छत्तीसगढ़ में चक्रवाती तूफान मिचोंग का भयानक रूप, इन जिलों में मची तबाही
Michong Cyclone Impact in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में मिचोंग तूफान का असर दिख रहा है. यहां बेमौसम बारिश से ठंड बढ़ने के साथ ही किसानों के फसल भी बर्बाद हो रहे हैं.
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: चक्रवाती तूफान मिचोंग का असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है. यहां कई जिलों में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में भी बारिश से लोग परेशान हैं. मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में भी बुधवार सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बारिश को लेकर कई क्षेत्रों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं, किसानों की चिंता बढ़ी हुई है. कई फसल बेमौसम बारिश में खराब हो गई है.
मौसम विभाग का अलर्ट:इधर, छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने चार दिनों तक जिले में बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश का कारण चक्रवाती तूफान मिचोंग को बताया गया है. इसके कारण छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. इधर, बीते रात कोरिया और एमसीबी के कई हिस्सों में बारिश हुई है. बारिश के कारण ठिठुरन बढ़ गई है. बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.
जानिए कैसे छत्तीसगढ़ में मिचोंग तूफान का पड़ा असर ?
सरगुजा संभाग में लगातार हो रही बारिश
रायपुर संभाग के कई शहरों में लोगों को हो रही परेशानी
बस्तर संभाग के अधिकांश जिलों में बारिश से किसान परेशान
दुर्ग संभाग में लगातार मिचौंग से हो रही बेमौसम बरसात
बिलासपुर संभाग के अधिकांश शहरों में रुक रुक कर हो रही बारिश
मौसम परिवर्तन का किसानों पर असर:अचानक मौसम में हुए परिवर्तन से किसानों के खलिहान में रखे धान की फसल को नुकसान होने की संभावना जताई गई है. आने वाले चार दिनों तक मौसम इसी तरह रहने की संभावना है. 6-7 दिसंबर के बाद मौसम ठीक हो सकता है. मौसम विभाग की मानें तो चक्रवाती तूफान मिचोंग उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है. इस तूफान के और भी प्रबल होने की संभावना जताई गई है. इसकी गति 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है. इस दौरान अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है. छह सात दिसंबर के बाद मौसम खुलते ही न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू होगी और ठंड में वृद्धि होगी. दक्षिण छत्तीसगढ़ में बारिश की संभावना है. इसके अलावा कई जगहों पर बारिश हो सकती है. अगले चार दिनों तक जिले में बारिश होने से ठंड भी बढ़ने के आसार हैं. वहीं, इस बारिश से धान के किसानों को फसल नुकसान की संभावना है.
बंगाल की खाड़ी में मिचोंग तूफान के आने और कुछ दिनों तक प्रभावशील रहने के कारण मौसम में बदलाव के साथ-साथ हल्की बारिश देखने को मिलेगी. इससे किसानों को जहां सावधानी बरतनी होगी, वहीं बारिश से फसलों को बचाने का भी उपाय करना होगा.- पीआर बोबड़े, कृषि मौसम वैज्ञानिक
बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ी:छत्तीसगढ़ में मिचोंग के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है. किसान खेत में धान कटाई कर रहे हैं. ऐसे में बारिश से किसानों को भारी नुकसान हो सकता है. इसके साथ ही मंडियों में रखा गया धान भी खराब हो सकता है. यही कारण है कि बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है.