियारबंद दस्ता पहुंचा और एक-एक कर दर्जन भर वाहनों को फूंक डाला. नक्सलियों ने यहां पर माइनिंग से जुड़े एनकेसीपीएल कंपनी के वाहनों को आग के हवाले किया है. जिससे कंपनी को 10 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान होने की बात बताई जा रही है. सूचना के अनुसार घटना को अंजाम भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर और 15 लाख के इनामी रविंद्र गंझू के दस्ता ने लेवी के के लिए किया है.

रविंद्र गंझू की तलाश न सिर्फ लोहरदगा-गुमला और लातेहार जिले के पुलिस कर रही है, बल्कि झारखंड पुलिस के मोस्ट वांटेड नक्सली को झारखंड पुलिस को इसकी तलाश है. घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों का दस्ता वहां से जंगल के रास्ते निकल गया. इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. पुलिस की ओर से क्षेत्र में घेराबंदी का प्रयास किया जा रहा है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो सकी है.

नक्सलियों ने बॉक्साइट माइन्स में लगे हुए माइनिंग से संबंधित वाहनों को आग के हवाले कर दिया, साथ ही माइंस और माइनिंग से जुड़े हुए कर्मियों को धमकी दी कि बिना इजाजत के काम शुरू करने पर और भी बुरा अंजाम होगा. इस घटना की पुष्टि हिंडाल्को कंपनी के माइनिंग से जुड़े एनकेसीपीएल कंपनी के अधिकारियों ने की है, लेकिन उन्होंने यह कहा है कि उन्हें सिर्फ सूचना मिली है. अभी वास्तविकता के बारे में कोई भी जानकारी उन्हें भी नहीं है इस मामले में ट्रक ऑनर एसोसिएशन के पदाधिकारी भी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं.

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जानकारी यह भी मिल रही है, कि आदित्य बिरला ग्रुप की हिंडाल्को कंपनी के रेजिंग और ट्रांसपोर्टिंग कांट्रेक्टर एनकेसीपीएल कंपनी का जो वाहन जलाया गया है इसमें 1.20 करोड़ मूल्य के दो ड्रिल मशीन, 80 लाख के दो जेसीबी वाहन, 1.70 करोड़ रुपए मूल्य के चार हाइवा वाहन, 3.60 करोड़ रुपए मूल्य के छह एक्सरावेटर मशीन समेत अन्य वाहनों में आग लगी है. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि घटनास्थल पुलिस विकेट से महज कुछ दूरी पर है, जहां नक्सलियों ने बेखौफ तरीके से घटना को अंजाम दिया है. नक्सलियों ने जिस प्रकार से घटना को अंजाम दिया है, उसके बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. घटना के बाद जिन वाहनों को जलाया गया है, उसके सभी चालक मौके से खौफ की वजह से फरार हो गए हैं. यही नहीं जिन वाहनों को जलाया गया है, उनके टायर के जलने और फटने की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी है.

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