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पूर्व भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

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Published : Jul 1, 2021, 9:46 AM IST

Updated : Jul 1, 2021, 10:10 AM IST

संतकबीरनगर (यूपी) से भाजपा के पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी का बुधवार देर रात गुरुग्राम स्थिति मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. वह करीब 50 वर्ष के थे. शरद त्रिपाठी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की सूचना से राजनीतिक गलियारों और उनके समर्थकों में शोक की लहर है. पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.

शरद त्रिपाठी
शरद त्रिपाठी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की संतकबीरनगर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी (Sharad Tripathi) का निधन हो गया है. वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. लिवर में दिक्कत के चलते इलाज के लिए उन्हें भर्ती कराया गया था, लेकिन बुधवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया. उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.

उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री शरद त्रिपाठी के असामयिक निधन ने मुझे और साथ ही कई अन्य लोगों को भी दुखी किया है. उन्हें समाज की सेवा करना और गरीबों के लिए काम करना पसंद था. उन्होंने संत कबीर दास जी के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अद्वितीय प्रयास किए. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना.'

भाजपा के कई बड़े नेता ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, 'मैं निशब्द हूं. ऐसा लगता अभी बोल उठेगा शरद 'चल दीदी क्षेत्र में कार्यक्रम करना है'. चला गया, प्रभु की यही इच्छा थी. ईश्वर शरद त्रिपाठी जी की आत्मा को शांति दें, अपने श्री चरणों में स्थान दें.'

वहीं, यूपी भाजपा प्रमुख स्वतंत्रदेव सिंह ने भी अपने साथी के जाने पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा, संतकबीरनगर से पूर्व सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री शरद त्रिपाठी जी के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिजनों को यह दुःख सहने का संबल प्रदान करे.

गोरखपुर के रहने वाले थे त्रिपाठी
शरद त्रिपाठी मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाले थे. खजनी तहसील क्षेत्र में उनका पैतृक निवास है. वह परिवार के साथ गोरखपुर महानगर में रहते थे. उनके पिता रमापति राम त्रिपाठी 2007 से 2010 तक उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्‍यक्ष रह चुके हैं.

जूता कांड ने सुर्खियों में लाया
शरद ने 2014 का लोकसभा चुनाव संतकबीरनगर से जीता था. 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जिला योजना की बैठक के दौरान उनका संतकबीरनगर की मेंहदावल सीट से भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल से विवाद हो गया था. कलेक्ट्रेट सभागार में तत्कालीन सांसद और विधायक के बीच मारपीट हुई थी. यह मामला जूता कांड के नाम से काफी उछला था.

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बाद में पार्टी ने संतकबीरनगर से उनका टिकट काटकर प्रवीण निषाद को दिया था. उनके पिता रमापति राम त्रिपाठी तो देवरिया से मैदान में उतारा गया. वह चुनाव जीते और वर्तनाम में सांसद हैं.

Last Updated : Jul 1, 2021, 10:10 AM IST

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