रायपुर:रायपुर में एक बार फिर पुलिस परिवार के लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा है. पुलिस परिवार की महिलाएं बड़ी संख्या में बच्चों के साथ नेशनल हाइवे पर धरने पर बैठ गई है. जिसकी वजह से मुंबई-हावड़ा राष्ट्रीय मार्ग जाम हो गया. पुलिस को सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाया जा रहा था. इस बीच प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की झूमाझटकी भी हुई. स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया.
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उज्ज्वल दीवान की गिरफ्तारी का विरोध
पुलिस परिवार के लोग उज्जवल दीवान की गिरफ्तारी के विरोध में सड़क पर उतरे हैं. बीते दिनों हुए पुलिस परिवार के आंदोलन का नेतृत्व उज्जवल दीवान ने किया था. सोमवार की देर रात पुलिस ने उज्जवल दीवान को हिरासत में ले लिया. जिसके विरोध में बड़ी तादाद में पुलिस परिवार के लोग सड़कों पर उतर आए हैं. बताया जा रहा है कि उज्जवल को आमानाका थाने में रखा गया है. अब प्रदर्शनकारी थाना घेराव करने की चेतावनी दे रहे हैं. हालांकि पुलिस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है.
सीएम बघेल ने सहायक आरक्षकों को दी सौगात
रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहायक आरक्षकों को आरक्षक के समकक्ष पद पर पदोन्नति और वेतन भत्ते के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश डीजीपी अशोक जुनेजा को दिए थे. निर्देश के बाद देर रात पुलिस परिवार आंदोलन में शामिल उज्जवल दीवान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इसके बाद आज पुलिस परिवार के लोग रावणभाटा मैदान में जुटने लगे. करीब 3 बजे उज्ज्वल की रिहाई के लिए बड़ी तादाद में नेशनल हाईवे को जाम कर दिया.
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प्रदर्शनकारियों ने महिला अफसर की कर दी पिटाई
आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने एक महिला अफसर की जमकर पिटाई कर दी. इस बीच अन्य महिला पुलिसकर्मियों ने किसी तरह महिला अफसर को बाहर निकाला. रायपुर पश्चिम एएसपी ने बताया कि इस मामले में करीब दर्जन भर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ डीडीनगर थाने में प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी. जिस महिला अफसर के साथ मारपीट हुई है.
पुलिस परिवार की ये हैं मांगें
- मुख्य रूप से निचले स्तर पर पुलिसकर्मियों का शोषण बंद हो
- पुलिस अफसरों द्वारा जो घरेलू और अपने निजी कार्य कराए जाते हैं उस पर रोक लगाई जाए.
- वेतन विसंगति दूर करने के साथ अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारियों को जो सुविधाएं मिलती है वह सुविधाएं दी जाए.
- साप्ताहिक अवकाश देने के लिए समय निर्धारित किया जाए.
एक माह पहले भी किया था प्रदर्शन
गौर हो कि एक माह पहले से ही पुलिस परिवार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को लेकर एक कमेटी बनाई और एक माह में रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी. जिसके बाद आंदोलन थम गया था. इस आंदोलन का नेतृत्व उज्ज्वल दीवान ने किया था.