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MP में युवा नीति लांच, CM बोले-यह प्रदेश की तस्वीर और युवाओं की तकदीर बदलने का प्रयास

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Published : Mar 23, 2023, 4:33 PM IST

Updated : Mar 23, 2023, 5:05 PM IST

चुनावी साल में सीएम शिवराज ने युना निति का ऐलान कर दिया. सीएम ने कहा कि आज संपूर्ण 'युवा नीति' की घोषणा हुई, यूथ पॉलिसी के लिए 10 हजार से ज्यादा सुझाव आए थे, ये युवा नीति केवल कर्मकांड नहीं, ये तुम्हारी जिंदगी बदलने का एक विनम्र प्रयास है. सीएम ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए हम सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस होंगे. आज तक 6 लाख रुपए मेधावी योजना की आय सीमा थी उसे में आज 8 लाख रुपए महीना कर दिया गया. मेधावी योजना में सुधार के लिए कोई सुझाव होंगे तो हम उसे भी लागू कर देंगे. मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा मैं तुम्हारी जिंदगी में कोई बाधा नहीं बनने दूंगा.

youth mahapanchayat in bhopal
एमपी में युवा नीति लांच

एमपी में युवा नीति लांच

भोपाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार 23 मार्च को भोपाल के नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत में युवा नीति लांच की (Yuva Niti MP 2023). सीएम ने 'यूथ महापंचायत' एवं 'युवा नीति' की घोषणा कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं अमर शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया. साथ ही 10 हजार से अधिक युवा और अन्य हितधारकों की भागीदारी और परामर्श से निर्मित समग्र और व्यापक 'राज्य युवा नीति' पुस्तिका का अनावरण किया. उन्होंने यूथ महापंचायत में कई ऐलान किए. सीधे तौर पर युवाओं को खुश करने के लिए सीएम शिवराज ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया.

मेडिकल कॉलेज में होगी 2 मेरिट लिस्ट: सीएम ने कहा कि ''आज संपूर्ण 'युवा नीति' की घोषणा हुई, यूथ पॉलिसी के लिए 10 हजार से ज्यादा सुझाव आए थे, ये युवा नीति केवल कर्मकांड नहीं, ये तुम्हारी जिंदगी बदलने का एक विनम्र प्रयास है. मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में हमने तय किया है कि अभी तक योजना के लाभ के लिए जो आय की सीमा ₹6 लाख थी, उसको बढ़ाकर ₹8 लाख की जाएगी, मैं किसी बच्चे को निराश नहीं होने दूंगा. उन्होंने कहा कि अब नीट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में होने वाली भर्ती में दो मेरिट लिस्ट तैयार होंगी. एक सामान्य मेरिट लिस्ट बनेगी और दूसरी लिस्ट में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 5% का आरक्षण दिया जाएगा''.

युवा नीति के उद्देश्य
युवा नीति के उद्देश्य

आजादी के लिए क्रांतिकारी फांसी पर झूल गए:मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि ''आज शहीद दिवस है, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू आज शहीद हुए. अंग्रेजों ने चांदी की तस्तरी में हमें आजादी नहीं दी थी, हजारों क्रांतिकारी फांसी के फंदे पर झूल गये आजादी के लिए. क्रांतिकारी गाया करते थे-सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है. हमारे शहीदों ने देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया, भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका, भगत सिंह चाहते तो भाग सकते थे, उनके साथियों ने उन्हें जेल से भगाने के लिए योजना बनाई. जब उन्हें पता चला तो वह गुस्सा हो गये, बोले- भगत सिंह को कायर समझते हो. भगत सिंह बोले- फांसी लगेगी तो एक भगत सिंह मर जाएगा लेकिन उसके लहू से हजारों भगत सिंह पैदा होंगे. उनमें मौत का खौफ नहीं, मरने का डर नहीं. वो हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये. मेरे मन में एक तकलीफ है, आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें सिर्फ एक परिवार के बारे में बताया. नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया गया, लेकिन हम भूल गये चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, झांसी की रानी, सुखदेव, राजगुरू, वीर सावरकर, टंटया मामा, कुंवर सिंह जैसे कई सैनानियों को''.

युवा नीति के कार्यक्षेत्र

प्रधानमंत्री ने युवाओं को अमृत पीढ़ी बताया: सीएम शिवराज ने कहा कि ''इस देश में आजादी के इतिहास को ढंग से नहीं पढ़ाया गया. मैं धन्यवाद देता हूं प्रधानमंत्री मोदी को, जिन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में देश के लिए मरने वालों का परिचय हमें कराया. आज शहीद दिवस पर हमने जानबूझकर यूथ पंचायत रखी है, शहीद चुंद्रशेखर आजाद की 116 वीं जन्म जयंती पर हमने पिछले वर्ष यूथ महापंचायत आयोजित की थी. भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के शहीदी दिवस पर हम फिर यूथ पंचायत कर रहे हैं. यूक्रेन और रूस की लड़ाई में जब हमारे भारत के बच्चे फंसे तो प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे बच्चे तिरंगा लेकर निकलें तो युद्ध रोक देना. ये आज का भारत है, प्रधानमंत्री ने आपको अमृत पीढ़ी कहा है. तुम अपने मम्मी-पापा के बेटा-बेटी तो हो ही, तुम प्रदेश और देश के भी बेटा-बेटी हो''.

युवा नीति जिंदगी बदलने का प्रयास: सीएम ने कहा कि ''आज हमने अपने बच्चों के यूथ पॉलिसी बनाई है. हमारे पास 10,000 सुझाव आये हैं. भाजयुमो ने, एबीवीपी ने भी युवाओं से सुझाव लिये. हमने व्यापक पैमाने पर विचार-विमर्श किया और हमने फिर यह युवा नीति बनाई है. यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह तुम्हारी जिंदगी बनाने का विनम्र प्रयास किये हैं''. सीएम ने कहा ''शिक्षा में सुधार के लिए हम सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस होंगे. पढ़ाई में सबसे बढ़ी बाधा फीस बनती है, हमने मुख्यमंत्री मेधावी योजना बनाई, उसमें हमने तय किया कि यदि आप में प्रतिभा है और आपका उच्च शिक्षण संस्थानों में आपका एडमिशन होता है तो आपकी फीस मामा भरवाएगा''.

मेधावी योजना की राशि बढ़कर 8 लाख की:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ''आज तक 6 लाख रुपए मेधावी योजना की आय सीमा थी उसे बढ़ाकर 8 लाख रुपए महीना कर दिया है. मेधावी योजना में सुधार के लिए कोई सुझाव होंगे तो हम उसे भी लागू कर देंगे. मैं तुम्हारी जिंदगी में कोई बाधा नहीं बनने दूंगा. सीएम राइज स्कूल बनाकर हम प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाएं देंगे. अब नीट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में भर्ती होती है, कई बार सरकारी स्कूलों के बच्चे रह जाते हैं. एक काम हम कर रहे हैं, एक परिवर्तन कर रहे हैं, नीट के रिजल्ट की दो लिस्ट बनेगी, एक सामान्य लिस्ट बनेगी. एक सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए 5 परसेंट का आरक्षण देकर बनाएंगे''.

मेडिकल में हिंदी की सीटें भी रिजर्व करने की योजना:CM ने कहा कि''95 प्रतिशत सामान्य नीट के आधार पर लिस्ट बनेगी और 5 प्रतिशत सरकारी स्कूलों के बच्चों को आरक्षण दिया जाएगा. आज हम पर अंग्रेजी लाद दी गई, मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में पढ़ाई जाएगी. आने वाले समय़ में मेडिकल में हिंदी की सीटें भी रिजर्व करने की योजना बनाएंगे. भोपाल में सिंगापुर की तर्ज पर स्किल ग्लोबल पार्क बना रहे हैं, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर में भी ग्लोबल स्किल पार्क बनाएंगे, जिससे गुणवत्तापूर्ण व्यवसायिक शिक्षा हमारे युवाओं को मिल सके''.

इस साल 1 लाख 24 हजार पदों पर भर्तियां:सीएम ने कहा ''रोजगार के लिए सरकारी नौकरियां में इस साल 1 लाख 24 हजार पदों पर हम भर्तियां कर रहे हैं. 50 हजार भर्तियां हो गई हैं. निवेश से रोजगार- अभी इंवेस्टर समिट हुआ था जिसमें 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ का निवेश आया, उससे 29 लाख नये रोजगार सृजित होंगे. जिनकी पढ़ाई पूरी हो गई है, उनके लिए हमने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना बनाई है. 1 लाख से 50 लाख तक लोन बैंक देगा, उसकी गारंटी सरकार लेगी, सब्सिडी भी सरकार देगी''. सीएम ने कहा कि "'कई बच्चे बेरोजगारी से परेशान हैं, कुछ विपक्ष के लोग कहते हैं रोजगारी भत्ता दे दो, कुछ राज्यों की मैंने नीति देखी ऐसे नियम लगा देते हैं जिससे सबको भत्ता न मिल सके''.

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आने वाले बजट में 'युवा बजट' शामिल:सीएम ने कहा ''हम युवाओं को कौशल देंगे. 1 जून से पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा और एक जुलाई से पैसा मिलेगा, हमारी कोशिश होगी कि एक साल काम सीखने के बाद ट्रेनिंग कर रहे युवाओं को परमानेंट जॉब मिल जाए. प्रदेश में राज्य स्तरीय युवा आयोग का पुनर्गठन 5 अप्रैल तक कर दिया जाएगा, ताकि युवाओं की कठिनाइयों को दूर किया जा सके. अगले साल आने वाले बजट में 'युवा बजट' शामिल किया जाएगा. जिसमें युवाओं के कल्याण का पूरा ब्यौरा होगा''.

हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा:अब मध्यप्रदेश में हर साल 'खेलो एमपी यूथ गेम्स' आयोजित किए जाएंगे. स्कूलों में खेल के पीरियड अनिवार्य होंगे, योग की शिक्षा प्रारंभ होगी. हर गांव में खेल का मैदान बनाया जाएगा, ताकि बच्चे खेल सकें. दुनिया की अलग-अलग भाषाओं को सीखने के लिए बेसिक एडवांस्ड कोर्स प्रारंभ किया जाएगा. शासकीय व निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 10 से अधिक इन्क्यूबेटर्स स्थापित कर छात्र, मेंटर, स्टार्टअप, नवाचार व ईको सिस्टम आधारित विकास किया जाएगा. स्टार्ट अप पॉलिसी के माध्यम से विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों के इनोवेटिव आइडिया को इंप्लीमेंट करने के लिए ₹100 करोड़ की लागत से स्टूडेंट इनोवेटिव फंड बनाया जाएगा. जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केंद्र स्थापित किए जाएंगे. इनका संचालन सीएम फैलो और सीएम जनसेवा मित्र करेंगे. ट्राइबल म्यूजियम के माध्यम से 1 हजार युवा कलाकारों को 3 महीने की अवधि के लिए ₹ 10 हजार फैलोशिप प्रदान की जाएगी.

Last Updated :Mar 23, 2023, 5:05 PM IST

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