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शिंदे के साथ 42 बागी विधायकों की फोटो आई सामने, रात को भी पहुंचे कुछ विधायक

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Published : Jun 23, 2022, 1:31 PM IST

Updated : Jun 24, 2022, 6:41 AM IST

बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ विधायक

गुरुवार सुबह भी तीन और शिवसेना विधायक पाला बदलते हुए गुवाहाटी पहुंच गए. इसके बावजूद शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि जब भी फ्लोर टेस्ट होगा, वह देख लेंगे. दूसरी ओर शिवसेना विधायक कैलाश पाटिल ने दावा किया कि उन्हें जबरदस्ती सूरत ले जाया गया था. लेकिन एकनाथ शिंदे समर्थक विधायक ने इसका खंडन किया. उन्होंने कहा कि पाटिल मातोश्री की सहानुभूति हासिल करने के लिए झूठ बोल रहे हैं. गुरुवार रात को भी शिवसेना के कुछ विधायक असम पहुंचे हैं.

गुवाहाटी :शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में जो विधायक मौजूद हैं, उनकी सबकी एक ग्रुप फोटो और वीडियो सामने आया है. ये सभी विधायक एकसाथ बैठकर शिवसेना जिंदाबाद, बाला साहेब ठाकरे की जय के नारे लगा रहे हैं. इसमें शिवसेना के बागी विधायकों के साथ निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. इनकी कुल संख्या 42 है. हालांकि, गुरुवार रात को भी कुछ विधायक असम पहुंचे हैं. शिंदे ने खुद उनका स्वागत किया है.

मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीति का पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. वहीं, शिवसेना के बागी विधायकों की संख्या बढ़ रही है. इसके चलते सीएम उद्धव ठाकरे कमजोर साबित होते जा रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक बागी नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के सीएम को खुली चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी के जरिए उन्होंने कई आरोप लगाए हैं.

शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी के लिए निकले

बागी विधायकों ने लिखी चिट्ठी: शिवसेना के बागी विधायकों की एक चिट्टी जारी की गई है. एकनाथ शिंदे ने इस चिट्टी में कई आरोपों का उल्लेख किया है. उन्होंने कहा कि हमारे साथ लगातार पक्षपातपूर्ण रवैया किया गया. उन्होंने आगे लिखा कि हमारी पहुंच उद्धव ठाकरे तक नहीं होती थी. वहीं, शिंदे ने कहा कि हमें अयोध्या जाने से भी रोका गया. सिर्फ आदित्य ठाकरे को अयोध्या भेजा गया. हमारी परेशानियों को आपने कभी नहीं सुनी. हमें उद्धव के दफ्तर जाने का सौभाग्य नहीं मिला. हिन्दुत्व-राम मंदिर शिवसेना का मुद्दा था. हम उद्धव के सामने अपनी बातें नहीं रख पाते थे.

वहीं, आज सुबह तीन और शिवसेना विधायक पाला बदलते हुए गुवाहाटी पहुंचे. इससे पहले बुधवार को चार और विधायक गुवाहाटी में शिंदे गुट से जा मिले थे. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तब सभी देखेंगे. ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ने वाले बालासाहेब ठाकरे के सच्चे अनुयायी नहीं हो सकते. महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में राजनीतिक अस्थिरता के बीच, राउत ने आगे दावा किया कि पार्टी अभी भी मजबूत है और विद्रोही बाल ठाकरे के सच्चे "भक्त" नहीं हैं.

एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा, "हम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बालासाहेब ठाकरे के काम के साथ हैं, मैं बालासाहेब ठाकरे का समर्थन करता हूं और मैं बालासाहेब ठाकरे का समर्थन करता हूं, इस तरह के बयान से आपको यह साबित नहीं होगा कि आप बालासाहेब के असली अनुयायी हैं. साथ ही आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय के भय से विधायक बागी बने हैं.

शिवसेना विधायक कैलाश पाटिल ने दावा किया कि उन्हें जबरदस्ती सूरत ले जाया गया. उन्होंने कहा कि वहां से भागने के लिए उन्हें एक किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. पाटिल ने यह भी कहा कि वह कभी भी शिवसेना का साथ नहीं छोड़ेंगे. हालांकि, दूसरी ओर एकनाथ शिंदे समर्थक विधायक तानाजी सावंत ने कहा कि कैलाश पाटिल सहानुभूति हासिल करने के लिए ऐसा कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाटिल जो भी कह रहे हैं, वह कहानी बनाकर बोल रहे हैं, क्योंकि उन्हें मातोश्री की सहानुभूति चाहिए. तानाजी ने कहा कि पाटिल के मुंबई जाने की व्यवस्था उन्होंने की थी.

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Last Updated :Jun 24, 2022, 6:41 AM IST

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