लखनऊ : पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से जुड़े लोगों के खिलाफ एटीएस लगातार कार्रवाई कर रही है. 50-50 हजार के दो इनामिया सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा यूपी के अलग-अलग जिलों से 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ जारी है.
एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा ने बताया कि पीएफआई के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में ऑपरेशन चलाया गया. इसके तहत लगभग 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में लखनऊ से 9, सीतापुर से एक, बहराइच से दो, बलरामपुर से एक, बाराबंकी से तीन, सिद्धार्थनगर से एक, देवरिया से दो, वाराणसी से आठ, आजमगढ़ से तीन, कानपुर से दो, गाजियाबाद से 10, मेरठ से चार, बुलंदशहर से एक, सहारनपुर से एक, शामली से 11, मुजफ्फरनगर से तीन, मुरादाबाद से एक, रामपुर से एक, बिजनौर से पांच, अमरोहा से एक व्यक्ति शामिल है. एटीएस ने गोपनीय अभियान के तहत इन्हें पकड़ा. एटीएस द्वारा 132 संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई भी की गई है. 30 टीमें इस अभियान में लगी थीं.
इन्हें किया गया गिरफ्तार :एटीएस ने पीएफआई के सक्रिय सदस्य परवेज अहमद, रईस अहमद को गिरफ्तार किया है. इन दोनों आरोपियों को एटीएस काफी समय से तलाश रही थी. पिछले दिनों एटीएस ने अब्दुला सऊद अंसारी पुत्र अब्दुल कलाम को वाराणसी से गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में परवेज और रईस के बारे में जानकारी मिली थी. यह दोनों आरोपी लंबे समय से पीएफआई के सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर रहे थे. ये लोगों को भड़काने व आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे.दोनों आरोपी वाराणसी में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई की कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैलाने का कार्य कर रहे थे. दोनों के विरुद्ध भी पूर्व में वाराणसी के थाना चेतगंज में विभिन्न धाराओं में मुकदमे पंजीकृत थे.सीएए-एनआरसी के समय से ही आरोपी रईस अहमद, असम एवं अन्य राज्यों के पीएफआई लीडर के सक्रिय सदस्यों के संपर्क में रहकर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था. दोनों आरोपी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल आदि में आयोजित होने वाली गोष्ठियों एव कार्यशालाओं में सम्मिलित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करते थे. दोनों लगातार अपनी लोकेशन बदल कर अंडरग्राउंड थे. एटीएस वाराणसी यूनिट ने इलेक्ट्रॉनिक एव भौतिक सर्विलांस के माध्यम से दोनों फरार इनामिया सदस्यों को पकड़ लिया.