दिल्ली

delhi

झारखंड में मिला अर्धनारीश्वर का स्वरूप! पुरुष में मिले पूर्ण रूप से विकसित महिला के अंग, करोड़ों में एक होता है मामला

By

Published : Dec 24, 2022, 5:46 PM IST

झारखंड के गोड्डा सदर अस्पताल में एक अलग किस्म का मामला सामने आया है. लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप मान रहे हैं (Ardhanarishvara found in Godda). गोड्डा सदर अस्पताल एक 22 वर्षीय युवक का हर्निया का आपरेशन कराने आया, लेकिन जब युवक को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया उसे लैंगिक अंगों को देख डॉक्टर हैरान रह गए, क्योंकि उसमे पुरुष और महिला दोनों के जननांग विकसित रूप से थे.

Ardhanarishvara found in Godda
डॉ तारा शंकर झा

डॉ तारा शंकर झा, चिकित्सक, सदर अस्पताल

गोड्डा: जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. गोड्डा सदर अस्पताल में एक 22 वर्षीय युवक के शरीर के अंदर महिला प्रजनन अंग मिले हैं. जांच के दौरान युवक के शरीर में महिलाओं के अंग यूट्रस, ओवरी और फेलोपियन मिले हैं. लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप मान रहे हैं (Ardhanarishvara found in Godda).

ये भी पढ़ें:OMG ! हो रहा था दर्द, एक्स-रे देखकर डॉक्टरों के उड़े होश, ऑपरेशन करके निकाला ग्लास

दरअसल, युवक को पिछले कई दिनों से पेटदर्द की शिकायत थी. जिस के बाद वह डॉक्टर के पास अपना इलाज करवाने पहुंचा था. डॉक्टर ने बताया कि उसके दाहिने तरफ का इनगुइनल हर्निया बचपन से था, जिसका इलाज नहीं हो पाया था और दाहिने तरफ का अंडकोष नहीं है. दाएं तरफ का अंडकोष कभी-कभी पेट में रह जाता है, इनगुइनल कैनाल में रहता है. उसी एंगल में जांच करते हुए दो-तीन बार अल्ट्रासाउंड कराया गया. जिसके बाद डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड किया लेकिन बताया कि उसे हर्निया है और इसका ऑपरेशन करना पड़ेगा. युवक का जब ऑपेरशन किया गया तो डॉक्टर ने देखा कि युवक के शरीर में पूर्ण रूप से विकसित महिला प्रजनन अंग हैं युवक में यूटेरस(गर्भाशय)ओवरी(अंडाशय)व फेलोपियन ट्यूब पूरी तरह से विकसित थे.

डॉ तारा शंकर झा ने बताया कि यह केस लाखों-करोड़ों में किसी एक में होता है. इसे ट्रू हर्मा प्रोडाइट कहते हैं, चिकित्सीय भाषा में इसे परसिस्टेंट मुलेरियन डक्ट सिंड्रोम (पीएमडीएस) कहते हैं. जिसमें एक ही आदमी में दोनों लिंग का इंटरनल ऑर्गन मौजूद रहता है. यूट्रस, ओवरी और फेलोपियन ट्यूब मिलने के बाद उसको हटाकर ऑपरेशन किया गया. डॉक्टर ने ऑपरेशन करके महिला प्रजनान को हटा दिया है. युवक अब सकुशल है और उसका पुरुषार्थ भी कायम है.

चिकित्सक तारा शंकर झा के अनुसार ये अर्धनारीश्वर शब्द को बायोलॉजिकली प्रमाणित करता है. उन्होंने ये भी कहा कि युवक की पहचान को गुप्त रखा गया है, लेकिन उसके अटेंडेंट को सारी जानकारी दे दी गयी है. वहीं उन्होंने बताया कु युवक शादीशुदा है और वो अपना दाम्पत्य जीवन सामान्य तरीके से जी सकता है, साथ ही बताया कि फिनोटाइप पुरुष का हैं लेकिन जीनोटाइप महिला. इस तरह के डिजीज को हरमाफ्रोडाइट(hermaphrodite) कहते है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप मान रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details