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ब्रिटेन में फंसे भारतीय छात्रों ने मोदी से की वतन वापसी की अपील

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Published : Mar 29, 2020, 3:15 PM IST

ब्रिटेन में फंसे भारतीयों ने पीएम से वतन वापसी की अपील की है. इसके साथ ही भारत के कम से कम 380 छात्रों ने भारत सरकार से कार्रवाई की सामूहिक अपील करने के लिए अपने पासपोर्ट की जानकारी के साथ एक डेटा श्रृंखला शुरू कर दी है.

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ब्रिटेन में फंसे भारतीय छात्रों ने मोदी से की वतन वापसी की अपील

लंदन : ब्रिटेन में फंसे सैकड़ों भारतीय छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें यहां से निकालने के लिए विमान की व्यवस्था करने की अपील की है.

दरअसल भारत ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए यात्रा प्रतिबंध लगा रखा है.

भारत के कम से कम 380 छात्रों ने भारत सरकार से कार्रवाई की सामूहिक अपील करने के लिए अपने पासपोर्ट की जानकारी के साथ एक डेटा श्रृंखला शुरू कर दी है.

इनमें केरल के मरीन इंजीनियरों का एक समूह भी शामिल है, जिन्हें इस सप्ताह अपनी प्रबंधन स्तर की परीक्षाएं देने के बाद भारत लौटना था.

एनवाईके शिप मैनेजमेंट में फर्स्ट इंजीनियर अखिल धरमराज ने कहा, 'हमारी 23 और 24 मार्च को परीक्षाएं होनी थीं, लेकिन परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र मिलने के बाद 23 तारीख को परीक्षाएं रद कर दी गईं और तब तक भारत ने भी यात्रा प्रतिबंध लगा दिया.'

बहरहाल, उन्हें और अन्य मरीनों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उनकी परीक्षाएं कब होंगी. वह अपार्टमेंट्स और हॉस्टलों में साझा रूप से पृथक रह रहे हैं.

उनके पास मास्क, दस्ताने या सैनिटाइजर नहीं हैं और उन्हें इस जानलेवा विषाणु के संपर्क में आने का खतरा है.

धरमराज ने कहा, 'मुझे कोचीन हवाईअड्डे से जानकारी मिली है कि हाल ही में सिडनी से भारतीय नागरिकों को लेकर एक विमान उतरा. भारतीयों को दुनियाभर में अन्य देशों से निकाला जा रहा है लेकिन मालूम नहीं कि हमें क्यों छोड़ दिया गया है और हम अपनी बात प्रधानमंत्री मोदी तक कैसे पहुंचा सकते हैं.'

ब्रिटेन के गृह विभाग ने हाल ही में पुष्टि की थी कि अगर किसी भी विदेशी छात्र या पेशेवर की वीजा अवधि खत्म हो गई है या खत्म हो रही है तो उसे 31 मई तक का विस्तार दिया जाएगा.

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केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र और उत्तराखंड समेत भारत के विभिन्न हिस्सों में फंसे कई छात्रों ने वीजा अवधि के विस्तार की घोषणा पर राहत जताई लेकिन आवास और आवश्यक सामान की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सीमित संसाधनों को लेकर चिंता जताई.

इसके अलावा कई भारतीयों को संक्रामक रोग की चपेट में आने का खतरा है क्योंकि वे बड़ी संख्या में एक साथ मिलकर हॉस्टलों में रह रहे हैं तथा रसोईघर और बाथरूम साझा रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं.

कोवेंट्री विश्वविद्यालय के मार्गेश राज ने टि्वटर पर प्रधानमंत्री मोदी से अपील की, 'सर कृपया इस मामले पर गौर करें क्योंकि पढ़ाई के लिए ब्रिटेन आए मेरे जैसे कई भारतीय मित्र फंसे हुए हैं.'

ये छात्र सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और लंदन में भारतीय उच्चायोग के जरिए अपील कर रहे हैं जिसने उनसे अपनी जानकारियां देने को कहा है.

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