अमेठी:जिले में अंधविश्वास के चक्कर में एक बच्चे की बलि दे दी गई. जामो थाना क्षेत्र में रविवार को बच्चे का शव मिला था, जिसका बुधवार को अमेठी पुलिस ने दिल को दहला देने वाला खुलास किया है. बच्चे की किसी और ने नहीं बल्कि सौतेले ही मां ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में मारकर शव फेंक दिया था. घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है.
11 जून की रात में गांव के बाहर ले जाकर की चढ़ाई बलि
अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि 12 तारीख को जामो थाना क्षेत्र के रेशी गांव में 4 साल के बच्चे की लाश तालाब के किनारे मिली थी. पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस द्वारा तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर घटना के खुलासे के लिए टीमों का गठन किया गया था. इसी कड़ी में मंगलवार को पुलिस द्वारा घटना का खुलासा किया गया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सौतेली मां ने माता-पिता और तांत्रिक दयाराम यादव साथ मिलकर बच्चे की बलि चढ़ा दी थी. सौतेली मां रेनू को बच्चा नहीं हो रहा था. इसी दौरान तांत्रिक दयाराम यादव ने बताया कि अगर किसी बच्चे की बलि चढ़ा दी जाए तो बच्चा हो जाएगा. इसी मनोकामना पूरी करने के लिए चारों लोगों ने मिलकर 11 जून की रात को गांव से बाहर बच्चे को लेकर गए. यहां पहले अगरबत्ती और कपूर से पहले उसको दागा गया फिर गला घोट कर हत्या कर दी.
चार आरोपी गिरफ्तार, झाड़ियों से घटना में प्रयुक्त सामान बरामद
घटना में शामिल मंगरू प्रजापति व प्रेमा देवी निवासी ग्राम नाथूपुर, तांत्रिक दयाराम यादव निवासी ग्राम सरैया, सौतेली मां रेनू पत्नी जितेन्द्र प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना स्थल के पास झाड़ियों से गमछा, नींबू, जायफल आदि तंत्र-मंत्र का सामान भी बरामद कर लिया गया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तांत्रिक के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है. कहीं, उसके द्वारा इससे पहले भी इस तरह के कृत्य तो नहीं किए गए, जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे आगे, उसके अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी.
दो वर्ष पूर्व बनी थी सौतेली मां
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त मंगरू व प्रेमा देवी ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अपनी बेटी रेनू का दूसरा विवाह थाना क्षेत्र जामों के रेशी के रहने वाले जितेन्द्र प्रजापति के साथ किया था. जितेन्द्र को उसकी पहली पत्नी छोड़कर चली गयी थी, जिससे 4 वर्षीय पुत्र गोपी उर्फ सत्येन्द्र पिता जितेन्द्र के साथ ही रहता था. शादी के बाद उसकी बेटी रेनू अक्सर बीमार रहती थी. बार-बार उसको मिसकैरेज हो जा रहा था. जिससे वह लोग परेशान होकर तंत्र-मंत्र करने वाले दयाराम यादव से बात की