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अति दुर्गम इलाके में जान देकर शौर्य गाथा लिख गए जांबाज

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Published : Apr 7, 2020, 9:15 PM IST

दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है, इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया. बर्फबारी का फायदा उठाकर उसके आंतकियों ने देश में घुसपैठ करने की कोशिश की. बर्फ, दुर्गम इलाका और खराब मौसम में घुसपैठ रोकना सेना के लिए चुनौती रही है. इसके बावजूद सेना ने इस खतरनाक ऑपरेशन को अंजाम दिया. पढे़ं खबर विस्तार से...

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शहीदों की शौर्यगाथा

हैदराबाद : पूरी दुनिया कोरोना वायरस से परेशान है, इसके बावजूद पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आया. बर्फबारी का फायदा उठाकर उसके आंतकियों ने देश में घुसपैठ करने की कोशिश की, लेकिन सेना के वीर जवानों ने उन्हें मार गिराया.

बता दें कि सेना के जवानों और आतंकियों के बीच यह लड़ाई बर्फ के बीच 11 हजार फीट पर कश्मीर के केरन सेक्टर में हुई. इसमें जवानों ने पांच आतंकी मार गिराए, लेकिन इसमें पांच सेना के जवान भी शहीद हो गए.

शहीदों की शौर्यगाथा

आपको बता दें कि यह जवान सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल रही चार पैराशूट रेजिमेंट के थे. बर्फ, दुर्गम इलाका और खराब मौसम में घुसपैठ रोकना सेना के लिए चुनौती रही है. इसके बावजूद सेना ने इस खतरनाक ऑपरेशन को अंजाम दिया.

सेना के जवान ने बताया कि कैसे सूबेदार संजीव कुमार और उनकी टीम ने आतंकवादियों के साथ आमने सामने मुकाबला कर आतंकवादियों का खात्मा कर दिया और इस ऑपरेशन में सेना के पांच जवान भी शहीद हो गए.

केरन सेक्टर में जवानों ने खतरनाक ऑपरेशन को दिया अंजाम

बता दें कि आतंकवादियों के बीच मुकाबले में तीन भारतीय जवान युद्ध स्थल पर ही शहीद हो गए और दो जवान घायल हो गए थे जिन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया था, लेकिन दोनों जवानों ने अस्पताल पहुंचकर दम तोड़ दिया. यह लड़ाई इतनी नजदीक से हुई कि एक जवान का शव ठीक उस आतंकी की बगल में मिला जिसे उसने मारा था.

ऐसे दिया सेना ने ऑपरेशन को अंजाम
एक अप्रैल को सेना को एलओसी के पास आतंकियों के घुसपैठ के निशान मिले. इसकी जैसे ही सेना को खबर मिली तो सेना ने आतंकियों की तलाथ करना शुरू कर दिया. उसके बाद सेना का आतंकियों का मुठभेड़ हुआ, लेकिन आतंकी भाग निकले पर उनके बैग वहां मिले.

ऐसे दिया सेना ने ऑपरेशन को अंजाम

वहीं और जवानों की मदद से इलाके की घेराबंदी की गई. तीन अप्रैल को फिर से सेना को निशान मिले. मुश्किल हालात और बर्फबारी को देखते हुए चार पैरा कंमाडो और एक जेसीओ को हैलीकॉप्टर से उतारा गया जहां घुसपैठ की खबर मिली थी.

रविवार को सुबह बर्फ पर आंतकियों के पैरों के निशान मिले. उसका पीछा करते हुए यह आगे बढ़े, तभी इनका आमना सामना आतंकियों के साथ हो गया.आमने-सामने की लड़ाई पांचों आतंकी मारे गए. इस मुठभेड़ में पांच भारतीय जवान भी शहीद हो गए.

आतंकियों का सामान

जो जवान शहीद हुए उनमें हिमाचल प्रदेश के संजीव कुमार (सुबेदार) उत्तराखंड के देवेंद्र सिंह (हवलदार), हिमाचल प्रदेश के बाल कृष्ण (सिपाही), उत्तराखंड के अमित कुमार (सिपाही) और राजस्थान के छत्रपाल सिंह (सिपाही) शामिल हैं.

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