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ओडिशा में आईटी छापे, दो दिन में ₹46 करोड़ जब्त

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 9, 2023, 2:12 PM IST

Updated : Dec 9, 2023, 10:09 PM IST

आयकर (आई-टी) विभाग ने ओडिशा के शराब डिस्टिलरी समूह से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की. इस दौरान भारी मात्रा में नोट बरामद किए. बताया जाता है कि इस कार्रवाई में 46 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई. वहीं और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बीजद और कांग्रेस पर निशाना साधा है. IT raid 46 crore seized Odisha

Etv BharatI-T raids in Odisha: Rs 46 Cr Cash Counted So Far In Last Two Days
Etv Bharatओडिशा में आईटी छापे, पिछले दो दिनों में अब तक 46 करोड़ रुपये नकद मिले

बलांगीर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोगों को आश्वासन देने के एक दिन बाद कि 'जनता से लूटा गया पैसा वापस किया जाएगा', आयकर (आईटी) विभाग ने शनिवार को ओडिशा में एक शराब डिस्टिलरी समूह पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी. बोलांगीर एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि दूसरे दिन 46 करोड़ रुपये की नकदी की गिनती की गई. उन्होंने बताया कि बैंक को नकदी से भरे कुल 176 बैग सौंपे गए. वहीं और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बीजद और कांग्रेस पर निशाना साधा है.

शुक्रवार तक लगभग 225 करोड़ रुपये जब्त करने के बाद आईटी अधिकारियों ने शनिवार को बोलांगीर जिले के सुदापारा इलाके में एक देशी शराब निर्माता के घर से नोट से भरे 20 बैग बरामद की. एक अधिकारी ने कहा कि सुदापारा से बरामद धनराशि की गिनती की जा रही है और अनुमान है कि यह 50 करोड़ रुपये से अधिक होगी.

आयकर विभाग के अधिकारी शुक्रवार को नकदी से भरे 156 बैग गिनती के लिए बोलांगीर स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा में ले गए थे. हालांकि इनकम टैक्स के डीजी संजय बहादुर ने छापेमारी के बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया.वह पिछले तीन दिनों से भुवनेश्वर में डेरा डाले हुए हैं.

उन्होंने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, 'हमारे लोग इस पर काम कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि जहां 150 अधिकारी शराब डिस्टिलरी समूह पर छापेमारी में हिस्सा ले रहे थे, वहीं आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान विभिन्न स्थानों से बरामद डिजिटल दस्तावेजों के सत्यापन के लिए हैदराबाद के 20 अन्य अधिकारियों को भी लगाया है.

सूत्रों ने बताया कि 150 अधिकारी शराब बनाने वाली कंपनियों के समूह के खिलाफ छापेमारी कर रहे हैं. आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान विभिन्न स्थानों से बरामद डिजिटल दस्तावेजों के सत्यापन के काम में हैदराबाद के 20 अन्य अधिकारियों को भी लगाया है. उन्होंने बताया कि कि जब्त किए गए पैसे की गिनती संबलपुर और बोलांगीर स्थित दो एसबीआई शाखाओं में की जा रही थी.

उन्होंने कहा कि नकदी की गिनती एक कठिन काम बन गयी है और अधिक संख्या में नोटों की गिनती के कारण मशीनों में खराबी आ गई है. उन्होंने बताया कि प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न बैंकों से नोट गिनने की मशीन लाई गई हैं. सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी ओडिशा में सबसे बड़े देशी शराब निर्माताओं में से एक बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हितधारकों की विनिर्माण इकाइयों और परिसरों पर छापेमारी के बाद एजेंसी अब इस समूह से जुड़े सभी व्यक्तियों के कार्यालयों और आवासों को निशाना बना रही है.

उन्होंने बताया कि छापेमारी की शुरुआत बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) से हुई। उन्होंने बताया कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड का झारखंड के एक कांग्रेस नेता एवं सांसद से कथित संबंध है. यह छापेमारी संबलपुर, राउरकेला, बोलांगीर, सुंदरगढ़ और भुवनेश्वर में की गई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर छापेमारी संबंधी खबर साझा करते हुए लिखा था, 'देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें. जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है.'

भाजपा ने बीजद और कांग्रेस पर निशाना साधा

ओडिशा और पड़ोसी राज्यों में आयकर विभाग की चल रही छापेमारी और भारी मात्रा में नकदी की जब्ती को लेकर राजनीतिक विवाद शनिवार को और तेज हो गया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने बीजद और कांग्रेस पर निशाना साधा. आयकर अधिकारियों ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़े परिसरों पर अपनी छापेमारी जारी रखी और ओडिशा के कई हिस्सों से 300 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी बरामद की. जब्त रकम की गिनती के लिए केंद्रीय एजेंसी की ओर से तीन दर्जन मशीनें लगाई गई हैं। जबकि अलमारियों में छिपाई गई 200 करोड़ रुपये की नकदी पहले बरामद की गई थी, शेष राशि ओडिशा के संबलपुर, बोलांगीर और सुंदरगढ़ जैसे अन्य स्थानों से पाई गई थी। आईटी छापे और नकदी की जब्ती पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए,

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आश्चर्य व्यक्त किया और सवाल किया कि क्या ओडिशा के कई और राजनेता भी भ्रष्टाचार में शामिल थे. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि कुछ दिनों से मीडिया में ओडिशा में सैकड़ों करोड़ रुपये जब्त होने की खबर ने मुझे स्तब्ध कर दिया है. यह चिंता की बात है कि केंद्रीय एजेंसियों की छापेमारी में ओडिशा जैसे राज्यों से एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में बेहिसाब धन जब्त किया गया है. इस पैसे से ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड राज्यों के कुछ लोगों के जुड़े होने की सूचना है. इस गुमनाम संपत्ति का स्रोत क्या है? सत्य क्या है? क्या जब्त किए गए काले धन से ओडिशा के कुछ लोगों का संबंध है? सच्चाई और ईमानदारी के झंडाबरदार कुछ लोग इस मामले पर चुप क्यों हैं? प्रधान ने सवाल किया कि अब ओडिशा सहित देश के लोग मोदी की गारंटी पर भरोसा कर रहे हैं. मोदी सरकार में भ्रष्टाचार नहीं होने दिया जाएगा. इसके अलावा, बीजेपी की लेखाश्री सामंतसिंघर ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि झारखंड के कांग्रेस सांसद शराब रैकेट के पीछे के मास्टरमाइंड हैं. लेकिन, मुझे संदेह है कि वे ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजद पार्टी के साथ मिले हुए थे. उन्होंने कहा कि तुकुनी साहू, जोगेश सिंह, निरंजन पुजारी, प्रदीप अमात जैसे कई वरिष्ठ बीजद नेता और कई अन्य इस घोटाले से जुड़े हैं. इसलिए, यह स्पष्ट है कि ये लोग ओडिशा में पूरे शराब व्यापार का प्रबंधन और संचालन कर रहे थे.

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Last Updated : Dec 9, 2023, 10:09 PM IST

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