नई दिल्ली : संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू होगा और 8 अप्रैल को समाप्त होगा. सूत्रों ने संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की सिफारिशों का हवाला देते हुए शुक्रवार को यह जानकारी दी.
आम बजट एक फरवरी को पेश किया जायेगा. बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा. सूत्रों ने बताया कि इसके बाद एक माह के अवकाश के बाद सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से शुरू होगा और आठ अप्रैल तक चलेगा.
"राज्य सभा का 256वां सत्र (बजट सत्र - 2022) सोमवार, 31 जनवरी को बुलाया गया है और सरकारी कामकाज की अति आवश्यकताओं के अधीन सत्र शुक्रवार, 8 अप्रैल को समाप्त होगा. इस दौरान राज्य सभा को शुक्रवार 11 फरवरी को स्थगित करेंगे ताकि विभाग-संबंधित संसदीय स्थायी समितियों को मंत्रालयों/विभागों से संबंधित अनुदान मांगों पर विचार करने और उनकी रिपोर्ट तैयार करने में सक्षम बनाने के लिए सोमवार, 14 मार्च को फिर से बैठक की जाएगी.
संसदीय कार्य मंत्रालय के जनरल ने कहा कि होली के कारण 18 मार्च को बैठक नहीं होगी. पत्र में कहा गया है "2022-23 के लिए केंद्रीय बजट मंगलवार, 1 फरवरी को सुबह 11 बजे लोकसभा में पेश होने के बाद राज्यसभा में रखा जाएगा." हाल ही में संसद के 400 से अधिक स्टाफ एवं सदस्यों ने कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. नतीजतन, राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष ने स्थिति की समीक्षा की और दोनों सदनों को निर्देश दिया कि वे COVID-19 महामारी के बीच संसद के बजट सत्र के दौरान दोनों सदनों के सुचारू कामकाज के लिए एक योजना तैयार करें.
बता दें कि पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर एवं गोवा) में विधान सभा चुनाव होना है और जिसकी शुरूआत 10 फरवरी से होगी और अंतिम अर्थात सांतवें चरण की मतदान 7 मार्च को होना तय है. जिसकी मतगणना 10 मार्च को होगी. जैसा कि हमे पता चला है कि बजट सत्र का पहला चरण की शुरूआत 31 जनवरी से होगी और उसका समापन 11 फरवरी को होगा. वहीं दूसरा चरण 14 मार्च से शरू होगा तब तक पांच राज्यों की विधान सभा का चुनाव संपन्न हो चुका होगा. इसलिए उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में इन चुनावी राज्यों पर ज्यादा फोकस होगा.