रोम : विश्व की आर्थिक महाशक्तियों के नेता शनिवार को कोरोना वायरस महामारी के बाद पहली बार प्रत्यक्ष रूप से आयोजित शिखर सम्मेलन के लिए एकत्र हुए. सम्मेलन के एजेंडे में जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 महामारी, आर्थिक सुधार और वैश्विक न्यूनतम कॉर्पोरेट कर दर पर चर्चा शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया के अन्य नेताओं से संवाद किया.
इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने 20 राष्ट्राध्यक्षों के समूह का यहां कन्वेंशन सेंटर में स्वागत किया. शनिवार का उद्घाटन सत्र वैश्विक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर केंद्रित था. इटली उम्मीद कर रहा है कि रविवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो में शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से पहले जी-20, वैश्विक अर्थव्यवस्था के 80 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करने वाले देशों से महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का आह्वान करेगा.
ज्यादातर राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष, जो रोम में हैं, जी-20 के समाप्त होते ही ग्लासगो के लिए रवाना हो जाएंगे. बैठक की पूर्व संध्या पर, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि ग्लासगो में होने वाली बैठक में बड़े प्रदूषकों से निपटने के लिए की गई प्रतिबद्धताओं पर चर्चा की जायेगी और जी -20 नेताओं के लिए विकासशील देशों के साथ 'अविश्वास के खतरनाक स्तर' पर काबू पाना एक चुनौती है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए एक वैश्विक टीकाकरण योजना में बाधा डालने के लिए भू-राजनीतिक विभाजन को भी दोषी ठहराया.उन्होंने कहा कि कैसे सबसे अमीर देशों में लोगों को टीके की तीसरी खुराक मिल रही है, जबकि केवल पांच प्रतिशत अफ्रीकियों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है.
इससे पहले भारत और इटली दोनों देश के नेताओं ने भारत और इटली (2020-2024) के बीच एक बढ़ी हुई साझेदारी के लिए कार्य योजना को अपनाने के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण प्रगति को स्वीकार किया. इस दौरान उन्होंने कार्य योजना द्वारा संबोधित रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के लिए अपना संकल्प व्यक्त किया.
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पीएमओ ने ट्वीट में लिखा, 'रोम में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनेक नेताओं से बातचीत की.' तस्वीरों में मोदी को बाइडेन के साथ घूमते हुए देखा जा सकता है जिसमें लग रहा है कि वे हल्की-फुल्की बातचीत कर रहे हैं. दोनों नेता प्रसन्न मुद्रा में देखे जा सकते हैं. बाइडेन ने 24 सितंबर को व्हाइट हादस में मोदी की मेहमाननवाजी की थी जो उनकी पहली वैयक्तिक मुलाकात थी. अन्य तस्वीरों में मोदी को मैक्रों, ट्रूडो और जॉनसन के साथ देखा जा सकता है.
इससे पहले जी20 सम्मेलन में शामिल हो रहे मोदी समेत विश्व के सभी नेता एक 'फेमिली फोटो' के लिए एकत्रित हुए. पीएमओ ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'विश्व के नेताओं ने जी20 सम्मेलन के लिए रोम में मुलाकात की. यह वैश्विक अच्छाई के लिए महत्वपूर्ण बहुपक्षीय मंच है.' प्रधानमंत्री मोदी की रोम यात्रा से पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि जी20 दुनिया में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत की सहभागिता के लिए और वैश्विक आर्थिक विकास के लिए नियम बनाने के लिहाज से एक मूल्यवान मंच बना हुआ है.
प्रधानमंत्री मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी के निमंत्रण पर जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 30-31 अक्टूबर को रोम की यात्रा पर रहेंगे. इटली पिछले साल दिसंबर से जी20 का अध्यक्ष है. जी20 एक अग्रणी वैश्विक मंच है जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को साथ लाता है. रोम में आयोजित सम्मेलन में जी20 के सदस्य देशों, यूरोपीय संघ और अन्य आमंत्रित देशों के राष्ट्र प्रमुख एवं शासनाध्यक्ष तथा कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. मोदी रोम से रविवार को ग्लासगो जाएंगे जहां वह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के रूपरेखा समझौते के लिए पक्षकारों के 26वें सम्मेलन (सीओपी-26) में शामिल होंगे.