चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) के भदौड़ से आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) प्रत्याशी लाभ सिंह उगोके ( Labh Singh Ugoke) ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को सियासी शिकस्त दी है. बेहद गरीब घर से संबंध रखने वाले 35 साल के लाभ सिंह उगोके ने सीएम चन्नी को करीब 37,500 मतों से हराया है. बता दें, लाभ सिंह ने प्लंबर का कोर्स किया है और वह मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं. वो 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. जानकारी के मुताबिक लाभ सिंह के पिता ड्राइवर हैं और मां एक स्कूल में सफाई कर्मी हैं.
पंजाब के भदौड़ से चरणजीत सिंह चन्नी को चुनाव हराने के बाद लाभ सिंह उगोके ने कहा चन्नी का भदौड़ से हारना तो तय था, लेकिन लोगों ने जो इतनी बड़ी लीड दी है वह हमने कभी नहीं सोची थी. भदौड़ के लोगों ने हमेशा अच्छे लोगों को चुनने की कोशिश की है. लाभ सिंह उगोके ने बताया चुनाव जीतने के बाद से अब तक उनके पास 1500 मिस कॉल आ चुकी हैं और वो उन फोन कॉल को उठा नहीं सके. उन्होने कहा कि दुनिया भर के पंजाबी हमें अपना प्यार दे रहे हैं और जिस भाषा को मैं जानता भी नहीं, वहां पर भी मेरी खबर चल रही है.
बता दें, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी दोनों सीटों पर हार गए हैं. वह चमकौर साहिब और भदौड़ दोनों सीटों में कोई भी नहीं बचा पाए. चुनाव से पहले चरणजीत सिंह ने कहा था कि अगर वे दोनों सीटों से चुनाव जीतते हैं तो चमकौर साहिब सीट छोड़ देंगे, लेकिन दोनों सीटें उनके हाथ से निकल गई हैं.
कौन हैं आप प्रत्याशी लाभ सिंह
- भदौड़ सीट से आप के उम्मीदवार लाभ सिंह उगोके मोबाइल रिपेयर का काम करते हैं वहीं, उनके पिता ड्राइवर और मां स्वीपर है. लाभ सिंह केवल 12वीं पास हैं.
- लाभ सिंह उगोके साल 2013 में एक स्वयंसेवक के रूप में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए थे. मोबाइल रिपेयर की दुकान चलाने वाले उगोके ने कहा था, चन्नी को भदौड़ सीट की कोई जानकारी नहीं है. यहां 74 गांव हैं और मुझें सभी गांवों की दिक्कतें पता हैं. मेरे लिए, भदौड़ कोई हलका (निर्वाचन क्षेत्र) नहीं है, यह मेरा परिवार है. भदौड़ के 10 गांवों के नाम चन्नी साहब को भी नहीं पता. चन्नी साहब के लिए भदौड़ एक निर्वाचन क्षेत्र है.
परिवार समेत केजरीवाल ने भी की तारीफ
पूरे पंजाब और यहां तक कि दिल्ली में भी लाभ सिंह की चर्चा हो रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लाभ सिंह की तारीफ की है. वहीं, उनके बेटे के विधायक बनने के बाद भी उनके परिवार में कोई बदलाव नहीं आया. उनकी मां हमेशा की तरह सफाई करने स्कूल पहुंचीं. उनकी मां बलदेव कौर सरकारी स्कूल उगोके पहुंचीं और अपनी ड्यूटी निभाई. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे के विधायक बनने पर बहुत खुश हैं. हालांकि, लाभ सिंह के प्रतिद्वंद्वी मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी थे, लेकिन इसके बावजूद उनके हौसले पहले दिन से ही बुलंद थे.उन्हें जीत की बहुत उम्मीदें थीं.
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निभाती रहेंगी अपना कर्तव्य
हलका भदौड़ के लोगों ने भी यही उम्मीद कायम रखी है और लाभ मिला. उन्होंने कहा कि मेरे पति मुझे मजदूरी देकर लाभ की हर मांग को पूरा करते थे, लेकिन लाभ सिंह ने हमें किसी बात के लिए परेशान नहीं किया. उन्होंने कहा, भले ही मेरा बेटा विधायक बन गया है, लेकिन इसके बावजूद वह सफाईकर्मी के रूप में अपना कर्तव्य निभाती रहेंगी. उन्होंने कहा कि इस मेहनत की कमाई से वह अपना घर चलाती रहेंगी. माता बलदेव कौर ने कहा कि क्षेत्र की जनता को लाभ सिंह से काफी उम्मीदें हैं और मेरा बेटा क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य शिक्षा और अन्य कार्यों के लिए अच्छा काम करेगा.