शहीद करण के पिता बालक यादव ने बेटे के बारे में जानकारी दी. कानपुर: जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर का एक लाल शहीद हो गया. कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के भाऊपुर गांव में जैसे ही करण के शहीद होने की खबर पहुंची वैसे ही गम का माहौल हो गया. जानकारी मिलते ही गांव वाले करन के घर की ओर दौड़ पड़े. गांव वाले शाहिद के परिजनों को ढांढस बधाने में लग गए.
जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के भाऊपुर गांव के जवान करण के घर से संवाददाता दीपेंद्र द्विवेदी की रिपोर्ट. किसान पिता बालक यादव ने रूंधते गले से बताया कि रात में उनके पास करीब 12 बजे फोन आया था कि आपके बेटे को गोली लगी है. फिर सुबह जानकारी दी गई कि बेटा शहीद हो गया. बेटा करण अगस्त में सबसे मिलकर गया था. फरवरी में दोबारा घर आने के लिए बोला था. लेकिन, कौन जानता था कि करण अब कभी वापस नहीं लौटेगा.
भाई बोला, आतंकियों से लूंगा बदला, मैं भी सेना में जाऊंगा: शहीद करण के छोटे भाई अर्जुन का कहना है कि शहादत का गम पूरे जीवन भर रहेगा. मगर, अब मैं भी सेना में जाऊंगा और आतंकियों को मार गिराऊंगा. भाई अर्जुन के जो शब्द थे, वह बयां कर रहे थे कि जिस तरह आतंकी हमले में वह शहीद हुए, उससे आतंकियों के प्रति मन में बहुत अधिक गुस्सा भी. अर्जुन ने बताया कि शहीद करण के एक बेटा और एक बेटी हैं. करण की वजह से ही घर चलता था. अब, करण के शहीद हो जाने पर घर की जिम्मेदारी को भी देखना होगा.
करण 2013 में सेना में हुआ था भर्तीःगांव वालों का कहना है कि करण जिस गाड़ी को चला रहा था. उस गाड़ी पर आतंकियों ने चोरी छिपे हमला कर दिया. करन के शहीद होने की जानकारी होने से गांव वालों में इस बात को लेकर काफी गुस्सा भी है. गांव वालों ने बताया कि किसान बालक सिंह यादव के तीन बेटियां और दो बेटे थे. इनमें करण दूसरे नंबर पर था. करण 2013 में सेना में भर्ती हुआ था. करण हमेशा से ही अपने परिजनों से कहता था कि वह देश की सेवा ही करना चाहता है. इसीलिए उसने सेना को चुना था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद को दी श्रद्धांजलि: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के माध्यम से जम्मू कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर निवासी, सेना के जवान करण कुमार को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी तथा जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद करन कुमार के नाम पर करने की घोषणा की है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को हर संभव मदद प्रदान करने की भी बात कही है.
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