रायपुर : महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में सीएम भूपेश को पैसे देने के मामले में राजनीति गर्माने लगी है. बीजेपी ने इस मामले में सीएम भूपेश बघेल को कटघरे में खड़ा किया है.पूर्व कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने महादेव सट्टा एप के पैसे को अपराध जगत का पैसा बताया. इस दौरान बृजमोहन ने कहा कि कांग्रेस अपराध से अर्जित किए गए पैसों का इस्तेमाल चुनाव में करने का पाप कर रही है. इसमें इलेक्शन कमीशन को इंवॉल्व होना चाहिए. जो भी इस मामले में दोषी है. उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
युवाओं का भविष्य बर्बाद करके कमाए पैसे :पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अपराध और अवैधानिक पैसे का चुनाव में उपयोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी ने किया है. इसके लिए बृजमोहन ने सवाल भी खड़े किए कि क्या चुनाव आयोग कांग्रेस पार्टी को चुनाव से बाहर करेगी. छत्तीसगढ़ के 20 लाख युवाओं को सट्टे के जाल में फंसाकर उनका भविष्य बर्बाद करना और उस सट्टे के पैसे को चुनाव में लगाना एक आपराधिक षड्यंत्र है.
CM Bhupesh In Mahadev Online betting App महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में सीएम भूपेश को बीजेपी ने घेरा, बृजमोहन बोले अपराध जगत के पैसों से लड़ रहे चुनाव
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Nov 4, 2023, 8:13 PM IST
CM Bhupesh In Mahadev Online betting App बीजेपी ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में सीएम भूपेश पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी की माने तो सीएम भूपेश बघेल ने अपराध जगत के पैसों से चुनाव लड़ने का प्लान बनाया है.BJP Attacks CM Bhupesh
'' पूरे देश को गुमराह करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ जो सनसनीखेज मामला आया है. जिसमें 508 करोड़ रुपए महादेव सट्टा एप का पैसा भूपेश बघेल को दिए जाने की बात कही गई है. इसके पहले भी कांग्रेस पार्टी प्रदेश में शराब घोटाला गौठानों में घोटाला कोयला घोटाला जैसे कई घोटाले कर चुकी हैं." -बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री
पार्टी के बड़े नेताओं को मिला पैसा :बृजमोहन अग्रवाल ने महादेव सट्टा एप को लेकर कहा कि शुभम सोनी ने ईमेल के माध्यम से ईडी को जो अपना बयान दिया उस बयान में शुभम सोनी ने स्वीकार किया है, कि अभी तक प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए हैं. बृजमोहन ने ये भी सवाल किया कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप को चलाने वाले दुर्ग भिलाई से क्यों जुड़े हैं.ये बात साबित हो गई है कि इसके पीछे बड़े लोगों का हाथ है. महादेव सट्टा एप का मामला जब पहली बार आया था तब मुख्यमंत्री ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इससे साफ है कि पार्टी के बड़े नेताओं तक को इसका पैसा मिला है.