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27 अगस्त को होगी महत्वपूर्ण खगोलीय घटना, आसमान में नजर आएगा शनि ग्रह का छल्ला

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 23, 2023, 4:54 PM IST

अगस्त 2023 में कई तरह की खगोलीय घटनाओं को देखा गया है. इसके साथ ही एक दुर्लभ घटना और होने वाली है जो दस साल बाद घटेगी. 27 अगस्त को शनि ग्रह पृथ्वी के सबसे पास रहेगा.

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27 अगस्त को होने वाली खगोलीय घटना के बारे में जानकारी देते बीएचयू के प्रो. अभय कुमार सिंह

वाराणसी: अगस्त 2023 खगोलीय घटनाओं के लिए खासा महत्वपूर्ण महीना माना जा रहा है. इस महीने में एक और महत्वपूर्ण खगोलिक घटना होने जा रही है, जिसमें सूर्यास्त के बाद पूरी रात लोग शनि ग्रह और उसके छल्ले को देख सकेंगे. यह घटना 27 अगस्त को होगी. 10 साल बाद हो रही इस खगोलीय घटना की बड़ी बात यह है कि इस छल्ले के साथ-साथ शनि के अन्य उपग्रहों को भी लोग देख सकेंगे. इस समय शनि ग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा और एक चमकीले तारे की तरह दिखाई देगा. इस समय शनि के चमकीले रिंग्स यानी छल्ले को भी देखा जा सकेगा.

इस ग्रह को सामान्य आंखों से देखा जा सकेगा, हालांकि यह चमकीले तारे जैसा ही दिखाई देगा. अगर इसे टेलिस्कोप से देखा जाता है तो इस ग्रह को साफ-साफ देखा जा सकेगा और इसकी तस्वीर भी निकाली जा सकेगी. इस दौरान हल्के पीलेपन के साथ यह ग्रह बहुत ही सुंदर लग रहा होगा. यह घटना रात भर रहेगी और सूर्योदय से पहले तक इसे देख सकेंगे.

खगोलीय घटना के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

चमकीले तारे की तरह दिखेगा शनि ग्रहः BHU के खगोलविद प्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि शनि ग्रह में बहुत से छल्ले दिखाई देते हैं. शनि ग्रह देखने में भी सुंदर लगता है. सामान्य आंखों से यह बहुत ही कम दिखाई देता है. सामान्य आंखों से जब इसे देखेंगे तो यह चमकीले तारे की तरह दिखाई देगा. 27 अगस्त को यह दिखाई देने वाला है. सूर्यास्त के बाद पूरब में यह आसमान में एक चमकीले तारे की तरह दिखाई देगा. इस दिन सूर्य, पृथ्वी और शनि तीनों एक ही रेखा में होंगे. शनि पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा. इस कारण से यह काफी चमकीला दिखाई देगा.

टेलिस्कोप से इसे देख सकेंगेःउन्होंने बताया कि अगर आपके पास कोई टेलिस्कोप या बाइनाकुलर है तो उससे आप इसे देख सकते हैं. आसमान में शनि ग्रह के रिंग्स यानी छल्ले आपको दिखाई देंगे. शनि पृथ्वी के नजदीक होने साथ ही 18 डिग्री के झुकाव पर होगा, जो सबसे महत्वर्ण है. यह ग्रह अपने अक्ष पर घूमता रहता है. उस दिन यह अपने अक्ष पर 18 डिग्री झुका हुआ रहेगा. इसी वजह से जब हम धरती से टेलिस्कोप के माध्यम से उसे देखेंगे तो आपको उसके रिंग भी गिखाई देंगे. इस दौरान आपक उसकी फोटो भी ले सकेंगे क्योंकि उसके रिंग्स साफ दिखाई देंगे.

शनि का सबसे बड़ा उपग्रह कौन सा हैः प्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि हम यह भी जानते हैं कि शनि के 60 से अधिक चंद्रमा हैं. इसे शनि के उपग्रह भी कह सकते हैं. शनि के उपग्रहों में कुछ बड़े उपग्रह हैं. उसका सबसे बड़ा उपग्रह है टाइटन. यहां पर वायुमंडल भी है. कहा जाता है कि पृथ्वी से ज्यादा उसके वायुमंडल का घनत्व है. वह भी आपको दिखाई देगा. इसके लिए आपको टेलिस्कोप की जरूरत पड़ेगी. इसके साथ ही रिया, डायनोज आदि शनि के चंद्रमा हैं जो उस दिन दिखाई देंगे. उन्होंने बताया कि इन्हें बिना टेलिस्कोप के नहीं देखा जा सकेगा. यह खगोल विज्ञान के लिए बहुत ही अच्छी घटना है.

दस साल बाद हो रही ऐसी घटनाःप्रो. अभय कुमार सिंह ने बताया कि इस खगोलीय घटना को सूर्यास्त से लेकर सूर्योदय तक देखा जा सकेगा. शनि ग्रह जब पृथ्वी के नजदीक होगा तब यह हल्का पीला रहेगा. यह घटना साल में एक ही बार होती है. मगर यह जो घटना हो रही है साल 2013 यानी दस साल के बाद हो रही है. शनि ग्रह पृथ्वी के नजदीक आता रहता है, लेकिन सबसे ज्यादा नजदीक 2013 में आया था. इसके बाद 2023 में आ रहा है. फिर दस साल के बाद ही यह स्थिति बनने वाली है. जिसके पास टेलिस्कोप या बाइनाकुलर है वह इसका आनंद ले सकता है. सामान्य आंखों से भी इसे पूरब में देखा जा सकता है.

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