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Ceasefire Till October 24 : महुआ मोइत्रा पर लगातार निशाना साध रहे निशिकांत दुबे ने कहा- 24 अक्टूबर तक संघर्ष विराम

By PTI

Published : Oct 22, 2023, 7:35 PM IST

Updated : Oct 22, 2023, 7:56 PM IST

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने कहा है कि दुर्गा पूजा की वजह से 24 अक्टूबर दशमी तक संघर्ष विराम रखेंगे. इसको लेकर दुबे ने एक्स में अपनी पोस्ट में इसकी जानकारी दी है. इस मामले में निशिकांत दुबे को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होना है.

BJP MP Nishikant Dubey
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे

नई दिल्ली :तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Trinamool Congress MP Mahua Moitra) पर सवाल पूछने के बदले पैसे लेने का आरोप लगाकर लगातार निशाना साध रहे भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ( BJP MP Nishikant Dubey) ने रविवार को कहा कि वह 24 अक्टूबर को दशहरे तक संघर्ष विराम रखेंगे. दुबे को महुआ के खिलाफ लगाए गए इस आरोप के संबंध में अपना बयान दर्ज कराने के लिए 26 अक्टूबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी (Lok Sabha Ethics Committee) के सामने पेश होना है. उन्हें औपचारिक रूप से बताना होगा कि सांसद महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले उद्योगपति दर्शन हीरानंदानी से लाभ लिया था.

महुआ खुद पर लगे आरोपों को खारिज करती रही हैं और उन्होंने दावा किया है कि भाजपा अडाणी समूह के इशारे पर उन्हें निशाना बना रही है. महुआ संसद के अंदर और बाहर अडाणी समूह पर निशाना साधती रही हैं.

दुबे ने एक्स पर लिखा, 'दुर्गा पूजा के पावन अवसर के चलते मैं आज अष्टमी से 24 अक्टूबर को दशमी तक के लिए अपनी ओर से संघर्ष विराम कर रहा हूं.' दुबे ने इस मामले में शनिवार को लोकपाल के समक्ष महुआ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई के आरोपों के बाद महुआ ने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर भाजपा सांसद पर मानहानि का आरोप लगाया है. दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की एथिक्स कमेटी को भेज दिया है. रियल एस्टेट से लेकर ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाले समूह हीरानंदानी के सीईओ दर्शन हीरानंदानी ने हाल ही में एक हस्ताक्षरित हलफनामे में दावा किया था कि उन्होंने (महुआ ने) 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम और शर्मिंदा करने के लिए गौतम अडाणी को निशाना बनाया था.'

हालांकि, महुआ ने हीरानंदानी के हलफनामे की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि इसे पीएमओ द्वारा तैयार किया गया था और उनके परिवार के कारोबार को पूरी तरह से बंद करने की धमकी देकर उन्हें इस पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया था. तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को कहा कि संसदीय एथिक्स कमेटी की जांच पूरी होने के बाद पार्टी इस मामले पर निर्णय लेगी.

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Last Updated : Oct 22, 2023, 7:56 PM IST

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