Mahasamund News : लभराखुर्द बीज प्रक्रिया केंद्र पर किसानों का आरोप, सूखत के नाम पर किसानों को लाखों का नुकसान
Mahasamund News महासमुंद के किसान बीज प्रक्रिया केंद्र की मनमानी से परेशान हैं. किसानों की माने तो पहले ही नमी और सूखत के नाम पर उनसे ज्यादा धान लिया गया. वहीं अब तक धान की कीमत का भुगतान नहीं हुआ है.
लभराखुर्द बीज प्रक्रिया केंद्र पर किसानों का आरोप
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Published : Jul 22, 2023, 5:57 PM IST
लभराखुर्द बीज प्रक्रिया केंद्र पर किसानों का आरोप
महासमुंद : बीज प्रक्रिया केंद्र लभराखुर्द के प्रबंधन से किसान नाराज हैं. किसानों का कहना है कि बीज प्रक्रिया केंद्र प्रबंधन उनके साथ मनमानी कर रहा है.किसानों के मुताबिक बीज प्रक्रिया केन्द्र के प्रभारी आधा से एक किलो धान तौल के समय ज्यादा लेते हैं. इसके बाद जब नमी नापी जाती है तो धान में 2.5 फीसदी की कटौती कर दी जाती है. इतने पर भी केंद्र प्रभारी किसानों को पैसा देने के लिए छह से साल महीना तक दौड़ाते हैं.
हर जिले में बीज प्रक्रिया केंद्र है स्थापित : आपको बता दें कि बीज निगम प्रमाणित और उन्नत बीज किसानों को उपलब्ध कराने के लिए जिले मे बीज प्रक्रिया केन्द्र स्थापित किये गए हैं. महासमुंद जिले के लभराखुर्द बीज प्रक्रिया केन्द्र में कुल 205 किसान पंजीकृत हैं. जिसमें वर्ष 2022-23 में 180 किसानों ने 28409 क्विंटल धान बीज प्रक्रिया केन्द्र को दिया.
किसानों को लाखों का नुकसान :किसानों के धान बोरी में तौल करते समय 40 किलो धान तौलने के बजाय 40 किलो 500 ग्राम से लेकर 41 किलो धान नमी नापकर लिया गया.इसके बाद तौले गए धान की ग्रेडिंग छह महीने बाद हुई.जिसमें 2.5 फीसदी धान को सूखत बता दिया गया. यानी जो पैसा किसानों को दिया गया.उसमें ढ़ाई फीसदी धान की कीमत की कटौती हुई. जिससे किसानों को लाखों रुपयों का नुकसान हुआ.
कई किसानों को नहीं हुआ भुगतान :शासकीय रिकार्ड के मुताबिक 32 किसानों को आज तक भुगतान नहीं किया गया .किसान बीज प्रक्रिया केन्द्र के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. किसानों के मुताबिक बीज प्रक्रिया केन्द्र के द्वारा किसानों को ठगा जा रहा है. आला अधिकारी ऐसे किसी भी आरोप को निराधार बताकर किसानों से नियमानुसार धान लेने की बात कह रहे हैं. बीज निगम किसानों से 2675 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदता है.