नई दिल्ली : भारतीय नौसेना ने डीआरडीओ के सहयोग से मंगलवार को सीकिंग 42बी हेलीकॉप्टर से पहली स्वदेशी नौसेना एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण किया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अपने आधिकारिक हैंडल से एक्स पर एक पोस्ट में नौसेना ने कहा कि यह फायरिंग और मार्गदर्शन प्रौद्योगिकियों सहित विशिष्ट मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस मिसाइल का पहली बार परीक्षण मई 2022 में किया गया था. पहली उड़ान परीक्षण के बाद जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मिसाइल में कई नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें हेलीकॉप्टर के लिए स्वदेशी रूप से विकसित लॉन्चर भी शामिल है. मिसाइल मार्गदर्शन प्रणाली में अत्याधुनिक नेविगेशन प्रणाली शामिल हैं.
बता दें कि इससे पहले भारतीय नौसेना ने इस परीक्षण में मिसाइला की सीकर और गाइडेंस तकनीक का भी प्रयोग किया गया. कोई भी मिसाइल कितनी प्रभावी है इसके बारे में उसकी गाइडेंस तकनीक पर निर्भर करता है. इसको लेकर नौसेना ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें दिख रहा है कि महासागर के ऊपर उड़ रहे नौसेना के हेलीकॉप्टर ने एंटी शिप मिसाइल फायर की और उसने सफलतापूर्वक अपने टॉरगेट को भेद दिया. गौरतलब है कि बीते साल मई में भी नौसेना ने डीआरडीओ के साथ मिलकर एंटी शिप मिसाइल का सफल परीक्षण किया था.