कवर्धा : पालक संघ और नाराज लोगों के साथ कलेक्टर जन्मेजय महोबे और एसपी लालउमेंद सिंह ने बैठक कर सभी पालकों की बात सुनी. पालकों को जांच रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई और आगे से ऐसी घटना ना घटित हो इसके लिए खास ध्यान देने के लिए कहा. पालकों के मुताबिक ''स्कूल में पहले भी कई घटना सामने आ चुकी है. लेकिन ना तो स्कूल प्रबंधन ने गंभीरता दिखाई और ना ही जिला प्रशासन ने. जिसके कारण अब इतनी बड़ी घटना सामने आ रही है. इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी के साथ प्रिंसिपल भी दोषी है. क्योंकि ये फीस तो बड़ी लेते हैं लेकिन बच्चों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते. ऐसे स्कूल की मान्यता तत्काल रद्द कर किया जाना चाहिए ताकि अन्य स्कूलों को इससे सबक मिल सके और आगे भविष्य मे ऐसी घटना ना हो सके.''
क्या है पालकों की मांग : इस मामले में पालकों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जिला प्रशासन से दस मांगें रखी हैं.
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग : स्कूल के प्रबंधन समिति के जिम्मेदार सदस्यों पर दुष्कर्म में सहभागिता के लिए कठोर कार्रवाई की जाये. संबंधित स्कूल का लायसेंस और मान्यता रद्द की जाए. जिले के सभी स्कूलों के बसों में कैमरे और जीपीएस सिस्टम सुचारू रूप से चालू रहना चाहिए. जिले के सभी बसों में फर्स्ट एड बॉक्स होना चाहिए.जिले के सभी स्कूलों के बसों में ड्राईवर और परिचालक के अतिरिक्त एक महिला स्टाफ अनिवार्य रूप से होनी चाहिए.
स्कूलों में कंट्रोल रुम बनाने की मांग : जिले के स्कूल बसों में चालक या परिचालक के नशे की हालत में पाए जाने पर प्रशासन, स्कूल प्रबंधन कड़ी कार्रवाई करे. ड्राइवर का लायसेंस निरस्त करवाएं. चालक और परिचालक को ब्लैकलिस्टेड करते हुए सभी स्कूलों में सूचना दी जाए. जिससे दोषी चालक परिचालक अन्य स्कूल में काम न कर सकें. जिले के सभी स्कूल कैम्पस में लगाये गए कैमरे की निगरानी के लिए एक कैमरा कंट्रोल रूम बनाया जाये. जहां स्कूल शुरू होने से लेकर स्कूल की छुट्टी तक सभी गतिविधियों पर रोजाना अधिकृत कर्मचारी की पैनी नजर रहे. संदिग्ध गतिविधि होने पर त्वरित कार्रवाई की जाए.