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सीएम योगी ने 'चाचा' पर ली चुटकी तो भतीजे ने क्या दिया जवाब?,विधानसभा में खूब चले व्यंग्य बाण

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Published : May 27, 2022, 8:32 PM IST

विधानसभा सदन के पांचवें दिन माहौल काफी दोस्ताना नज़र आया. सीएम योगी ने दमदार भाषण में न केवल अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं बल्कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर हल्के फुल्के अंदाज़ में ही सही खूब हमले किए. जब बात चाचा की आई तो हंसी और तालियों के बीच नेता सदन और नेता प्रतिपक्ष के बीच खूब व्यंग्य बाण चले.

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विधानसभा सदन में चर्चा करते सीएम योगी व अखिलेश यादव.

लखनऊ : विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने सारगर्भित भाषण दिया. अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और उनके दल समाजवादी पार्टी पर खूब चुटकियां लीं. मुख्यमंत्री ने गंभीर विषयों की तरफ ध्यान खींचा, साथ ही विपक्ष की खामियों को भी गिनाते गए. सपा अध्यक्ष के चाचा शिवपाल यादव को लेकर मुख्यमंत्री ने खूब चुटकियां लीं, जिस पर अखिलेश यादव भी हंसे बिना नहीं रह सके. वहीं, अखिलेश यादव ने भी सीएम योगी के बयान पर पलटावर किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण का आरंभ एक शेर पढ़कर किया.



नजर नहीं है नजारों की बात करते हैं,
जमीं पर सितारों की बात करते हैं...!
वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले,
भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं..!

विधानसभा सदन में चर्चा करते सीएम योगी व अखिलेश यादव.



मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. किसानों, बेरोजगारों और श्रमिकों के लिए हमने तमाम योजनाएं बनाई हैं. कोविड काल में एक भी श्रमिक भूखा नहीं सोया. छात्रों को मोबाइल फोन और टैबलेट देने की योजना का भी उल्लेख किया. उन्होंने इस पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहा कि 'शिवपाल यादव जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे हैं. उनको भी धन्यवाद'. हम 12 लाख युवाओं को मोबाइल और टैबलेट दे चुके हैं और दो करोड़ युवाओं को देने जा रहे हैं, लेकिन आपको लगता है कि सरकार काम ही नहीं कर रही.


मुख्यमंत्री ने लोहिया के मुद्दे पर भी समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को घेरने का काम किया. उन्होंने कहा कि लोहिया पर सिर्फ शिवपाल जी के लेख ही कभी कभार देखने को मिल जाते हैं, और किसी सपाई को लोहिया याद नहीं हैं. योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव से शिवपाल यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि 'पास-पास होकर भी आप साथ-साथ नहीं, हम पास-पास भी हैं और साथ-साथ भी. यही आपकी सबसे बड़ी विफलता है.'

मुख्यमंत्री के भाषण के बाद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा नेता सदन को मेरे चाचा की बहुत चिंता की है. अब होड़ लगी हुई है कि शिवपाल जी चाचा किसके हैं. इसके बाद पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा. ' अखिलेश ने कहा कि ' नेता सदन को राम मनोहर लोहिया कि हिन्दू बनाम हिन्दू बनाम किताब देनी पड़ेगी. बिना सामाजिक न्याय के राम राज्य अधूरा है. लोहिया को इन्होंने पढ़ा नहीं, नाम ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि नेता सदन ने वैक्सीन लगवाया फिर भी संक्रमण हो गया. अगर सर्टिफिकेट में तस्वीर नहीं लगी होती तो मैं लगवा लेता.'

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मुख्यमंत्री एक दिन पहले अखिलेश यादव द्वारा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर दिए तीखे बयान पर कहा कि यह मंच व्यक्तिगत आरोपों का मंच नहीं है. चौराहे वाली भाषा का उपयोग सदन में नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन में किसी भी सदस्य के शब्द भले ही कुछ भी हों, लेकिन मन में किसी के भी द्वेष नहीं होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने चूहे का उदाहरण देते हुए सपा को घेरा. उन्होंने कहा कि चूहा जिस घर में होता है, वहीं का अन्न खाता है और बाद में नींव भी खोखली करता है. इसलिए हमें राष्ट्रवादी होने पर गर्व है.

योगी आदित्यनाथ ने चुटकी लेते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने अच्छा भाषण दिया, लेकिन यदि अपनी सरकार के बारे में कुछ बता दिया होता, तो अच्छा होता. लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले की बात कर लेते, सहकारिता भर्ती, जल निगम भर्ती की चर्चा कर लेते, गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की चर्चा कर लेते. खनन घोटाले की बात कर लेते, इनके उस समय के एक मंत्री आज भी जेल में हैं. खाद्यान्न घोटाले की बात कर लेते तो अच्छा होता.

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