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सौतेली मां ने तांत्रिक के साथ मिलकर चढ़ाई मासूम की बलि, कपूर रखकर आंख समेत हर अंग जलाया

यूपी के अमेठी में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. सौतेली मां ने अपने माता-पिता और तांत्रिक के साथ मिलकर 4 वर्षीय बच्चे की बलि चढ़ा दी. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा कर दिया है. जानिए आखिर आरोपियों ने ऐसा कदम क्यों उठाया?

अमेठी में चढ़ाई मासूम की बलि
अमेठी में चढ़ाई मासूम की बलि

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Published : Jun 14, 2023, 4:08 PM IST

Updated : Jun 14, 2023, 6:23 PM IST

अमेठी:जिले में अंधविश्वास के चक्कर में एक बच्चे की बलि दे दी गई. जामो थाना क्षेत्र में रविवार को बच्चे का शव मिला था, जिसका बुधवार को अमेठी पुलिस ने दिल को दहला देने वाला खुलास किया है. बच्चे की किसी और ने नहीं बल्कि सौतेले ही मां ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में मारकर शव फेंक दिया था. घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है.

अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने दी जानकारी.

11 जून की रात में गांव के बाहर ले जाकर की चढ़ाई बलि
अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि 12 तारीख को जामो थाना क्षेत्र के रेशी गांव में 4 साल के बच्चे की लाश तालाब के किनारे मिली थी. पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस द्वारा तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर घटना के खुलासे के लिए टीमों का गठन किया गया था. इसी कड़ी में मंगलवार को पुलिस द्वारा घटना का खुलासा किया गया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सौतेली मां ने माता-पिता और तांत्रिक दयाराम यादव साथ मिलकर बच्चे की बलि चढ़ा दी थी. सौतेली मां रेनू को बच्चा नहीं हो रहा था. इसी दौरान तांत्रिक दयाराम यादव ने बताया कि अगर किसी बच्चे की बलि चढ़ा दी जाए तो बच्चा हो जाएगा. इसी मनोकामना पूरी करने के लिए चारों लोगों ने मिलकर 11 जून की रात को गांव से बाहर बच्चे को लेकर गए. यहां पहले अगरबत्ती और कपूर से पहले उसको दागा गया फिर गला घोट कर हत्या कर दी.

चार आरोपी गिरफ्तार, झाड़ियों से घटना में प्रयुक्त सामान बरामद
घटना में शामिल मंगरू प्रजापति व प्रेमा देवी निवासी ग्राम नाथूपुर, तांत्रिक दयाराम यादव निवासी ग्राम सरैया, सौतेली मां रेनू पत्नी जितेन्द्र प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना स्थल के पास झाड़ियों से गमछा, नींबू, जायफल आदि तंत्र-मंत्र का सामान भी बरामद कर लिया गया है. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तांत्रिक के पुराने रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है. कहीं, उसके द्वारा इससे पहले भी इस तरह के कृत्य तो नहीं किए गए, जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे आगे, उसके अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी.

दो वर्ष पूर्व बनी थी सौतेली मां
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त मंगरू व प्रेमा देवी ने बताया कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अपनी बेटी रेनू का दूसरा विवाह थाना क्षेत्र जामों के रेशी के रहने वाले जितेन्द्र प्रजापति के साथ किया था. जितेन्द्र को उसकी पहली पत्नी छोड़कर चली गयी थी, जिससे 4 वर्षीय पुत्र गोपी उर्फ सत्येन्द्र पिता जितेन्द्र के साथ ही रहता था. शादी के बाद उसकी बेटी रेनू अक्सर बीमार रहती थी. बार-बार उसको मिसकैरेज हो जा रहा था. जिससे वह लोग परेशान होकर तंत्र-मंत्र करने वाले दयाराम यादव से बात की

तांत्रिक दयाराम ने चढ़वाई मासूम की बलि
रेनू के माता-पिता ने बताया कि दयाराम ने उनसे कहा कि बच्चा सकुशल होने के लिए किसी बच्चे की बलि देनी पड़ेगी नहीं तो बच्चा खराब हो जायेगा. इस बात को बेटी रेनू को बताया तो उसने कहा कि उसकी सौतन का चार वर्षीय बेटा गोपी उर्फ सत्येन्द्र है, अगर उसकी बलि दे दी जाय तो मेरा होने वाला बच्चा सुरक्षित हो जायेगा. इसके साथ ही सम्पत्ति का बटवारा भी नहीं होगा. रेनू ने अपने पिता से बताया कि 11 जून को पड़ोस में शादी है. भीड़-भाड़ व शोरगुल होने पर बलि आसानी से दे देंगे. योजना के अनुसार 11 जून की रात्रि मोबाइल से बात करने के बाद सभी लोग रेसी बन्धे के पास पीपल के पेड़ के नीचे इकट्ठा हुए.

हत्या करने के बाद शरीर के हर हिस्से पर रखकर जलाया कपूर
यहां पर तांत्रिक दयाराम ने तंत्र-मंत्र करते हुए गोपी उर्फ सत्येन्द्र को अगरबत्ती से जलाया तो वह चिल्लाने लगा. जिससे डर कर यूकेलिप्टस के पेड़ की आड़ में सुनसान स्थान पर ले जाकर प्रेमा देवी व बेटी रेनू ने गोपी के गले में गमछे से फंदा लगाकर कस दिया. जिससे गोपी उर्फ सत्येन्द्र की मृत्यु हो गयी. इस समय मंगरू ने बच्चे का पैर पकड़ा था और तांत्रिक दयाराम यादव तंत्र-मंत्र पढ़ रहा था. मंगरू ने बताया कि जब उन्हें विश्वास हो गया कि गोपी की मृत्यु हो गयी तो उसकी पत्नी और बेटी ने मिलकर बच्चे की दोनों आंख, एक कान, गाल, कन्धा, दाहिने हाथ की कोहनी, ठुड्डी, एक हाथ की अंगुली पर कपूर डाल कर माचिस तथा चिलम से चला दिया.

नाले के पास मिला था अधजला शव
बता दें कि जामो थाना क्षेत्र अंतर्गत रेशी गांव निवासी जितेंद्र प्रजापति के चार वर्षीय पुत्र सत्येंद्र उर्फ दीपू का सोमवार अधजला शव मिला था. बच्चे के शरीर पर जगह जगह-जगह जलने के निशान पाए गए थे. पिता जितेंद्र ने आशंका जताई थी कि अंधविश्वास के चलते किसी ने उसके बेटे की बलि देने के चक्कर में जला कर मार डाला है.

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Last Updated : Jun 14, 2023, 6:23 PM IST

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