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Himachal Ragging Case: टांडा मेडिकल कॉलेज में जूनियर्स के साथ रैगिंग सीनियर्स को पड़ी भारी, 12 स्टूडेंट्स 3 महीने के लिए सस्पेंड

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 21, 2023, 11:21 AM IST

Updated : Sep 21, 2023, 1:41 PM IST

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में रैगिंग का जिन्न जाग रहा है. पहले आईआईटी मंडी, फिर मेडिकल कॉलेज नेरचौक और अब मेडिकल कॉलेज टांडा में रैगिंग का मामला सामने आया है. कांगड़ा जिले में टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने वाले 12 सीनियर स्टूडेंट्स को कॉलेज से 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. (Tanda Medical College Ragging Case) (Himachal Ragging Case)

Tanda Medical College Ragging Case
टांडा मेडिकल कॉलेज रैगिंग मामला

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में लगातार रैगिंग के मामले सामने आ रहे हैं. पहले आईआईटी मंडी, फिर मेडिकल कॉलेज नेरचौक में रैगिंग के मामले सामने आए. वहीं, अब प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा से रैगिंग का नया मामला सामने आया है. कॉलेज प्रशासन ने एक्शन लेते हुए मामले की जांच करवाई.

12 स्टूडेंट्स सस्पेंड: जांच पूरी होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने 12 आरोपी सीनियर छात्रों को सस्पेंड कर दिया है. जानकारी के मुताबिक इन 12 आरोपी छात्रों को कॉलेज से 3 महीने के लिए और हॉस्टल से 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा इन स्टूडेंट्स पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. भानु अवस्थी ने बताया कि उनकी फ्लाइंग स्क्वायड हॉस्टल में रह रहे छात्रों की रूटीन चेकिंग करती है. इन 12 छात्रों पर आरोप है कि इन सीनियर्स ने जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की और उन्हें लगातार टॉर्चर भी कर रहे थे.

कैसे सामने आया मामला: डॉ. भानु अवस्थी ने बताया कि जब फ्लाइंग स्क्वायड ने हॉस्टल की चेकिंग की तो वहां जूनियर छात्रों के पास सीनियर छात्रों की कॉपियां पाई गई. फ्लाइंग स्क्वायड ने इसे गंभीरता से लिया और अपने स्तर पर पूरी जांच-पड़ताल की. रिपोर्ट आने के बाद सारा मामला एंटी रैगिंग कमेटी के पास भेज दिया गया. सोमवार को इसकी पहली रिपोर्ट आई तो 6 सीनियर छात्रों पर कार्रवाई की गई. उनके माता-पिता को भी कॉलेज में बुलाया गया. बुधवार को दूसरी रिपोर्ट आने के बाद 6 छात्र और दोषी पाए गए. इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने सभी 12 सीनियर स्टूडेंट्स को सस्पेंड कर दिया है.

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इन संस्थानों में भी सामने आ चुके हैं रैगिंग के मामले: गौरतलब है कि बीते कुछ समय पहले नेरचौक मेडिकल कालेज में भी रैगिंग का मामला सामने आया था. इस पर कॉलेज प्रबंधन ने कड़ा संज्ञान लेते हुए 4 आरोपी छात्रों और 2 छात्राओं को सस्पेंड कर दिया था. वहीं, इससे पहले आईआईटी मंडी में भी जूनियर स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग का मामला सामने आया था. जिसमें 72 सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. इसके अलावा 10 सीनियर्स को 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. जबकि कुछ सीनियर छात्रों पर जुर्माना लगाया गया था.

पहले भी टांडा में सामने आया था रैगिंग का मामला: जानकारी के मुताबिक, टांडा मेडिकल कॉलेज में पहले भी रैगिंग का मामला सामने आ चुका है. साल 2009 में रैगिंग के चलते एक ट्रेनी डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके चलते टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन अब एक बार फिर से टांडा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आया है. जिस पर अब कॉलेज प्रशासन सतर्क हो गया है.

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Last Updated : Sep 21, 2023, 1:41 PM IST

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