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CBSE sample question papers : बोर्ड में अब पूछे जाएंगे 25 फीसदी ऑब्जेक्टिव प्रश्न, ऐसे मिलेगा फायदा...

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Published : Sep 19, 2022, 9:34 PM IST

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) के तहत स्कूली (CBSE sample question papers Analysis) शिक्षा को कंपीटेंसी बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में सीबीएसई की ओर से जारी शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 12वीं बोर्ड के सैंपल क्वेश्चन पेपर में 22 से 25 फीसदी वेटेज ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस को दिया है. इनके बढ़ने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को फायदा होगा.

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बोर्ड में अब पूछे जाएंगे 25 फीसदी ऑब्जेक्टिव प्रश्न.

कोटा.सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 10वीं और 12वीं बोर्ड के सैंपल क्वेश्चन पेपर्स जारी कर दिए हैं. ये बोर्ड एग्जाम अगले साल 5 फरवरी से आयोजित होंगे. सैंपल पेपर्स के एनालिसिस में सामने आ रहा है कि इस बार 12वीं परीक्षा के एग्जाम पेपर्स में 22 से 25 फीसदी वेटेज ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस का होगा.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट ने बताया कि कोविड-19 के पहले यह 10 फीसदी से भी कम (CBSE sample question papers Analysis) होता था. इनके बढ़ने से मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET UG), इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन व एडवांस्ड (JEE MAIN & ADVANCED) और कॉमन यूनिवर्सिटी एंटरेंस टेस्ट (CUET UG) के विद्यार्थियों को फायदा होगा. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) के तहत स्कूली शिक्षा को कंपीटेंसी बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं. जिसमें टीचिंग व लर्निंग ही नहीं एग्जामिनेशन व असेसमेंट प्रेक्टिसेज में भी बदलाव किए गए हैं. बोर्ड 2023 की परीक्षाओं में 'कंपीटेंसी' व 'एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड क्वेश्चंस' की संख्या बढ़ा दी गई है. इन प्रश्नों से स्टूडेंट्स के 'कंसेप्ट्स' को एग्जाम की 'ज्ञात व अज्ञात' स्थिति में अप्लाई करने की क्षमता का आंकलन किया जाएगा. इसका उद्देश्य कॉन्सेप्ट 'रटने' के ट्रेंड को कम करना और समझने पर जोर देना है.

बोर्ड में अब पूछे जाएंगे 25 फीसदी ऑब्जेक्टिव प्रश्न.

एंट्रेंस एग्जाम में होगा बेहतर तालमेल :देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET UG), इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन व एडवांस्ड (JEE MAIN & ADVANCED) और कॉमन यूनिवर्सिटी एंटरेंस टेस्ट (CUET UG), आर्किटेक्चर प्रवेश परीक्षा (NATA), कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT), मैनेजमेंट प्रवेश की कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) व जॉइंट इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (JIPMAT) में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं. इनके साथ ही एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड यानी कि सीधे तरीके से प्रश्न नहीं पूछे (अप्रत्यक्ष) जाते हैं.

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बोर्ड परीक्षाओं के नए एग्जामिनेशन कंपोजिशन पैटर्न से प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले स्कूली (New pattern of CBSE Board Exams) विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा. विद्यार्थी अब बोर्ड परीक्षाओं व प्रतियोगी परीक्षाओं के बीच बेहतर तरीके से तालमेल बैठा सकेंगे.

कोरोना में दो टर्म में हुए थे पेपर, पहला पूरी तरह था ऑब्जेक्टिव :देव शर्मा ने बताया कि कोविड से पहले एग्जामिनेशन पैटर्न में 10 प्रश्न ही ऑब्जेक्टिव टाइप पूछे जाते थे. जिनके अंक भी करीब 10 ही होते थे. इस अनुसार इनका वेटेज करीब 12 से 14 फीसदी होता था. जबकि 2023 में ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस का वेटेज बढ़ने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा. कोरोना के दौरान साल 2021 में परीक्षा को दो टर्म में आयोजित किया गया था. जिसमें दोनों टर्म बराबर 50-50 अंक के थे. टर्म -1 पूरी तरह से ऑब्जेक्टिव व टर्म -2 सब्जेक्टिव था. इसमें प्रश्न पत्र 35 अंकों का था और प्रैक्टिकल 15 नम्बर के थे. बोर्ड ने टर्म-1 और टर्म-2 के लिए सिलेबस को लगभग दो-बराबर भागों में बांट दिया था. टर्म-1 की परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव पेपर पैटर्न पर 90 मिनट का था.

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स्कूली बुक्स से पढ़ने होंगे कॉन्सेप्ट :देशभर के कोचिंग संस्थानों में कॉन्सेप्ट बेस्ड टीचिंग हो रही (Pattern for CBSE Board exam 2023) है. एनसीईआरटी की बुक्स भी सब्जेक्टिव पेपर पैटर्न पर आधारित पढ़ाई कराती है. इस पैटर्न में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन (एमसीक्यू) आधारित प्रश्न नहीं होते हैं. एंट्रेंस टेस्ट में एमसीक्यू प्रश्न आते हैं. कोचिंग संस्थानों में बच्चें 11वीं व 12वीं में मेडिकल व इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करते हैं. कई स्टूडेंट कक्षा 9 और 10 में भी तैयारी करने लग जाते हैं. ऐसे में इन स्टूडेंट्स को भी फायदा होगा. साथ ही स्कूल की किताब से कॉन्सेप्ट समझने के बाद ऐसे प्रश्न सॉल्व करने से पूरा कॉन्सेप्ट समझ जाएंगे.

यूं समझिए एग्जामिनेशन कंपोजिशन वन पेपर पैटर्न को :

  • फिजिक्स व केमिस्ट्री में 70 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे. इसमें 3 घंटे के समय में 35 प्रश्न होंगे. इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस 18 होंगे. जिनका अंक 18 होगा. इसका वेटेज करीब 26 फीसदी होगा. जबकि सब्जेक्टिव टाइप 17 प्रश्न 52 अंकों के होंगे.
  • बायोलॉजी में 70 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे. इसमें 3 घंटे के समय में 33 प्रश्न होंगे. इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस 16 होंगे. जिनका अंक 16 होगा. इसका वेटेज करीब 22.85 फीसदी होगा. जबकि सब्जेक्टिव टाइप 17 प्रश्न 54 अंकों के होंगे.
  • मैथेमेटिक्स में 80 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे. इसमें 3 घंटे के समय में 38 प्रश्न होंगे. इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस 18 होंगे. जिनका अंक 18 होगा. इसका वेटेज करीब 22.50 फीसदी होगा. जबकि सब्जेक्टिव टाइप 20 प्रश्न 62 अंकों के होंगे.

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