रांची: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 19 जून को रांची आ रहे हैं. वह मांडर उपचुनाव में खड़े भाजपा के बागी नेता देवकुमार धान के लिए वोट मांगेंगे. दरअसल, 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त देवकुमार धान को भाजपा ने प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था. उस वक्त भाजपा ने सीटिंग विधायक गंगोत्री कुजूर की जगह उन्हें मौका दिया था. लेकिन बंधु तिर्की के हाथों देवकुमार धान की करारी हार हुई थी. लिहाजा, आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा के बाद बंधु तिर्की की सदस्यता रद्द होने पर भाजपा ने गंगोत्री कुजूर को उपचुनाव के मैदान में उतारने का फैसला ले लिया. इससे नाराज होकर देवकुमार धान ने बतौर निर्दीलय नामांकन कर लिया. बाद में वह ओवैसी की पार्टी एआईएआईएम में शामिल भी हो गए. इस वजह से भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित भी कर दिया.
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देव कुमार धान ने ईटीवी भारत को बताया कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 19 जून को रांची आएंगे. इस दिन मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएगी. इसके बाद मांडर में चुनावी सभा का भी आयोजन होगा. देवकुमार धान ने दावा किया है कि असद्दुदीन ओवैसी के मांडर में पैर रखते ही यहां का चुनावी समीकरण बदल जाएगा और उनकी जीत पक्की हो जाएगी. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में एआईएमआईएम की टिकट पर मांडर से मैदान में उतरे शिशिर लकड़ा नामांकन के बाद अपनी दावेदारी छोड़ कर उनके पक्ष में प्रचार कर रहे हैं.
जानकार कहते हैं कि इस उपचुनाव में अगर ओवैसी मुस्लिम वोट में सेंध लगा लेते हैं तो इसका सीधा फायदा भाजपा प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर को होगा. क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव में मांडर से एआईएमआईएम की टिकट पर खड़े शिशिर लकड़ा ने 23 हजार से ज्यादा वोट बटोरे थे. दूसरी तरफ बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं. उन्हें झामुमो और राजद का भी समर्थन हासिल है.