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बिहार में राजनीतिक संकट के बीच चिराग पासवान ने की राष्ट्रपति शासन की मांग

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Published : Aug 10, 2022, 8:49 AM IST

चिराग पासवान ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
चिराग पासवान ने की राष्ट्रपति शासन की मांग ()

बिहार में राजनीतिक संकट के बीच चिराग पासवान ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा. पढ़ें पूरी खबर..

पटना:बिहार में सियासी संकट (Political Crisis In Bihar) के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. साल 2017 से चली आ रही एनडीए गठबंधन टूट गई है. इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार सीधे राबड़ी आवास पहुंचे हैं. इधर इस पूरे मामले को लेकर लोजपा रामविलास के मुखिया और जमुई सांसद चिराग पासवान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग की है.

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"आज नीतीश कुमार की क्रेडिबिलिटी जीरो हैं. हम चाहते हैं कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू हो और राज्य को नए सिरे से जनादेश देना चाहिए. आपकी (नीतीश कुमार) कोई विचारधारा है या नहीं? अगले चुनाव में जदयू को जीरो सीटें मिलेगी."-चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोजपा रामविलास

चिराग का नीतीश पर निशाना: चिराग ने कहा कि "मैंने विधान सभा चुनाव से पहले ही आगाह किया था की नीतीश कुमार जी चुनाव बाद कभी भी पलटी मार सकते हैं. आज लगता है वो दिन आगया. नीतीश कुमार जी को बिहार में सबसे अच्छे से कोई जानता है तो मैं आज दावे के साथ बोल सकता हूं की मैं जानता हूँ. उनके अहंकार के कारण प्रदेश का बुरा हाल हुआ है. नीतीश कुमार में हिम्मत है तो चुनाव में चलें. नीतीश कुमार किसी भी प्रकार सत्ता में रहना चाहते हैं. ललन जी ने चिराग मॉडल का जिक्र किया, जिसपर मैं कुछ बातें साफ कर दूं. मैंने भाजपा से कहा था मैं अकेले चुनाव लड़ना चाहता हूं क्यों की मैं किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार के साथ कार्य नहीं कर सकता."

"नीतीश कुमार ने ना सिर्फ मेरे पिता का अपमान किया था बल्कि, पूरे बिहार को अंधकार में झोंक दिया है. मैं अपनी प्रण के कारण उनके खिलाफ़ लड़ा. अकेले चुनाव लड़ने के लिए जो साहस चाहिए या वो सिर्फ मेरी थी, अन्य किसी ने भी अकेले लड़ने की हिम्मत नहीं दिखाई. मैं फिर से कहना चाहता हूं की नीतीश कुमार में हिम्मत है तो अकेले चुनाव में आकर मुझसे फरिया लें. अपने हितों के लिए नहीं बल्कि #बिहार1stबिहारी 1st के संकल्प के लिए था, जिसके साथ जनता खड़ी हुई और नतीजा हुआ की नीतीश बाबू 43 सीट पर सिमट गए. जल्द बिहार में साथी बदले जाने वाले हैं. लेकिन जनता ने इस बार सिर्फ 43 दिया था, अगली बार शून्य पर आना पड़ेगा. जिन भी नए साथी साथ जाएंगे उनका भविष्य नीतीश जी खराब कर देंगे. उनको भी मैं बोलना चाहता हूं कि वोह भी सोच समझ कर फैसला लें. जानता ने मेरा साथ दिया उसके लिए धन्यवाद."-चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोजपा रामविलास

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